Tuesday, 30 May 2023

भारत से बाहर पहुंचा पहलवानों का मामला, समर्थन में आया UWW, भारतीय कुश्ती महासंघ को बैन करने की धमकी

भारत से बाहर पहुंचा पहलवानों का मामला, समर्थन में आया UWW, भारतीय कुश्ती महासंघ को बैन करने की धमकी


नई दिल्ली. भारत में पहलवानों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर अब सर्वोच्य कुश्ती फेडरेशन ने नजर डेढी की है. युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने मंगलवार को भारत के टॉप पहलवानों को जंतर मंतर पर प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए जाने की निंदा की है. इसको लेकर चेतावनी दी कि अगर निर्धारित समय के भीतर चुनाव नहीं होते हैं तो भारतीय कुश्ती महासंघ को निलंबित कर दिया जायेगा.

यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के प्रदर्शन पर उसकी नजर है. इसने एक बयान में कहा,‘‘ कई महीनों से हम भारत में हालात को लेकर चिंतित हैं जहां पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ उत्पीड़न और शोषण के आरोपों को देकर प्रदर्शन कर रहे हैं.’’

इसमें कहा गया, ‘‘हमने देखा है कि डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को शुरूआत मे ही अलग कर दिया गया और वह अब कुश्ती का कामकाज नहीं देख रहे हैं.’’

यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने कहा,‘‘ पिछले कुछ दिनों का घटनाक्रम और चिंताजनक है क्योंकि पहलवालों को पुलिस ने प्रदर्शन के कारण अस्थायी तौर पर हिरासत में लिया. उनके प्रदर्शन स्थल को भी खाली करा लिया गया. हम पहलवानों को हिरासत में लिए जाने की निंदा करते हैं. इसके अलावा अभी तक जांच के नतीजे नहीं आने पर भी निराशा व्यक्त करते हैं. हम संबंधित अधिकारियों से मामले की निष्पक्ष और संपूर्ण जांच कराने का अनुरोध करते हैं.’’

इसमें कहा गया, ‘‘हम पहलवानों से उनकी स्थिति और सुरक्षा को लेकर बात करेंगे और उनकी शिकायतों के निष्पक्ष और न्यायसंगत समाधान के पक्षधर हैं.’’

यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने कहा, ‘‘अंत में हम आईओए और तदर्थ समिति से अगली आमसभा की बैठक के बारे में जानकारी चाहते हैं. चुनाव के लिए दी गई 45 दिन की समय सीमा का सम्मान किया जाए. इसके भीतर चुनाव नहीं होने पर डब्ल्यूएफआई को निलंबित किया जा सकता है जिससे खिलाड़ी तटस्थ ध्वज तले खेलेंगे.’’

(स्रोत : न्युज 18)

कंगाल पाकिस्‍तान का प्‍लेन जब्‍त, इस्‍लामिक 'दोस्‍त' ने झाड़ा पल्‍ला, बकाया चुकाने की रखी मांग

कंगाल पाकिस्‍तान का प्‍लेन जब्‍त, इस्‍लामिक 'दोस्‍त' ने झाड़ा पल्‍ला, बकाया चुकाने की रखी मांग




नई दिल्‍ली. पाकिस्‍तान (Pakistan) कंगाल हो चुका है. उसके पास नकदी की इतनी ज्‍यादा कमी है कि वह अपनी एयरलाइंस तक चला नहीं पा रहा है. ऐसे समय में उसके इस्‍लामिक दोस्‍त मलेशिया ने उसे बड़ा झटका दिया है. पाकिस्‍तान को लीज पर दिए अपने प्‍लेन का पैसा न मिलने पर मलेशिया ने उस प्‍लेन पर कब्‍जा कर लिया है. खबरों के मुताबिक पाकिस्‍तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के बोइंग 777 प्‍लेन को मलेशिया की राजधानी कुआला लुम्पुर एयरपोर्ट पर रोक लिया है.

पाकिस्‍तान मीडिया में आई खबरों के मुताबिक यह प्‍लेन लीज पर लिया गया था, लेकिन 40 लाख डॉलर के बकाया होने के कारण इस पर कब्‍जा कर लिया है. मलेशिया की एक कंपनी ने इसको लेकर स्‍थानीय कोर्ट में अर्जी लगाई थी और कोर्ट के आदेश से इस प्‍लेन को जब्‍त कर लिया है. खबरों में बताया गया है कि यह दूसरी घटना है जब प्‍लेन को जब्‍त किया गया है.

2021 में हुआ था प्‍लेन जब्‍त, राजनयिक आश्‍वासन के बाद छोड़ा गया था
पाकिस्‍तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के इसी प्‍लेन को 2021 में भी जब्‍त कर लिया गया था, लेकिन बाद में राजनयिक वादा मिलने पर इसे छोड़ दिया गया था. उस समय इसमें 173 यात्री और क्रू मेंबर्स थे. उस समय भी पाकिस्‍तान लंबे समय से भुगतान नहीं कर रहा था. अब पाकिस्‍तान की माली हालत और भी ज्यादा खराब हो चुकी है. देश में महंगाई रिकॉर्ड तोड़ स्‍तर पर है और घरेलू वस्‍तुओं के दाम भी आसमान छू रहे हैं. ऐसे में जब्‍त प्‍लेन को छुड़ाने के लिए पाकिस्‍तान क्‍या कदम उठाएगा; यह देखने वाली बात होगी.

(स्रोत : न्युज 18)


मरकर जिंदा हुई महिला! ब्रेस्‍ट कैंसर से थी पीड़ित, फिर बताया मरने के पहले कुछ सेकेंड होता क्‍या है?

 

मरकर जिंदा हुई महिला! ब्रेस्‍ट कैंसर से थी पीड़ित, फिर बताया मरने के पहले कुछ सेकेंड होता क्‍या है?



ब्रेस्‍ट कैंसर से पीड़ित कर्टनी सैंटियागो का कहना है कि वह रुटीन स्‍कैन करा रही थी. उनका दावा है कि इसी दौरान उसकी मौत हो गई. इसके बाद कुछ उसी तरह की जगह पर पहुंच गईं, जिसे लोग स्‍वर्ग बताते हैं. बता दें कि कर्टनी सैंटियागो की उम्र महज 32 साल है.

