करंट लगने के बाद तड़प रहा था बंदर, युवक ने रिक्शे से पहुंचाया अस्पताल
बंदर को चंदन पहले आरा सदर अस्पताल लेकर पहुंचा लेकिन डाक्टरों ने वहां उसका इलाज करने से मना कर दिया और उसे पशुपालन विभाग ले जाने की सलाह दी. इसके बाद चंदन पहले बंदर को एक निजी क्लीनिक में ले गया और वहां उसका प्राथमिक इलाज करवाया और फिर उसे पशुपालन विभाग के अस्पताल लेकर पहुंचाया जहां उसका इलाज किया जा रहा है.
देर होती तो नहीं बचती बंदर की जान-डॉक्टर
बंदर का इलाज कर रहे पशुपालन विभाग के डॉक्टरों ने बताया कि बंदर पूरी तरह झुलस गया था. उसकी सांसें भी बहुत धीरे चल रही थी. अगर उसे यहां लाने में थोड़ी और देर होती तो शायद उसका बचना मुश्किल था. उसे समय पर प्राथमिक इलाज दिया गया और फिर यहां लाया गया जिसके बाद उसे बचाया जा सका है.
लोग कर रहे हैं युवक की तारीफ
इधर बंदर को देखने के लिए अस्पताल में भीड़ लग गई. यहां पहुंचे लोग चंदन की तारीफ कर रहे थे और उसे मानवता की मिशाल बता रहे थे. यहां पहुंचे लोगों ने कहा चंदन ने मानवता की मिसाल पेश की है. लोगों ने कहा ऐसी कई घटनाएं सामने आती हैं जब बेजुबान बंदर या कोई जानवर किसी न किसी हादसे का शिकार हो जाते हैं. कई बार ऐसा हुआ है कि मदद नहीं मिलने के कारण जानवरों की जान भी चली जाती है लेकिन यहाँ समय रहते चंदन ने बंदर की जान बचा ली.
(श्रोत : TV9 भारतवर्ष)
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