पुलिस का अमानवीय चेहरा, मानसिक विक्षिप्त बच्ची को अगवा करने वाले पर दर्ज नहीं की FIR, दुखी पिता ने लगाई फांसी
खरगोन (मध्य प्रदेश) : जिलामुजिला से 70 किलोमीटर दूर सनावद में पुलिस का अमानवीय चेहरा देखने को मिला है। यहां मानसिक विक्षिप्त नाबालिग बेटी को बहलाकर घर ले जाने वाले के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने थाने पहुंचे परिजनों से आवेदन लेकर एसआई ने रवाना कर दिया। आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं (पुलिस ने किडनैपिंग का FIR दर्ज नहीं किया) होने से दुखी पिता ने फांसी लगाकर जान दे दी।
जानकारी के अनुसार, खरगोन स्थित सनावद के मंडलोई मोहल्ले में गुरुवार को मानसिक रूप से कमजोर लड़की को अगवा करने की नीयत से शिव नामक युवक उसे कहीं ले जा रहा था। शिव को लड़की ले जाते परिजनों ने देख लिया तो हंगामा हुआ। लड़की ने बताया कि इससे पहले भी युवक उसे दो-तीन बार घर ले गया। इस पर परिजन को शक हुआ कि उनकी बेटी के साथ कुछ गलत काम किया होगा। इसी कारण परिजन पुलिस थाने पहुंचे और बेटी का मेडिकल कराने की मांग की।
वहीं खरगोन पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ महज खानापूर्ति वाली धारा 151 की कार्रवाई कर छोड़ दिया। युवक थाने से निकलकर फिर से लड़की के घर के सामने पहुंचा और गाली-गलौज करने लगा। इसी से लड़की के पिता आहत हुए। थाने से घर पहुंचे परिजन एक कमरे में बैठकर आपस में बात कर रहे थे। इसी दौरान पिता जितेंद्र बनवाड़े (42) ने घर के दूसरे कमरे में जा कर फांसी लगा ली। इससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन फिर से थाने पहुंचे और जमकर हंगामा किया। जितेंद्र की आत्महत्या की खबर के बाद पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
(स्रोत: नवभारत टाइम्स)
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