बिहार के सभी थानों में महिलाओं के लिए अलग हेल्प डेस्क, गृह विभाग ने सभी जिलों से मांगी रिपोर्ट
पटना। : बिहार के पुलिस थानों में आने वाली फरियादी महिलाओं की सहायता के लिए महिला हेल्प डेस्क तैयार की जा रही है। यहां हर वक्त महिला कर्मी तैनात रहेंगी, जो खास तौर पर महिलाओं और लड़कियों की मदद करेंगी। गृह विभाग ने महिला हेल्प डेस्क को लेकर पुलिस मुख्यालय से रिपोर्ट तलब की है।
राज्य स्तर पर नोडल अधिकारी
महिला हेल्प डेस्क को क्रियाशील करने के लिए पुलिस मुख्यालय को राज्यस्तरीय नोडल पदाधिकारी नामित करने का निर्देश दिया गया है। नोडल पदाधिकारी यह समीक्षा कर रिपोर्ट देंगे कि कितने महिला हेल्प डेस्क के लिए पुलिस मुख्यालय के द्वारा सामग्री की आपूर्ति की गई।
सभी जिलों से मांगी गई तस्वीर
इसके साथ ही क्रियाशील हेल्प डेस्क की जिलावार व थानावार सूची भी विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। सभी जिलों के एसपी के जरिए महिला हेल्प डेस्क की तस्वीर भी मंगाने को कहा गया है। पिछले दिनों गृह विभाग की समीक्षा बैठक में इस बाबत विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए।
192 थानों में नहीं हो सका काम
पिछली रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में चिह्नित 500 थानों में करीब 192 पुलिस थानों में महिला हेल्प डेस्क स्थापित करने का काम लंबित है। इसके अलावा केंद्र सरकार के मापदंड के अनुसार, 350 महिला हेल्प डेस्क स्थापित करने के लिए थानों को चिह्नित किया जाना है।
थानों में 20 प्रतिशत महिला पुलिसकर्मी
राज्य के पुलिस थानों व ओपी में महिला पुलिसकर्मियों की हिस्सेदारी 20.63 प्रतिशत है। अक्टूबर माह की अपडेट रिपोर्ट के अुनसार, राज्य के करीब एक हजार पुलिस थानों में कुल 27 हजार 767 पुलिसकर्मियों की तैनाती है। इनमें 22 हजार 37 पुरुष पुलिसकर्मी हैं, जबकि 5,730 महिला पुलिसकर्मी हैं। राज्य में 51 पुलिस थाने ऐसे हैं, जहां महिला थानेदार हैं।
51 महिलाएं थानाध्यक्ष की भूमिका में
इनमें सात इंस्पेक्टर रैंक जबकि 44 एसआइ यानी दारोगा रैंक की महिला थानाध्यक्ष हैं। इसके अलावा 12 महिला दारोगा अतिरिक्त थाना प्रभारी के पद पर हैं। अब गृह विभाग ने पुलिस मुख्यालय को थानों में पदस्थापित सभी श्रेणी की महिला कर्मियों का आंकड़ा प्रतिशत सहित उपलब्ध कराने को कहा है।
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