कर्टनी सैंटियागो ने द मिरर को बताया कि वह जुलाई 2022 में अपना रुटीन चेकअप कराने के लिए अस्‍पताल गई थीं. स्‍कैन के दौरान उनका ब्‍लड प्रेशर अचानक लो होता चला गया. इससे उन्‍हें बेहोशी होने लगी. फिर वह कुछ देर के लिए कोमा में चली गईं.

मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला का कहना है कि कोमा में पहुंचने के बाद उनको ना तो अपनी चिंता हो रही थी और ना ही परिवार को लेकर कोई चिंता परेशान कर रही थी. इस दौरान उनको अजीब सी शांति महसूस हो रही थी. इसके बाद वह स्‍वर्ग जैसी किसी जगह पर पहुंच गई थीं.

कर्टनी सैंटियागो का कहना है कि मरने के बाद वह समंदर के किनारे पर खड़ी थीं. सामने का नजारा बेहद खूबसूरत था. वहां बहुत ज्‍यादा शांति थी. फिर एक व्‍यक्ति उनके सामने आकर खड़ा हो गया. उन्‍हें लगा कि वह उस व्‍यक्ति को पहचानती हैं.

महिला के मुताबिक, सामने खड़े उस व्‍यक्ति ने उनसे बात भी की. उसने कर्टनी से उसने कहा कि अभी तुम्‍हारे जाने का समय नहीं आया है. तुम वापस लौट जाओ. कर्टनी का दावा है कि इस सब में उनको सिर्फ 40 सेकेंड लगे यानी वह सिर्फ इतनी ही देर के लिए मरी थीं.

इसके बाद कर्टनी पहाड़ों और बचपन के घर से होते हुए अपने शरीर में लौट आईं. जब उन्हें होश आया तो शरीर में कोई मूवमेंट नहीं था. ना ही वह बोल पा रही थीं. डॉक्टरों के मुताबिक, दिमाग में ऑक्सीजन की कमी के चलते कर्टनी बेहोश हो गई थीं. वहीं, कर्टनी का कहना है कि वह 40 सेकंड के लिए जिंदगी और मौत के बीच फंस गई थीं.

(स्रोत : न्युज 18)

बिहार केअररिया में सांप के बाद स्‍कूल के MDM में निकली छिपकली, कई बच्‍चों को हुई उल्‍टी; 6 की हालत ज्‍यादा खराब

बिहार केअररिया में सांप के बाद स्‍कूल के MDM में निकली छिपकली, कई बच्‍चों को हुई उल्‍टी  ;  6 की हालत ज्‍यादा खराब


फुलकाहा (अररिया), संवाद सूत्र: नरपतगंज प्रखंड से सटे सुपौल जिला के छातापुर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय ठूठी में सोमवार को एमडीएम परोसने के क्रम में बच्चों के भोजन में मरी हुई छिपकली मिली, जिसके बाद बच्चों व गांव में हड़कंप मच गया।

आनन-फानन में 80 से ज्यादा स्कूली बच्चों को स्वास्थ जांच के लिए नरपतगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां चिकित्सक के द्वारा इलाज किया गया।

इसके पहले शनिवार को अररिया जिले के जोगबनी नगर परिषद के अमौना माध्यमिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन में सांप मिलने के बाद हड़कंप मच गया था, जहां 150 से अधिक बच्चे खाना खा चुके थे। आनन-फानन में सभी बच्चों को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल फारबिसगंज में भर्ती कराया गया था।

परिजन-ग्रामीणों की अस्‍पताल में लगी भीड़

बड़ी संख्या में बच्चों के अस्पताल पहुंचने से अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। अस्पताल परिसर में अभिभावक व ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। बच्चों में लगभग आधा दर्जन की स्थिति ज्यादा खराब बताई जा रही है।

इनमें कक्षा सात की 12 वर्षीय सोनी कुमार पिता रमेश सुकियार, कक्षा आठ का 13 वर्षीय छोटू कुमार भगत पिता राजू भगत, कक्षा 7 की 13 वर्षीय चांदनी कुमारी पिता प्रेमचंद शर्मा, कक्षा दो की छह वर्षीय अंशु कुमारी पिता योगेंद्र मेहता व कक्षा पांच की अंजली कुमारी पिता हरेराम मेहता शामिल हैं।

सुबह 11 बजे बच्‍चों ने खाया था खाना

अस्पताल में भर्ती बच्चों ने बताया कि विद्यालय में दिन के करीब 11 बजे से बच्चों को बारी-बारी से भोजन कराया गया। इसी दौरान कक्षा चार की तमन्ना की थाली के भोजन में मरी हुई छिपकली मिली, लेकिन तब तक अधिकांश बच्चे भोजन करने के बाद घरों को लौटने लगे थे।

जैसे ही एमडीएम में मरी हुई छिपकली मिलने की सूचना विद्यालय के शिक्षकों को मिली, शिक्षकों ने खाना बाहर फेंक दिया और स्कूल में छुट्टी दे दी। थोड़ी देर बाद बच्चों को उल्टी एवं कुछ की तबीयत बिगड़ने लगी।

सभी पर‍िजन अपने अपने बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंचने लगे, जिसके बाद डॉक्टरों की टीम बच्चों के इलाज में जुट गई।

नरपतगंज सीएचसी प्रभारी डॉ. कुमार मार्तंडे ने बताया कि यहां आए बच्चों के इलाज में चिकित्सकों की टीम को लगाया गया है। लगभग आधा दर्जन बच्चों में ज्यादा उल्टी की शिकायत थी।

(स्रोत: दैनिक जागरण) 


Monday, 29 May 2023

Uganda President signs legislation with death penalty for same-sex couple

Uganda President signs legislation with "Death Penalty" for Same-ex Couple


In a surprising development, Uganda’s president has signed into law ensuring brutal punishment for LGBTQ people. According to the law, same-sex people will face tough measures including death and life-imprisonment sentences-- a legislation supported by many in this East African country but widely condemned by rights activists and others abroad.

