'हमारी जिंदगी दांव पर लगी है, नौकरी तो बहुत छोटी चीज...' बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का दावा
नई दिल्ली. पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पुनिया ने सोमवार को दावा किया कि जो लोग उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ न्याय के लिए अपनी लड़ाई छोड़ने के लिए मजबूर कर रहे हैं, वे अब उनकी नौकरी के पीछे पड़े हैं.
प्रदर्शनकारी पहलवानों का यह बयान उन मीडिया रिपोर्ट्स के बाद आया, जिसमें दावा किया गया था कि साक्षी मलिक सहित प्रदर्शनकारी पहलवान आंदोलन से हट गए और अपनी संबंधित सरकारी नौकरियों को फिर से ज्वाइन कर लिया है.
हालांकि, पहलवानों ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि उन्होंने रेलवे में ऑफिसर ऑफ स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) के रूप में काम फिर से शुरू कर दिया है, लेकिन विरोध प्रदर्शन से पीछे हटने की खबरें सिर्फ ‘अफवाहें’ हैं.
भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने इससे पीछे हटने की खबरों को खारिज करते हुए कहा है कि इंसाफ मिलने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी.
साक्षी और बजरंग ने 3 जून की रात गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उसके बाद से ही मीडिया में उनके आंदोलन से नाम वापिस लेने की अटकलें लगाई जा रही थी. साक्षी ने इस मुलाकात की पुष्टि की और कहा कि यह औपचारिक मुलाकात थी और इसमें कोई समाधान नहीं निकला है. उन्होंने गृहमंत्री से मुलाकात को लेकर मीडिया से बातचीत में कहा, ‘हमारी सामान्य बातचीत हुई और कोई अंतिम समाधान नहीं निकला. हमारी मांग आखिर तक यही रहेगी कि आरोपी पर गंभीर आरोप लगे हैं और उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिये.’
वहीं टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग ने ट्वीट किया, ‘आंदोलन वापिस लेने की खबरें कोरी अफवाह है. ये खबरें हमें नुकसान पहुंचाने के लिये फैलाई जा रही है.’ उन्होंने आगे लिखा ,’हम न पीछे हटे हैं और न ही हमने आंदोलन वापिस लिया है. महिला पहलवानों की एफआईआर वापस लेने की खबर भी झूठी है. इंसाफ मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी.’
वहीं साक्षी ने बाद में मीडिया से बातचीत के दौरान आगे कहा ,’आंदोलन से हम बिल्कुल भी पीछे नहीं हटे हैं. इंसाफ मिलने तक सत्याग्रह जारी रहेगा. और जहां तक रेलवे की बात है तो आंदोलन के साथ मैं अपनी जिम्मेदारी भी निभा रही हूं.’ उन्होने कहा ,’हम आगे की रणनीति बना रहे हैं. हम अहिंसा के साथ आंदोलन को आगे बढाना चाहते हैं. मैं रेलवे में ओएसडी हूं और मेरी बहुत सारी जिम्मेदारियां है तो जब तक आंदोलन नहीं चल रहा है और हम रणनीति बना रहे हैं तब तक मैं यहां अपना काम देख रही हूं.’
(स्रोत : न्यूज 18)
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