ज्ञानवापी का 'शिवलिंग' कितना पुराना साइंटिफिक सर्वे के जरिए लगाया जाएगा पता, हाईकोर्ट ने पलटा वाराणसी के जिला जज का फैसला
प्रयागराज. वाराणसी के विवादित ज्ञानवापी परिसर में मिले कथित शिवलिंग के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला सामने आया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कथित शिवलिंग का साइंटिफिक सर्वे किए जाने का आदेश जारी किया है. साइंटिफिक सर्वे का काम आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को करना होगा. कथित शिवलिंग को नुकसान पहुंचाए बिना साइंटिफिक सर्वे करना है. साइंटिफिक सर्वे के जरिए यह पता लगाना होगा कि बरामद हुआ कथित शिवलिंग कितना पुराना है, यह वास्तव में शिवलिंग है या कुछ और है.
हाईकोर्ट ने वाराणसी के जिला जज के फैसले को बदल दिया है. जस्टिस अरविंद कुमार मिश्र की सिंगल बेंच में मामले की सुनवाई हुई. कथित शिवलिंग का साइंटिफिक सर्वे कार्बन डेटिंग के जरिए कराए जाने की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ये फैसला दिया है. इस मामले में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने कल ही सील बंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट पेश की थी. हिंदू पक्ष की महिलाओं की तरफ से याचिका दाखिल की गई थी.
इस याचिका में वाराणसी के जिला जज के आदेश को चुनौती दी गई थी. इससे पहले पिछले साल मई महीने में कोर्ट कमीशन की कार्यवाही के दौरान मस्जिद के वजूखाने से शिवलिंग बरामद हुआ था.
(स्रोत : न्युज 18)
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