The version of the bill signed by President Yoweri Museveni doesn’t criminalize those who identify as LGBTQ, a key concern for campaigners who condemned an earlier draft of the legislation as an egregious attack on human rights.

Death penalty

But the new law still prescribes the death penalty for “aggravated homosexuality,” which is defined as cases of sexual relations involving people infected with HIV as well as with minors and other categories of vulnerable people.

A suspect convicted of “attempted aggravated homosexuality” can be imprisoned for up to 14 years, according to the legislation. Parliamentary Speaker Anita Among said in a statement that the president had “answered the cries of our people” in signing the bill.

“With a lot of humility, I thank my colleagues the Members of Parliament for withstanding all the pressure from bullies and doomsday conspiracy theorists in the interest of our country,” the statement said. 

The US has warned of economic consequences over legislation described by Amnesty International as “draconian and overly broad.”

Anti-gay sentiment in Uganda has grown in recent weeks amid news coverage alleging sodomy in boarding schools, including a prestigious one for boys where a parent accused a teacher of abusing her son.

The February decision of the Church of England’s national assembly to continue banning church weddings for same-sex couples while allowing priests to bless same-sex marriages and civil partnerships inflamed many in Uganda and elsewhere in Africa. Homosexuality is criminalized in more than 30 of Africa’s 54 countries. Some Africans see it as behaviour imported from abroad and not a sexual orientation. 

(Source: India TV) 


Sakshi Murder Case: हाथ में कलावा, पिता का नाम 'Sarfaraz', जानें कौन है साक्षी का हत्यारा साहिल

Sakshi Murder Case: हाथ में कलावा, पिता का नाम 'Sarfaraz', जानें कौन है साक्षी का हत्यारा साहिल


Sakshi Murder Case: दिल्ली (Delhi) में साक्षी (Sakshi) की सरेआम हत्या ने तूल पकड़ लिया है। आरोपी साहिल ने खुले में साक्षी पर चाकुओं से कई वार किए, इससे साक्षी की मौत हो गई। इस हत्याकांड को अंजाम देकर साहिल मौके से फरार हो गया। साहिल ने अपना फोन भी बंद कर दिया था, लेकिन पुलिस ने आरोपी को 24 घंटे के अंदर ढूंढ निकाला है। आइए हम आपको बताते हैं हैवानों की तरह हत्या करने वाला साहिल कौन है।

कौन है Sakshi का हत्यारा साहिल?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साहिल पेशे से एक मैकेनिक है। उसकी उम्र 20 वर्ष है। साहिल के पिता का नाम सरफराज है। पुलिस ने बताया कि साहिल और साक्षी दोनों पहले से ही रिलेशनशिप में थे। साक्षी शाहबाद डेयरी के ई ब्लॉक में रहती थी। साक्षी अपनी दोस्त के साथ जन्मदिन की पार्टी में जाने वाली थी। साक्षी पार्टी में जाने के लिए अपनी दोस्त को बुलाने के लिए गई थी। तभी साहिल आया और उस पर लगातार चाकू से वार करने लगा। साहिल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद फरार हो गया था। इसके बाद पुलिस ने आज उसे यूपी के बुलंदशहर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

साहिल के हाथ में कलावा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने साहिल को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से गिरफ्तार कर लिया है। साहिल की गिरफ्तारी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि साहिल ने हाथ में एक कवाला बंधा हुआ है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि साहिल के हाथ में कलावा कैसे। साहिल के पिता का नाम सरफराज है, लेकिन साहिल के हाथ में कलावा हर किसी के जहन में सवाल खड़े कर रहा है।

ये लव जिहाद है- कपिल मिश्रा

बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने साहिल को लेकर कहा कि ये मोहम्मद साहिल है सरफराझ का बेटा है। इसी हैवान ने दिल्ली में नाबालिग हिंदू लड़की को बेरहमी से चाकुओं से गोद गोद कर मार डाला। इसके साथ ही कपिल मिश्रा ने हाथ में कलावा को लेकर सवाल भी उठाया है। उन्होंने कहा कि इस साहिल के हाथ में कलावा कैसे। ये लव जिहाद है। ये बेटियों के खिलाफ सुनियोजित हमला है। साहिल के मास्टर माइंड कौन है।

(स्रोत : हरिभूमि) 



दिल्ली में हैवानियत की हद: लड़की को चाकू से 21 बार गोदा, दिल न भरा तो पत्थर से कुचल दिया

दिल्ली में हैवानियत की हद: लड़की को चाकू से 21 बार गोदा, दिल न भरा तो पत्थर से कुचल दिया

Curated by दिपक वर्मा 
नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 29 May 2023, 2:21 pm


हाइलाइट्स

  • दिल्‍ली के शाहबाद डेयरी इलाके में सिरफिर युवक की हैवानियत
  • नाबालिग लड़की को चाकुओं से गोदा, फिर पत्‍थर से कुचलता रहा
  • सीसीटीवी में खौफनाक वारदात दर्ज, मदद को कोई आगे नहीं आया

  • नई दिल्ली: शाहबाद डेयरी की एक गली... लोग आ-जा रहे हैं। अचानक एक लडका हाथ में कुछ लिए एक लड़की पर हमला करने लगता है। आसपास के लोग सहम जाते हैं, बचकर निकलने लगते हैं। वह युवक दनादन चाकू चलाता रहता है। एक... दो... तीन... चार... गिनती भूल जाएंगे। भीड़ तितर-बितर हो जाती है। लड़की निढाल हो चुकी है, इसके बावजूद युवक चाकू मारे जा रहा है। इतने से भी उसका मन नहीं भरता। एक पत्थर उठाता है और उससे लड़की को कुचलना शुरू कर देता है। करीब एक मिनट तक दिल्‍ली की इस गली में हैवानियत का नंगा नाच चलता है। फिर वह युवक वहां से जाता दिखता है मगर बात यहीं खत्म नहीं होती। कुछ सेकेंड में वह फिर लौटता है, लड़की को एक नजर देखता है। फिर एक बड़ा सा पत्थर उठाकर पूरे दम से फिर वार करना शुरू करता है। हैरानी इस बात की कि जब यह सिरफिरा बर्बरता दिखा रहा था, कई लोग उधर से गुजरे मगर किसी ने नहीं रोका। मिली जानकारी के मुताबिक, युवक का नाम साहिल है। जिस नाबालिग लड़की की हत्‍या हुई, उसका नाम साक्षी है।

