दिल्ली में हैवानियत की हद: लड़की को चाकू से 21 बार गोदा, दिल न भरा तो पत्थर से कुचल दिया
Curated by दिपक वर्मा
नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 29 May 2023, 2:21 pm
हाइलाइट्स
- दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में सिरफिर युवक की हैवानियत
- नाबालिग लड़की को चाकुओं से गोदा, फिर पत्थर से कुचलता रहा
- सीसीटीवी में खौफनाक वारदात दर्ज, मदद को कोई आगे नहीं आया
- नई दिल्ली: शाहबाद डेयरी की एक गली... लोग आ-जा रहे हैं। अचानक एक लडका हाथ में कुछ लिए एक लड़की पर हमला करने लगता है। आसपास के लोग सहम जाते हैं, बचकर निकलने लगते हैं। वह युवक दनादन चाकू चलाता रहता है। एक... दो... तीन... चार... गिनती भूल जाएंगे। भीड़ तितर-बितर हो जाती है। लड़की निढाल हो चुकी है, इसके बावजूद युवक चाकू मारे जा रहा है। इतने से भी उसका मन नहीं भरता। एक पत्थर उठाता है और उससे लड़की को कुचलना शुरू कर देता है। करीब एक मिनट तक दिल्ली की इस गली में हैवानियत का नंगा नाच चलता है। फिर वह युवक वहां से जाता दिखता है मगर बात यहीं खत्म नहीं होती। कुछ सेकेंड में वह फिर लौटता है, लड़की को एक नजर देखता है। फिर एक बड़ा सा पत्थर उठाकर पूरे दम से फिर वार करना शुरू करता है। हैरानी इस बात की कि जब यह सिरफिरा बर्बरता दिखा रहा था, कई लोग उधर से गुजरे मगर किसी ने नहीं रोका। मिली जानकारी के मुताबिक, युवक का नाम साहिल है। जिस नाबालिग लड़की की हत्या हुई, उसका नाम साक्षी है।
हैवान को सब देखते रहे, किसी ने नहीं रोका
पुलिस के अनुसार, घटना दिल्ली के रोहिणी इलाके की है। 16 साल की साक्षी का साहिल से झगड़ा हुआ था। उसके बाद साहिल ने साक्षी की बेरहमी से हत्या कर दी। घटना सीसीटीवी कैमरा में दर्ज हो गई। खौफनाक फुटेज में साहिल एक गली में बार-बार साक्षी पर चाकू से वार करता दिख रहा है। उस गली से लोग गुजर रहे हैं मगर कोई उसे नहीं रोकता। बार-बार चाकुओं से गोदने के बाद साहिल एक पत्थर उठाकर उसका सिर कुचलता है। पुलिस ने कहा कि साहिल फरार है और उसकी तलाश जारी है।
दिल्ली महिला आयोग ने घटना का संज्ञान लिया है। DCW चेयरपर्सन स्वाति मालिवाल ने ट्वीट किया कि उन्होंने इससे ज्यादा भयानक कुछ नहीं देखा। स्वाति ने लिखा, 'दिल्ली के शाहबाद डेरी में एक नाबालिग मासूम गुड़िया को चाकू गोद-गोदकर मारा गया और उसके बाद पत्थर से उसे कुचल दिया गया। दिल्ली में दरिंदों के हौसले बुलंद हैं। पुलिस को नोटिस जारी कर रहे हैं। सब हदें पार हो गई हैं। मैंने अपने इतने सालों के करियर में इससे ज्यादा भयानक कुछ नहीं देखा।'
(स्रोत: नव भारत टाइम्स)
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