Monday, 31 January 2022

बिहार: 'नशे का इंजेक्‍शन देकर कराया जाता है गलत काम', रिमांड होम से निकली युवती ने अधीक्षक पर लगाए गंभीर आरोप

बिहार: 'नशे का इंजेक्‍शन देकर कराया जाता है गलत काम', रिमांड होम से निकली युवती ने अधीक्षक पर लगाए गंभीर आरोप



पटना: राजधानी पटना के गायघाट के पास उत्तर रक्षा गृह से निकली एक युवती ने अधीक्षक वंदना गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। युवती ने आरोप लगाया है कि उत्तर रक्षा गृह में अधीक्षक वंदना गुप्ता युवतियों को नशे का इंजेक्शन देकर अवैध कारोबार में जाने के लिए मजबूर करती है, जो महिलाएं अधीक्षक का कहना नहीं मानती हैं, उन महिलाओं का खाना पीना बंद कर दिया जाता है और पिटाई की जाती है।

उत्तर रक्षा गृह गायघाट के अधीक्षक वंदना गुप्ता आरोप लगाने वाली युवती की वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। पटना की कई महिलाएं, पीड़ित महिला को लेकर पटना के महिला थाना में पहुंची। पीड़ित महिला की समस्या और उत्तर रक्षा गृह गायघाट के अधीक्षक पर महिला की ओर से लगाए गए गंभीर आरोपों की जानकारी महिला थाना की प्रभारी को दी। पुलिस ने पीड़ित महिला की बात सुनकर पूरे मामले की जांच की बात की है।

एक बांग्लादेशी महिला हसीना को मार दिया गया था'
जब युवती से वापस जाने को लेकर सवाल किया तो उसने आरोप लगाते हुए कहा- वहां मरने के लिए जाएं, अगर हम वंदना गुप्ता के खिलाफ बोल रहे हैं तो वो हमें मार देगी। उत्तर रक्षा गृह में एक बांग्लादेशी महिला हसीना को मार दिया गया था, वो अपनी जिंदगी जीना चाहती थी। वहां बोला जाता है कि आती तो कानून की तरफ से लेकिन जाना वंदना गुप्ता की मर्जी से होगा।

'लड़कियों को काम के बहाने गंदा काम करने के लिए बाहर भेजा जाता है'
युवती ने आगे बताया कि लड़कियों को काम के बहाने गंदा काम करने के लिए बाहर भेजा जाता है। जो सुंदर लड़की है, वो मैडम की प्यारी होती है और उसे गंदे काम के लिए बाहर भेजा जाता है। उसने बताया कि अभी उत्तर रक्षा गृह में भूली-भटकी में 200, लव मैरिज में 300 लड़कियां है। युवती ने कहा कि वंदना गुप्ता के खिलाफ बोलने पर दवा लेकर लड़कियों को पागल कर दिया जाता है।

पुलिस ने शुरू कर दी जांच
पटना के SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि नागरिक संयोजक मंच की एक टीम रविवार को उनके पास आई थी। उनके जरिए ही यह मामला सामने आया। वहां से लड़की को महिला थाना भेजा गया। महिला थाना की टीम ने लड़की का बयान दर्ज कर लिया है। इसके आधार पर पुलिस ने केस की जांच शुरू कर दी है। पुलिस की जांच में लड़की के लगाए आरोप सही मिले तो इस मामले में FIR दर्ज की जाएगी।

(स्रोत : नवभारत टाइम्स)

जो बात नहीं मानता, उसे फांसी पर लटका दिया जाता है... हसीना के साथ भी यही हुआ.. रोंगटे खड़े कर देगी रिमांड होम की लड़की की कहानी

जो बात नहीं मानता, उसे फांसी पर लटका दिया जाता है... हसीना के साथ भी यही हुआ.. रोंगटे खड़े कर देगी रिमांड होम की लड़की की कहानी



पटना : गाय घाट इलाके के महिला रिमांड होम की सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता पर रिमांड होम में रह चुकी एक लड़की ने गंभीर आरोप लगाए हैं। लड़की का कहना है कि वहां की लड़कियों को बाहर के लोगों के साथ भेजा जाता था। सुपरिटेंडेंट लडकियों को यह कहकर भेजती थी कि ‘जाओ तुम्हारी लाइफ बन जाएगी’। लाइफ बनाने के नाम पर उसे जिस्‍मफरोशी करने पर मजबूर किया जाता था। लड़की वायरल वीडियो में बता रही है कि यहां अगर कोई वंदना गुप्‍ता की बात नहीं मानता तो उसे भूखा रखा जाता, इलाज के लिए भेजा नहीं जाता, भूखे रखा जाता है और इसके बाद भी वह नहीं मानती तो उसे फांसी लगा कर हत्‍या कर दी जाती है।