हैवान को सब देखते रहे, किसी ने नहीं रोका
पुलिस के अनुसार, घटना दिल्ली के रोहिणी इलाके की है। 16 साल की साक्षी का साहिल से झगड़ा हुआ था। उसके बाद साहिल ने साक्षी की बेरहमी से हत्‍या कर दी। घटना सीसीटीवी कैमरा में दर्ज हो गई। खौफनाक फुटेज में साहिल एक गली में बार-बार साक्षी पर चाकू से वार करता दिख रहा है। उस गली से लोग गुजर रहे हैं मगर कोई उसे नहीं रोकता। बार-बार चाकुओं से गोदने के बाद साहिल एक पत्‍थर उठाकर उसका सिर कुचलता है। पुलिस ने कहा कि साहिल फरार है और उसकी तलाश जारी है।

दिल्‍ली महिला आयोग ने घटना का संज्ञान लिया है। DCW चेयरपर्सन स्‍वाति मालिवाल ने ट्वीट किया कि उन्‍होंने इससे ज्‍यादा भयानक कुछ नहीं देखा। स्‍वाति ने लिखा, 'दिल्ली के शाहबाद डेरी में एक नाबालिग मासूम गुड़िया को चाकू गोद-गोदकर मारा गया और उसके बाद पत्थर से उसे कुचल दिया गया। दिल्ली में दरिंदों के हौसले बुलंद हैं। पुलिस को नोटिस जारी कर रहे हैं। सब हदें पार हो गई हैं। मैंने अपने इतने सालों के करियर में इससे ज्‍यादा भयानक कुछ नहीं देखा।'

(स्रोत: नव भारत टाइम्स) 



Sunday, 28 May 2023

यौन शोषण करने वाला गुंडा संसद में बैठा है... और हमें सड़क पर... साक्षी बोलीं- मैंने किसी पुलिसवाले को नहीं मारा

यौन शोषण करने वाला गुंडा संसद में बैठा है... और हमें सड़क पर... साक्षी बोलीं- मैंने किसी पुलिसवाले को नहीं मारा

हाइलाइट्स

साक्षी मलिक ने कहा कि पहलवानों का आंदोलन जारी रहेगा
बृजभूषण शरण सिंह पर पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं

नई दिल्ली. ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक (Sakshi Malik) का कहना है कि पहलवानों का आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है. पुलिस हिरासत से छूटकर भारतीय पहलवान जंतर मंतर पर अपना सत्याग्रह शुरू करेंगे. विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) , साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया को दिल्ली पुलिस ने रविवार को सुरक्षा घेरा तोड़कर महिला ‘महापंचायत’ के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश करने के बाद कानून और व्यवस्था के उल्लंघन के लिए हिरासत में ले लिया.

पहलवानों को जबरदस्ती बसों में बैठाकर अलग-अलग स्थलों पर भेज दिया गया. पुलिस ने इसके बाद पहलवानों के अन्य सामान के साथ चारपाई, गद्दे, कूलर, पंखे और तिरपाल की छत को हटा दिया. 

साक्षी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ‘ यौन शोषण करने वाला गुंडा बृज भूषण आज संसद में बैठा है और हमें सड़क पर घसीटा जा रहा है. भारतीय खेलों के लिए खराब दिन.’ देश के शीर्ष पहलवानों ने 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था. बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है.

'हमारा आंदोलन खत्म नहीं हुआ है’
साक्षी ने दूसरा जो ट्वीट किया उसमें लिखा, ‘ हमारा आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. पुलिस हिरासत से छूटकर हम वापस जंतर मंतर पर अपना सत्याग्रह शुरू करेंगे. इस देश में अब तानाशाही नहीं, बल्कि महिला पहलवानों का सत्याग्रह चलेगा.’ जंतर-मंतर पर अफरातफरी के बीच पहलवानों और पुलिस अधिकारियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया और विनेश फोगाट, उनकी बहन संगीता फोगाट और साक्षी ने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की.

‘मुझे हिरासत में डराया गया’
विनेश ने हिरासत में लिए जाने के प्रयास के दौरान कड़ा प्रतिरोध किया और संगीता उनसे लिपट कर सड़क पर लेट गईं. पुलिस अधिकारियों ने उन्हें कई अन्य पहलवानों और उनके समर्थकों के साथ घसीटते हुए बसों में बैठा दिया. साक्षी ने ट्वीट के जरिा बताया कि कुछ चैनल ये अफवाह फैला रहे हैं कि साक्षी मलिक ने किसी पुलिसवाले को मारा, ये खबर सरासर झूठ है. साक्षी को बुरी तरह खींचकर Live कैमरा के सामने बस में ठूसा गया, वो दर्द में हैं. उन्हें हिरासत में डराया गया और खराब व्यवहार किया गया.’

