यौन शोषण करने वाला गुंडा संसद में बैठा है... और हमें सड़क पर... साक्षी बोलीं- मैंने किसी पुलिसवाले को नहीं मारा
हाइलाइट्स
साक्षी मलिक ने कहा कि पहलवानों का आंदोलन जारी रहेगा
बृजभूषण शरण सिंह पर पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं
नई दिल्ली. ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक (Sakshi Malik) का कहना है कि पहलवानों का आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है. पुलिस हिरासत से छूटकर भारतीय पहलवान जंतर मंतर पर अपना सत्याग्रह शुरू करेंगे. विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) , साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया को दिल्ली पुलिस ने रविवार को सुरक्षा घेरा तोड़कर महिला ‘महापंचायत’ के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश करने के बाद कानून और व्यवस्था के उल्लंघन के लिए हिरासत में ले लिया.
पहलवानों को जबरदस्ती बसों में बैठाकर अलग-अलग स्थलों पर भेज दिया गया. पुलिस ने इसके बाद पहलवानों के अन्य सामान के साथ चारपाई, गद्दे, कूलर, पंखे और तिरपाल की छत को हटा दिया.
साक्षी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ‘ यौन शोषण करने वाला गुंडा बृज भूषण आज संसद में बैठा है और हमें सड़क पर घसीटा जा रहा है. भारतीय खेलों के लिए खराब दिन.’ देश के शीर्ष पहलवानों ने 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था. बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है.
'हमारा आंदोलन खत्म नहीं हुआ है’
साक्षी ने दूसरा जो ट्वीट किया उसमें लिखा, ‘ हमारा आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. पुलिस हिरासत से छूटकर हम वापस जंतर मंतर पर अपना सत्याग्रह शुरू करेंगे. इस देश में अब तानाशाही नहीं, बल्कि महिला पहलवानों का सत्याग्रह चलेगा.’ जंतर-मंतर पर अफरातफरी के बीच पहलवानों और पुलिस अधिकारियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया और विनेश फोगाट, उनकी बहन संगीता फोगाट और साक्षी ने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की.
‘मुझे हिरासत में डराया गया’
विनेश ने हिरासत में लिए जाने के प्रयास के दौरान कड़ा प्रतिरोध किया और संगीता उनसे लिपट कर सड़क पर लेट गईं. पुलिस अधिकारियों ने उन्हें कई अन्य पहलवानों और उनके समर्थकों के साथ घसीटते हुए बसों में बैठा दिया. साक्षी ने ट्वीट के जरिा बताया कि कुछ चैनल ये अफवाह फैला रहे हैं कि साक्षी मलिक ने किसी पुलिसवाले को मारा, ये खबर सरासर झूठ है. साक्षी को बुरी तरह खींचकर Live कैमरा के सामने बस में ठूसा गया, वो दर्द में हैं. उन्हें हिरासत में डराया गया और खराब व्यवहार किया गया.’
(स्रोत : न्युज 18)
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