बेन बर्नानके, डगलस डायमंड और फिलिप डायबविग को अर्थशास्त्र का नोबेल
स्टाकहोम : फेडरल रिजर्व के पूर्व प्रमुख बेन बर्नानके (Ben Bernanke) को डगलस डायमंड (Douglas Diamond) और फिलिप डायबविग (Philip Dybvig) ने संयुक्त रूप से अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीता है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने सोमवार को इसकी घोषणा की। तीनों अर्थशास्त्रियों को बैंकों और वित्तीय संकटों पर शोध के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।
साल 1983 के एक पेपर में बेन बर्नानके (Ben Bernanke) ने सांख्यिकीय विश्लेषण और ऐतिहासिक स्रोतों के साथ दिखाया कि 30 के दशक में अपेक्षाकृत सामान्य मंदी ने दुनिया को सबसे गंभीर वित्तीय संकट में ढकेल दिया।समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक स्टॉकहोम में रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज की नोबेल पैनल ने सोमवार को अर्थशास्त्र के Nobel पुरस्कार की घोषणा की।
समिति ने इस पुरस्कार की घोषणा के साथ अपने अधिकारिक बयान में कहा कि तीनों अर्थशास्त्रियों ने अपने शोध में दिखाया कि बैंकों को पतन से बचना क्यों महत्वपूर्ण है। नोबेल पुरस्कारों में एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (करीब 900,000 डॉलर) का नकद पुरस्कार दिया जाता है। इस साल 10 दिसंबर को यह राशि तीनों अर्थशास्त्रियों को यह रकम दी जाएगी।
अन्य पुरस्कारों के विपरीत, अर्थशास्त्र के नोबल पुरस्कार की स्थापना अल्फ्रेड नोबेल (Alfred Nobel) की साल 1895 में की वसीयत में नहीं वरन उनकी स्मृति में स्वीडिश केंद्रीय बैंक द्वारा की गई थी। अर्थशास्त्र के नोबल का पहला विजेता वर्ष 1969 में चुना गया था।
पिछले साल पुरस्कार का आधा हिस्सा डेविड कार्ड को दिया गया था। डेविड कार्ड ने… न्यूनतम मजदूरी, आप्रवासन और शिक्षा श्रम बाजार को कैसे प्रभावित करते हैं..? इस विषय पर अध्ययन किया था। पुरस्कार का दूसरा आधा हिस्सा जोशुआ एंग्रिस्ट और गुइडो इम्बेन्स को दिया गया था।
जोशुआ एंग्रिस्ट और गुइडो इम्बेन्स ने उन मुद्दों का अध्ययन करने का प्रस्ताव दिया जो पारंपरिक वैज्ञानिक तरीकों पर आसानी से फिट नहीं बैठते हैं। इस साल नोबेल पुरस्कार की घोषणाओं का सिलसिला 3 अक्टूबर को शुरू हुआ। पहले दिन स्वीडिश वैज्ञानिक स्वंते पाबो (Svante Paabo) को निएंडरथल डीएनए (Neanderthal DNA) के रहस्यों को उजागर करने के लिए चिकित्सा के क्षेत्र का नोबल पुरस्कार दिया गया था।
मंगलवार को भौतिकी के क्षेत्र में तीन वैज्ञानिकों ने संयुक्त रूप से यह पुरस्कार जीता था। भौतिक विज्ञानी फ्रांसीसी एलेन एस्पेक्ट, अमेरिकी जॉन एफ क्लॉसर और ऑस्ट्रियाई एंटोन जिलिंगर ने दिखाया था कि छोटे कण अलग होने पर भी एक-दूसरे के साथ संबंध बनाए रख सकते हैं। एक घटना जिसे क्वांटम उलझाव (quantum entanglement) के रूप में जाना जाता है… इसका उपयोग कंप्यूटिंग और जानकारी को एन्क्रिप्ट करने के लिए किया जा सकता है।
(स्रोत : आज , पटना )
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