(स्रोत : न्युज 18)

पहलवानों सहित सभी प्रदर्शनकारी पुलिस हिरासत में, धरनास्थल से टेंट भी हटाए गए

पहलवानों सहित सभी प्रदर्शनकारी पुलिस हिरासत में, धरनास्थल से टेंट भी हटाए गए




अच्छे व बुरे का अंतर : नए संसद भवन का निर्माण करने वाले श्रमिकों का हुआ सम्मान, PM Modi ने पहनाई शॉल, जबकि ताजमहल के श्रमिकों का हांथ कटवा दिया था शाहजहां ने

अच्छे व बुरे का अंतर : नए संसद भवन का निर्माण करने वाले श्रमिकों का हुआ सम्मान, PM Modi ने पहनाई शॉल, जबकि ताजमहल के श्रमिकों का हांथ कटवा दिया था शाहजहां ने


नई दिल्ली, एएनआई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नए संसद भवन का उद्घाटन किया। उद्घाटन से पहले पीएम ने तमिलनाडु से आए 20 पंडितों की मौजूदगी में पूजा-अर्चना की। कार्यक्रम में एक खास पल भी देखा गया, जब पीएम मोदी ने संसद के निर्माण में योगदान देने वाले श्रमिकों को सम्मानित किया।

शॉल पहनाकर किया सम्मान

नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले पीएम मोदी ने भवन के निर्माण में योगदान देने वाले श्रमिकों को पारंपरिक शॉल से सम्मानित किया और स्मृति चिन्ह सौंपे। 

(स्रोत: एo एनo आईo & दैनिक जागरण)


Mars Planet: मंगल ग्रह पर बड़ी नदी होने के म‍िले न‍िशान, नासा और चीन के रोवर को म‍िले पानी के संकेत

Mars Planet : मंगल ग्रह पर बड़ी नदी होने के म‍िले न‍िशान, नासा और  चीन के "रोवर" को म‍िले पानी के संकेत


वॉशिंगटन. नासा के पर्सीवरेंस रोवर (Perseverance Rover) और चीन के झुरोंग रोवर (ZhuRong Rover) को मंगल ग्रह (Mars Planet) पर बहती नदियों और भीगे हुए रेत के टीलों के संकेत मिले हैं. चीन के रोवर ने पाया कि आज से करीब 4 लाख साल पहले अत्यधिक ठंड की वजह से रेत के टीले जम कर कड़े हो गए होंगे. वहीं नासा (NASA) के पर्सीवरेंस को जो संकेत मिले हैं वह बताते हैं कि ताकतवर जलमार्ग ने जेजीरो क्रेटर में अपना रास्ता बनाया होगा, जिसकी वजह से इसमें अच्छी खासी दर से पानी गिरा होगा.

नासा के पर्सीवरेंस को मंगल की अब तक की सबसे बड़ी नदी मिली है. चट्टानों के आकार से यह अंदाजा लगाया गया है कि यह नदी कुछ जगहों पर 66 फीट से ज्यादा गहरी थी. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह संरक्षित नदी के किनारे की रेत थी.

यूटा में ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी के शोधार्थी जानी राडेब का दोनों जानकारियों को लेकर कहना है कि, यह बहुत अहम जानकारी है जो दूसरे ग्रह की सतह के बारे में हमें बता रही है.

नेट जियो की रिपोर्ट बताती है कि चीन के रोवर ने मंगल की सतह पर पानी के निशान खोजे हैं. रोवर के करीब रेत के टीले पर एक तरह की पपड़ी बन गई थी जो पानी के खनिजों के संपर्क में आने से बनी होगी. हो सकता है क‍ि पूर्व में पानी यहां इन रेत के टीलों पर पाले की वजह से आया होगा या हजारों साल पहले ग्रह के झुकाव की वजह से इस क्षेत्र में बर्फ गिरी होगी.

ब्राउन यूनिवर्सिटी के ग्रह वैज्ञानिक और नासा के मंगल उत्सुकता मिशन के सदस्य राल्फ मिल्लिकेन का कहना है कि मंगल पर पाई जाने वाली धूल खनिज से लबरेज है जो हवा में मौजूद पानी को सोख सकती है. अगर यह सामग्री रेत के टीलों को ढक लेती है, तो मौसम में आए बदलाव से पैदा हुई आर्द्रता धूल से पानी को सोख सकती है और फिर बिना तरल बने उसे छोड़ सकती है. मिलिकेन का कहना है कि यह वह प्रक्रिया है जो मंगल ग्रह पर अलग-अलग जगह पर हो सकती है.

जहां चीन के रोवर ने भीगे हुए रेत के टीलों की जांच की. वहीं पर्सीवरेंस ने एक शक्तिशाली धारा के अवशेषों की खोज की. नासा के रोवर ने जो साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं, उसके हिसाब से ग्रह पर प्राचीन समय में एक नदी बहा करती थी जो काफी गहरी थी. और इसका बहाव काफी तेज था. यह नदी उस जलमार्ग के नेटवर्क का हिस्सा था जो जेजीरो क्रेटर में बहता था. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि यह वही क्षेत्र है जहां रोवर पिछले 2 सालों से सूक्ष्म जीवों के जीवन के संकेतों की उम्मीद में खोज कर रहा है.

नासा ने अपनी विज्ञप्ति में बताया है कि, इससे साफ हो जाता है कि एक ताकतवर नदी अपने साथ बहुत सारा मलबा लेकर आई है. नदी का बहाव जितना शक्तिशाली होता है वह उतनी आसानी से बड़े टुकड़ों को बहा कर ला सकती है. दूसरे ग्रह पर इस तरह की चट्टानों का दिखना और परिचित प्रक्रियाओं का होना बेहद खुशी की बात है.

पिछले 2 सालों से पर्सीवरेंस रेतीली चट्टान के एक 820 फुट ऊंचे ढेर की जांच कर रहा है. जो 820 फीट लंबा और घुमावदार है जो बहते हुए पानी का संकेत देता है. इस घुमावदार इकाई के बीच एक जगह को स्प्रिंकल हेवन का नाम दिया गया है.

(स्रोत : न्युज 18 )



Saturday, 20 May 2023

दुधारू गाय बना RBI, मोदी सरकार को देगा ₹87,416 करोड़ का डिविडेंड, इतना तो सोचा भी न था गवर्नमेंट ने

दुधारू गाय बना RBI, मोदी सरकार को देगा ₹87,416 करोड़ का डिविडेंड, इतना तो सोचा भी न था गवर्नमेंट ने


मुंबई. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने केंद्र सरकार को वित्त वर्ष 2022-23 (FY23) के लिए 87,416 करोड़ रुपये के डिविडेंड भुगतान को शुक्रवार को मंजूरी दे दी. यह इसके पहले वित्त वर्ष (FY22) के डिविडेंड भुगतान के मुकबले करीब तिगुना है.

