Friday, 28 January 2022

NeoCov: कोरोना के बाद एक और खतरनाक वायरस ने दी दस्तक, इंसानों में भी फैलने का खतरा!

NeoCov: कोरोना के बाद एक और खतरनाक वायरस ने दी दस्तक, इंसानों में भी फैलने का खतरा!




नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Covid-19) के अलग-अलग वेरिएंट को लेकर पूरी दुनिया परेशान है. इस बीच अब एक और नए वायरस ने दस्तक दी है. कहा जा रहा है कि ये कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक है. खास बात ये है कि इस वायरस को लेकर चेतावनी चीन के वुहान लैब के वैज्ञानिकों ने दी है. बता दें कि नवंबर 2019 में वुहान से ही कोरोना का सबसे पहला मामला सामने आया था. ये नया वायरस साउथ अफ्रीका में मिला है. कहा जा रहा है कि इससे संक्रमित होने वाले हर 3 में से एक की मौत हो रही है. साथ ही ये काफी तेज़ी से फैलता भी है. इस नए वायरस को फिलहाल NeoCov नाम दिया गया है.

रूस की न्यूज़ एजेंसी स्पूतनिक के मुताबिक NeoCov कोई नया वायरस नहीं है. ये MERS-CoV वायरस से जुड़ा है. जिसकी सबसे पहले खोज साल 2012 और 2015 में मध्य पूर्वी देशों में हुई थी. ये SARS-CoV-2 की तरह है, जिससे इंसानों में कोरोना वायरस फैलता है.

कहां और कैसे फैल रहा है ये वायरस?
रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल इस वायरस के अंश दक्षिण अफ्रीका में चमगादड़ों में पाए गए हैं. फिलहाल ये सिर्फ इन जानवरों के बीच फैल रहा है. लेकिन वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इंसानों में भी ये फैल सकता है. बायोरेक्सिव वेबसाइट पर प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चला है कि NeoCoV और इसके करीबी PDF-2180-CoV मनुष्यों को संक्रमित कर सकते हैं.

इंसानों को संक्रमण का कितना खतरा?

वुहान यूनिवर्सिटी और चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज इंस्टीट्यूट ऑफ बायोफिजिक्स के शोधकर्ताओं के अनुसार, मानव कोशिकाओं में घुसपैठ करने के लिए वायरस के लिए केवल एक म्यूटेशन की आवश्यकता होती है. शोध के निष्कर्षों में कहा गया है कि नोवेल कोरोना वायरस एक जोखिम पैदा करता है क्योंकि ये ACE2 रिसेप्टर को कोरोना वायरस रोगज़नक़ से अलग तरीके से बांधता है. लिहाजा न तो एंटीबॉडी और न ही रेसीपेटरी रोग वाले लोग NeoCoV से बच सकेंगे.

बेहद खतरनाक
चीन के रिसर्चर के मुताबिक ये बेहद खतरनाक है. NeoCoV से संक्रमित हर 3 में से एक की मौत हो रही है. साथ ही कहा है कि ये कोरोना के मुकाबले ज्यादा तेज़ी से फैलता है.रिपोर्ट में कहा गया है कि NeoCoV पर चीन की एक ब्रीफिंग के बाद, रूसी स्टेट वायरोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर के विशेषज्ञों ने गुरुवार को एक बयान जारी किया. बयान में कहा गया है कि इस वायरस पर नजर रखी जा रही है. साथ ही इसके बारे में और भी स्टडी की जरूरत है.

( स्रोत : न्यूज़ 18 )


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