फ्लाइट से घूमना हुआ महंगा, हवाई किराये में हुई जबरदस्त बढ़ोतरी, सरकार एयरलाइंस कंपनियों से करेगी चर्चा
नई दिल्ली. हाल ही के हफ्तों में कुछ मार्गों पर हवाई किराया बहुत तेजी से बढ़ा है. जिसके चलते नागर विमानन मंत्रालय (Aviation Industry) को पिछले कुछ दिनों में भारी झटके लगे है. हवाई किराये में बढ़ोतरी से संबंधित मुद्दों पर सोमवार को मंत्रालय एयरलाइंस के साथ चर्चा करेगा. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. खासतौर से संकटग्रस्त गो फर्स्ट (Go First Crisis) का परिचालन तीन मई से निलंबित होने के बाद कुछ मार्गों पर हवाई किराये में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.
बता दें कि गो फर्स्ट ने वित्तीय संकट के कारण 3 मई से ही अपने सभी फ्लाइट्स के ऑपरेशन को बंद कर दिया है. इस कारण हवाई टिकटों के दाम जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है. बढ़ते हवाई किराये को देखते हुए सरकार ने एयरलाइंस को टिकट के दाम को निर्धारित करते हुए संतुलन बनाए रखने को कहा है. हालांकि इसके साथ ही सरकार ने यह साफ कर दिया कि फिलहाल उसका हवाई टिकट को रेगुलेट करने का कोई इरादा नहीं है.
125 फीसदी तक बढ़ गया हवाई किराया
ट्रैवल पोर्टल Ixigo के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली और लेह के रूट के बीच 3 से 10 मई के बीच हवाई किराये में 125 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और यह 13,674 रुपये तक पहुंच गया है. वहीं दिल्ली-श्रीनगर रूट पर हवाई किराये में 86 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है और एक टिकट 16,898 रुपये में बिक रहा है.
एयरलाइंस कंपनी कैसे तय करती हैं टिकट के दाम
इंडस्ट्री विशेषज्ञों का कहना है कि डीजीसीए द्वारा हवाई किराए की सीमा को हटाना, हवाईअड्डों का निजीकरण और हवाई टिकटों की प्रतिस्पर्धी कीमत कुछ ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से कभी-कभी हवाई किराया कई गुना बढ़ जाता है.
(स्रोत: न्यूज 18)
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