वित्त वर्ष 2021-22 में डिविडेंड भुगतान 30,307 करोड़ रुपये था. गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में हुई आरबीआई के केंद्रीय निदेशक मंडल की 602वीं बैठक में डिविडेंड भुगतान का फैसला लिया गया.

केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, ‘‘निदेशक मंडल ने किसी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए ‘आकस्मिक जोखिम बफर’ (Contingency Risk Buffer) को 6 फीसदी रखने का फैसला करते हुए लेखा वर्ष 2022-23 के लिए सरप्लस के रूप में 87,416 करोड़ रुपये केंद्र सरकार को ट्रांसफर करने को मंजूरी दी.’’

सालाना रिपोर्ट और लेखा को भी मंजूरी
निदेशक मंडल ने वैश्विक और घरेलू आर्थिक तथा उससे जुड़ी स्थितियों की भी समीक्षा की. आरबीआई के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2022-23 में आरबीआई के कामकाज की समीक्षा के साथ सालाना रिपोर्ट और लेखा को  भी मंजूरी दे दी.

( स्रोत : न्युज 18 )


SC defers scientific survey to determine age of 'Shivling' found at Gyanvapi Mandir / mosque

SC defers scientific survey to determine age of 'Shivling' found at Gyanvapi Mandir /  mosque

 |  | New Delhi



The Supreme Court on Friday deferred the scientific survey, including carbon dating, to determine the age of "Shivling" which was said to have been found at the Gyanvapi mosque in Varanasi.

The Allahabad High Court on May 12 ordered determination of the age of the structure claimed to be "Shivling" using modern technology. However, the mosque authorities have said the structure is part of a fountain in the 'wazu khana', where ablutions are performed before namaz.

A bench headed by Chief Justice D Y Chandrachud issued notices to the Centre, the Uttar Pradesh government and the Hindu petitioners on the mosque panel's plea against the high court order for the scientific survey and carbon dating of "Shivling".

"Since the implications of the impugned order merit closer scrutiny, the implementation of the directions concerned in the order shall stand deferred till the next date," the bench also comprising Justices P S Narasimha and K V Vishwanathan said.

The top court was hearing a plea challenging the Allahabad High Court order for conducting a "scientific survey", including carbon dating, to determine the age of the structure.

The Centre and the Uttar Pradesh government both agreed to the plea for adjourning the proposed scientific survey of "Shivling" for the time being.

(Source : PTI & The Pioneer)


तेजी से धंस रहा न्यूयॉर्क सिटी, दुनिया के सबसे अमीर शहर की गगनचुंबी इमारतें ही बनीं वजह, जियोलॉजिस्ट ने चेताया

तेजी से धंस रहा न्यूयॉर्क सिटी, दुनिया के सबसे अमीर शहर की गगनचुंबी इमारतें ही बनीं वजह, जियोलॉजिस्ट ने चेताया


न्यूयॉर्क. दुनिया का सबसे अमीर शहर न्यूयॉर्क (New York City) शहर लगातार धंसता जा रहा है. अपनी गगनचुंबी इमारतों (skyscrapers) के लिए दुनिया भर में मशहूर ये शहर जलवायु परिवर्तन (climate change), समुद्र के बढ़ते स्तर और ऊंची इमारतों के अपने बढ़ते वजन से तिहरे खतरे का सामना कर रहा है. जैसे-जैसे दुनिया गर्म हो रही है और दुनिया भर में समुद्र का स्तर बढ़ रहा है, तटीय शहर अत्यधिक असुरक्षित होते जा रहे हैं. साइंटिस्ट्स ने संकेत दिया है कि लगातार बढ़ते निर्माण का बोझ और समुद्र के स्तर में वृद्धि से बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है. यह सबसिडेंस (subsidence) के हालात को ट्रिगर करता है, जिससे शहर डूब जाता है.

इसी तरह की घटना हाल ही में भारत के उत्तराखंड के जोशीमठ शहर में देखी गई, जहां घरों में बड़े पैमाने पर दरारें आ गई हैं. एडवांसिंग अर्थ एंड स्पेस साइंस (Advancing Earth and Space Science) नामक मैगजीन में छपी एक स्टडी में शोधकर्ताओं ने इस बात पर रोशनी डाली है कि कैसे न्यूयॉर्क शहर समुद्र के स्तर में बढ़ोतरी और प्राकृतिक और मानवजनित कारणों से तूफान की तेजी के बढ़ते जोखिम का सामना कर रहा है. न्यूयॉर्क शहर को एक उदाहरण के रूप में लेते हुए शोधकर्ताओं की टीम ने दिखाया कि कैसे दुनिया भर के तटीय शहर किस तरह समस्या का सामना कर रहे हैं.

सालाना 1-2 मिमी. धंस रहा न्यूयॉर्क शहर
रोड आइलैंड विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट स्कूल ऑफ ओशनोग्राफी के शोधकर्ताओं ने कहा कि “न्यूयॉर्क दुनिया भर में बढ़ते तटीय शहरों का प्रतीक है, जो कि धंसते हुए देखे गए हैं. जिसका मतलब है कि बाढ़ के बढ़ते खतरे के खिलाफ बचाव की एक साझा वैश्विक चुनौती दिखाई दे रही है. न्यूयॉर्क शहर 80 लाख लोगों का घर है और सालाना 1-2 मिमी. धंस रहा है. जबकि इसके कुछ इलाकों में बहुत तेजी से धंसाव देखा जा रहा है. न्यूयॉर्क शहर की सतह का भूविज्ञान एक जटिल हिमनदी इलाका है और यह झील की गाद, रेत और मिट्टी के जमाव के बना है.

इसी तरह की घटना हाल ही में भारत के उत्तराखंड के जोशीमठ शहर में देखी गई, जहां घरों में बड़े पैमाने पर दरारें आ गई हैं. एडवांसिंग अर्थ एंड स्पेस साइंस (Advancing Earth and Space Science) नामक मैगजीन में छपी एक स्टडी में शोधकर्ताओं ने इस बात पर रोशनी डाली है कि कैसे न्यूयॉर्क शहर समुद्र के स्तर में बढ़ोतरी और प्राकृतिक और मानवजनित कारणों से तूफान की तेजी के बढ़ते जोखिम का सामना कर रहा है. न्यूयॉर्क शहर को एक उदाहरण के रूप में लेते हुए शोधकर्ताओं की टीम ने दिखाया कि कैसे दुनिया भर के तटीय शहर किस तरह समस्या का सामना कर रहे हैं.

