बिहार: 'नशे का इंजेक्शन देकर कराया जाता है गलत काम', रिमांड होम से निकली युवती ने अधीक्षक पर लगाए गंभीर आरोप
पटना: राजधानी पटना के गायघाट के पास उत्तर रक्षा गृह से निकली एक युवती ने अधीक्षक वंदना गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। युवती ने आरोप लगाया है कि उत्तर रक्षा गृह में अधीक्षक वंदना गुप्ता युवतियों को नशे का इंजेक्शन देकर अवैध कारोबार में जाने के लिए मजबूर करती है, जो महिलाएं अधीक्षक का कहना नहीं मानती हैं, उन महिलाओं का खाना पीना बंद कर दिया जाता है और पिटाई की जाती है।
उत्तर रक्षा गृह गायघाट के अधीक्षक वंदना गुप्ता आरोप लगाने वाली युवती की वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। पटना की कई महिलाएं, पीड़ित महिला को लेकर पटना के महिला थाना में पहुंची। पीड़ित महिला की समस्या और उत्तर रक्षा गृह गायघाट के अधीक्षक पर महिला की ओर से लगाए गए गंभीर आरोपों की जानकारी महिला थाना की प्रभारी को दी। पुलिस ने पीड़ित महिला की बात सुनकर पूरे मामले की जांच की बात की है।
एक बांग्लादेशी महिला हसीना को मार दिया गया था'
जब युवती से वापस जाने को लेकर सवाल किया तो उसने आरोप लगाते हुए कहा- वहां मरने के लिए जाएं, अगर हम वंदना गुप्ता के खिलाफ बोल रहे हैं तो वो हमें मार देगी। उत्तर रक्षा गृह में एक बांग्लादेशी महिला हसीना को मार दिया गया था, वो अपनी जिंदगी जीना चाहती थी। वहां बोला जाता है कि आती तो कानून की तरफ से लेकिन जाना वंदना गुप्ता की मर्जी से होगा।
'लड़कियों को काम के बहाने गंदा काम करने के लिए बाहर भेजा जाता है'
युवती ने आगे बताया कि लड़कियों को काम के बहाने गंदा काम करने के लिए बाहर भेजा जाता है। जो सुंदर लड़की है, वो मैडम की प्यारी होती है और उसे गंदे काम के लिए बाहर भेजा जाता है। उसने बताया कि अभी उत्तर रक्षा गृह में भूली-भटकी में 200, लव मैरिज में 300 लड़कियां है। युवती ने कहा कि वंदना गुप्ता के खिलाफ बोलने पर दवा लेकर लड़कियों को पागल कर दिया जाता है।
पुलिस ने शुरू कर दी जांच
पटना के SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि नागरिक संयोजक मंच की एक टीम रविवार को उनके पास आई थी। उनके जरिए ही यह मामला सामने आया। वहां से लड़की को महिला थाना भेजा गया। महिला थाना की टीम ने लड़की का बयान दर्ज कर लिया है। इसके आधार पर पुलिस ने केस की जांच शुरू कर दी है। पुलिस की जांच में लड़की के लगाए आरोप सही मिले तो इस मामले में FIR दर्ज की जाएगी।
(स्रोत : नवभारत टाइम्स)
No comments:
Post a Comment