ऐलान-ए-जंग: दो सैनिकों की मौत के बाद एक्शन में यूक्रेन, डोनबास क्षेत्र में अलगाववादी वर्चस्व वाले ठिकानों पर किया हमला
रूस-यूक्रेन में चल रहे गतिरोध के बीच यूक्रेन की सेना ने दावा किया है कि शनिवार को रूस समर्थक अलगाववादियों की गोलाबारी में उसके दो सैनिक मारे गए और जबकि चार घायल हो गए। सेना ने अपने फेसबुक पेज पर कहा कि उसने दिन की शुरुआत से अलगाववादियों द्वारा 70 संघर्ष विराम उल्लंघन दर्ज किए हैं।
सैनिकों की मौत के बाद यूक्रेन की सेना भी एक्शन में है। एक समाचार रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन की सेना ने रविवार को रूस समर्थक अलगाववादियों, लुहान्स्क और डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (एलपीआर और डीपीआर) के ठिकानों पर हमला किया।
स्पुतनिक न्यूज एजेंसी ने बताया कि यूक्रेनी सशस्त्र बलों ने पायनर्सकोय बस्ती के क्षेत्र में एलपीआर के ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप पांच आवासीय भवन नष्ट हो गए और नागरिक भी हताहत हुए हैं। डीपीआर ने यूक्रेनी बलों पर महत्वपूर्ण नागरिक बुनियादी ढांचे पर गोलीबारी का आरोप लगाया, डीपीआर ने समाचार एजेंसी के अनुसार पिछले 24 घंटों में यूक्रेनी बलों पर 82 संघर्ष विराम उल्लंघन का आरोप लगाया। शनिवार को, रूस के रोस्तोव क्षेत्र ने पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र के शरणार्थियों के लिए 15 बॉर्डर क्रॉसिंग खोल दिए थे।
मालूम हो कि इससे पहले शनिवार को पूर्वी यूक्रेन में रूसी समर्थक अलगाववादी डीपीआर के प्रमुख डेनिस पुशिलिन घोषणा की कि उन्होंने सामान्य लामबंदी को लेकर एक डिक्री पर हस्ताक्षर किए हैं। हाल के तनाव रूस के पूर्व में डोनबास क्षेत्र से लेकर उत्तर में बेलारूस और दक्षिण में क्रीमिया की सीमा पर लगभग 150,000 सैनिकों के जमावड़े का परिणाम है।
रूस का दावा है कि सेना की वृद्धि हमेशा सैन्य अभ्यास के लिए रही है और यह यूक्रेन या किसी अन्य देश के लिए कोई खतरा नहीं है, लेकिन शीत युद्ध के बाद से यूरोप में सबसे बड़ी सैन्य शक्ति के निर्माण के लिए रूस ने कोई अन्य स्पष्टीकरण देने से इनकार कर दिया है।
(Source : Hindustan)
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