सालाना 1-2 मिमी. धंस रहा न्यूयॉर्क शहर
रोड आइलैंड विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट स्कूल ऑफ ओशनोग्राफी के शोधकर्ताओं ने कहा कि “न्यूयॉर्क दुनिया भर में बढ़ते तटीय शहरों का प्रतीक है, जो कि धंसते हुए देखे गए हैं. जिसका मतलब है कि बाढ़ के बढ़ते खतरे के खिलाफ बचाव की एक साझा वैश्विक चुनौती दिखाई दे रही है. न्यूयॉर्क शहर 80 लाख लोगों का घर है और सालाना 1-2 मिमी. धंस रहा है. जबकि इसके कुछ इलाकों में बहुत तेजी से धंसाव देखा जा रहा है. न्यूयॉर्क शहर की सतह का भूविज्ञान एक जटिल हिमनदी इलाका है और यह झील की गाद, रेत और मिट्टी के जमाव के बना है.

(स्रोत : न्युज 18)


प्लास्टिक बैग में बांध फेंक दी थी बच्ची, 4 साल बाद जॉर्जिया की 'बेबी इंडिया' की मां का खुला राज, अब हुई अरेस्ट

प्लास्टिक बैग में बांध फेंक दी थी बच्ची, 4 साल बाद जॉर्जिया की 'बेबी इंडिया' की मां का खुला राज, अब हुई अरेस्ट



उत्तरी जॉर्जिया के एक जंगली इलाके में छोड़ी गई एक नवजात बच्ची के प्लास्टिक बैग में जीवित पाए जाने के लगभग चार साल बाद अधिकारियों ने बच्ची की मां की पहचान की और उसे गिरफ्तार कर लिया है. फोर्सिथ काउंटी शेरिफ के कार्यालय के प्रतिनिधियों ने 40 वर्षीय करीमा जिवानी को गुरुवार को हत्या के आपराधिक प्रयास, बच्ची के प्रति क्रूरता, गंभीर हमले और लापरवाही पूर्वक परित्याग के आरोप में गिरफ्तार किया है.

CNN की रिपोर्ट के अनुसार पिछले सप्ताह डीएनए ने शेरिफ के कार्यालय को करीमा जिवानी को बच्ची की मां के रूप में पहचानने में मदद की. जिसे ‘बेबी इंडिया’ कहा जाता है. माना जाता है कि बच्ची सिर्फ कुछ घंटों की थी जहां अटलांटा के उत्तर में लगभग 40 मील की दूरी पर कमिंग, जॉर्जिया में एक परिवार ने 6 जून, 2019 को एक जंगली इलाके से आने वाले शोर के बारे में सुना.

कानून प्रवर्तन अधिकारियों के बॉडी कैमरा फुटेज में रोती हुई बच्ची को एक पीले रंग के प्लास्टिक बैग में लिपटे हुए देखा गया था. बेबी इंडिया का जन्म संभवतः एक वाहन के अंदर हुआ था. अतिरिक्त सबूतों से पता चला है कि करीमा जिवानी ने कार में बच्ची के साथ जन्म के बाद कुछ समय तक तक गाड़ी चलाई. इसके बाद उसने बच्ची को प्लास्टिक की थैली में बांधा और उसे जंगल में फेंक दिया. जांच के दौरान एकत्र किए गए सबूतों से अधिकारियों को पता लगा है कि जब बच्ची को छोड़ा गया था तो शायद करीमा अकेली थी.

अधिकारियों ने कहा कि करीमा ने बताया कि फिलहाल वह अपना उद्देश्य पुलिस को नहीं बता सकती है. शेरिफ के कार्यालय की जांच में पाया गया कि करीमा का छिपे हुए गर्भधारण और आश्चर्यजनक जन्मों का इतिहास था. रिपोर्ट के अनुसार डिजिटल सबूतों को जोड़ने से संकेत मिलता है कि वह इस विशेष गर्भावस्था के बारे में कुछ समय से जानती थी और इसे छिपाने के लिए वह इस हद तक चली गई. फिलहाल पुलिस ने बेबी इंडिया की वर्तमान स्थिति के विवरण पर चर्चा नहीं की लेकिन कहा कि वह खुश, स्वस्थ और सुरक्षित स्थान पर है.

( स्रोत : न्युज 18)



Tuesday, 16 May 2023

UP: Varanasi court agrees to hear plea seeking ASI survey of entire Gyanvapi complex

UP: Varanasi court agrees to hear plea seeking ASI survey of entire Gyanvapi complex

 |  | Varanasi


A court here on Tuesday agreed to hear a plea for a survey by the Archeological Survey of India (ASI) of the entire Gyanvapi mosque premises located next to the Kashi Vishwanath temple.

Accepting the petition filed by lawyer Vishnu Shankar Jain, who represents the Hindu side, District Court Judge A K Vishvesh asked the Gyanvapi mosque committee to file its reply to the plea by May 19, District Government Counsel Mahendra Nath Pandey said.

The court has fixed the next hearing in the matter on May 22.

On Friday, the Allahabad High Court ordered determination of the age of the structure claimed to be a shivling in the Gyanvapi mosque using modern technology. It set aside an October 14 order of the Varanasi District Court that rejected a plea for scientific investigation, including carbon dating, of the structure found in May 2022 during a court-mandated survey of the Gyanvapi mosque.

The high court directed the Varanasi district judge to proceed, in accordance with law, on the application by the Hindu worshippers for conducting a scientific probe of the ‘shivling', paving the way for determining the age of the structure.

(Source: PTI & The Pioneer) 


Friday, 12 May 2023

राहुल गांधी को सजा सुनाने वाले सूरत के CJM का प्रमोशन रुका, सुप्रीम कोर्ट से 68 जजों को झटका

राहुल गांधी को सजा सुनाने वाले सूरत के CJM का प्रमोशन रुका, सुप्रीम कोर्ट से 68 जजों को झटका




नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने सूरत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरीश हसमुखभाई वर्मा समेत गुजरात की निचली अदालतों के 68 न्यायिक अधिकारियों की पदोन्नति पर शुक्रवार को रोक लगा दी. 

सूरत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) हसमुखभाई वर्मा ने ही मानहानि के एक मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दोषी ठहराया था. 

सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति एमआर शाह और न्यायमूर्ति सीटी रविकुमार की पीठ ने कहा कि गुजरात राज्य न्यायिक सेवा नियमावली 2005 के अनुसार, योग्यता-सह-वरिष्ठता के सिद्धांत और योग्यता परीक्षा पास करने पर ही पदोन्नति होनी चाहिए. नियमावली में 2011 में संशोधन किया गया था.

(स्रोत : न्युज 18)

ज्ञानवापी का 'शिवलिंग' कितना पुराना साइंटिफिक सर्वे के जरिए लगाया जाएगा पता, हाईकोर्ट ने पलटा वाराणसी के जिला जज का फैसला

ज्ञानवापी का 'शिवलिंग' कितना पुराना साइंटिफिक सर्वे के जरिए लगाया जाएगा पता, हाईकोर्ट ने पलटा वाराणसी के जिला जज का फैसला


प्रयागराज. वाराणसी के विवादित ज्ञानवापी परिसर में मिले कथित शिवलिंग के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला सामने आया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कथित शिवलिंग का साइंटिफिक सर्वे किए जाने का आदेश जारी किया है. साइंटिफिक सर्वे का काम आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को करना होगा. कथित शिवलिंग को नुकसान पहुंचाए बिना साइंटिफिक सर्वे करना है. साइंटिफिक सर्वे के जरिए यह पता लगाना होगा कि बरामद हुआ कथित शिवलिंग कितना पुराना है, यह वास्तव में शिवलिंग है या कुछ और है.

हाईकोर्ट ने वाराणसी के जिला जज के फैसले को बदल दिया है. जस्टिस अरविंद कुमार मिश्र की सिंगल बेंच में मामले की सुनवाई हुई. कथित शिवलिंग का साइंटिफिक सर्वे कार्बन डेटिंग के जरिए कराए जाने की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ये फैसला दिया है. इस मामले में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने कल ही सील बंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट पेश की थी. हिंदू पक्ष की महिलाओं की तरफ से याचिका दाखिल की गई थी.

इस याचिका में वाराणसी के जिला जज के आदेश को चुनौती दी गई थी. इससे पहले पिछले साल मई महीने में कोर्ट कमीशन की कार्यवाही के दौरान मस्जिद के वजूखाने से शिवलिंग बरामद हुआ था.

(स्रोत : न्युज 18)

Thursday, 11 May 2023

The Kerala Story' made tax-free in Madhya Pradesh: CM Chouhan

'The Kerala Story' made tax-free in Madhya Pradesh: CM Chouhan




 |  | Bhopal: 

Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan on Saturday announced to give tax-free status to 'The Kerala Story' in the state, a day after Prime Minister Narendra Modi credited the movie for bringing out terror conspiracies and used it to attack the Congress during a rally in Karnataka.

“We have already made a law against religious conversion in Madhya Pradesh. Since this film creates awareness, everyone should watch this film. Parents, children and daughters should watch it. That's why the Madhya Pradesh government is giving tax-free status to the movie ‘The Kerala Story',” Chouhan said.

The CM said that the film exposes the conspiracies of ‘love jihad', religious conversion and terrorism and its “hideous” face.

‘Love jihad' is a term often used by right-wing activists to allege a ploy by Muslim men to lure Hindu women into religious conversion through marriage.

This film tells how the daughters ruin their lives after getting entangled in the web of ‘love jihad' due to momentary sentimentality, said Chouhan and added, “This film also exposes the design of terrorism.”

In a rally in Ballari in poll-bound Karnataka, PM Modi said on Friday, “Such a beautiful state of the country, where people are hardworking and talented. The ‘Kerala Story' film brings out terror conspiracies happening in that state.”

“It is unfortunate that Congress can be seen standing with this terror trend that is seeking to ruin the country. Congress is even indulging in backdoor political bargaining with people having terror inclinations. People of Karnataka should be cautious about Congress,” added Modi.

Karnataka votes for a new assembly on May 10. The results will be announced on May 13.

(Source : PTI) 



Monday, 1 May 2023

शादी में परोस रहा था खाना, अचानक उबलते रसम की कड़ाही में गिरने से युवक की मौत

शादी में परोस रहा था खाना, अचानक उबलते रसम की कड़ाही में गिरने से  युवक की मौत


चेन्नई: तमिलनाडु (Tamil Nadu) के तिरुवल्लुर जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ. सोमवार को पुलिस ने बताया कि 21 साल का एक व्यक्ति गर्म रसम की कड़ाही में गलती से गिर गया. फिर जलने से उसकी मौत हो गई. पीड़िता एक कॉलेज का छात्र है जो एक कैटरिंग फर्म में पार्ट-टाइम काम करता था. पुलिस का कहना है कि वह पिछले हफ्ते एक शादी के समारोह में मेहमानों को खाना परोस रहा था, तभी यह घटना हुई. खाना परोसने के दौरान युवक उस कड़ाही में गिर गया जिसमें उबलता हुआ रसम मेहमानों को परोसने के लिए रखा गया था.

युवक के झुलसने के बाद समारोह में अफरा-तफरी मच गई. गर्म रसम में गिरने की वजह से पीड़ित गंभीर रूप से झुलस गया. फिर फौरन उसे शहर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लेकिन घायल युवक ट्रीटमेंट का रिस्पॉन्स नहीं कर रहा था और 30 अप्रैल को उसकी मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि युवक की मौत के बाद मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल जांच की जा रही है.

(स्रोत : न्यूज 18)