ढाई मिनट के वीडियो में बताई पूरी कहानी

दो मिनट 50 सेकेंड के वीडियो में लड़की ने रिमांड होम के अंदर की उन खतरनाक हरकतों का खुलासा कर रही है जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। रिमांड होम के अंदर वंदना गुप्‍ता किस तरीके से लड़कियों का शारीरिक और मानसिक शोषण कर रही है इस बात का खुलासा किया गया है। रिमांड होम की लड़की का कहना है कि लाइफ बनाने के नाम पर गुप्‍त तरीके से सुंदर लड़कियों को रिमांड होम के बाहर भेजा जाता था। ये लड़कियां लड़कों के पास भेजी जाती थीं। लड़की का कहना है कि वो जीवन जीना चाहती है। लेकिन यदि कोई वंदना गुप्‍ता की बात नहीं मानता तो उसके साथ मार पीट होती है। उसे टांग दिया जाता है। लड़की वीडियो में बता रही है कि अक्सर रिमांड होम में बाहरी लोगों का आना-जाना होता है। जो लड़कियां सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता की बात नहीं मानती हैं, उन्हें दवा खिलाकर पागल बना दिया जाता है।

हसीना की हत्‍या की गई उसने बात नहीं मानी थी
ये वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें लड़की ने साफ तौर पर ये बात कही है कि हसीना नाम की लड़की की भी हत्‍या कर दी गई। क्‍योंकि उसने वंदना गुप्‍ता की बात नहीं मानी थी। लड़की पूरी तरह से डरी हुई थी। डरते हुए उसने वीडियो में बताया कि वो रिमांड होम नहीं जाना चाहती। जब उससे पूछ गया कि आखिर वो क्‍यों नहीं जाना चा‍हती तो उसने कहा कि ‘वहां पर मरने के लिए जाएं।‘ वंदना गुप्ता के खिलाफ हम बोल रहे हैं न, तो हम जाएंगे तो वो मार देगी।‘ लड़की ने कहा कि ‘वहां जान से मार दिया जाता है....’ हसीना को वहां फांसी लगा दी गई थी.... अभी तक पागलखाने में उसका कंकाल होगा... हसीना ने सुसाइड नहीं किया था... उसे मारा गया था... हसीना अपनी जिंदगी जीना चाहती थी... ये हमारे नहीं हैं ये उसी लड़की के हैं जो ये बता रही है कि रिमांड होम की भीतर किस तरह की यातनाओं से लड़कियों को गुजरना पड़ता है।

दीदी मैं जीना चाहती हूं....
एनबीटी को हाथ लगे वीडियो में लड़की ने बताया कि लड़कियां 10 साल से वहां रहती हैं। उसने कहा कि ‘इतने लंबे समय तक कोई रहेगा तो पक जा जाएगा।‘ वो भी अपनी जिंदगी जीना चाहती हैं। लड़की ने बताया कि गाय घाट रिमांड होम की सुप्रीटेंडेंट वंदना गुप्‍ता कहती है कि ‘यहां तुम लोग आती हो कानून की तरफ से, पर जाओगी वंदना गुप्ता की तरफ से। पीडि़त लड़की ने बताया कि वहां मरियम और एक लड़की और थी। उसका छोटा बच्चा भी था। वो बीमार थी। लेकिन उसे हॉस्पिटल लेकर नहीं गई। उससे वंदना गुप्ता ने 4 हजार रुपए मांगे थे। जब उसे रुपए नहीं मिले तो हॉस्पिटल भी नहीं भेजा गया। 10 दिन से वो खाना नहीं खा रही थी। इसके बाद वो दीदी मर गईं।

सुंदर लड़कियों को बाहर भेजा जाता है
लड़की ने वीडियो में रिमांड होम के उस सच को कबूल किया कि जिसपर एक बार भरोसा करना भी मुश्किल होता है। क्‍योंकि राजधानी के व्‍यस्‍त इलाके के रिमांड होम कोई इस तरह का शैतान अपनी हरकतों से हैवानियत पर भारी पड़ रहा था। लड़की ने बताया कि उसके साथ भी ऐसी हरकत हुई थी। यहां तक की लड़ेकी ने अपने साथ हुए यौन शोषण की बात भी स्‍वीकार की। उसने बताया कि बहुत लोग आते हैं, जिन्हें वो नहीं पहचानती नहीं है। उसने बताया कि वहां रहने वाली सुंदर लड़कियां वंदना गुप्ता की चहेती बना लेती है। जो लड़कियां मैडम के खिलाफ होती हैं या बोलती है उन्हें वो देखना तक नहीं चाहती हैं। सुंदर लड़कियों को बाहर भेजती हैं।
200 लड़कियां भूली भटकी और 300 लड़कियां लव मैरिज में रह रही हैं
इस 2:50 सेकेंड के वीडियो में लड़की ने बताया कि वो जीवन जीना चाहती है। सबका साथ देना चाहती थी। लेकिन उसका कोई सपोर्ट नहीं करती है। इस कारण अपना मुंह नहीं खोल पाई। उसने बताया कि वहां 200 लड़कियां भूली-भटकी और 300 लड़कियां लव मैरिज के मामले में रह रही हैं। जबकि, कुछ लड़कियों को पागलखाने भेज दिया गया है। मैडम के खिलाफ में जो लड़कियां होती हैं, उन्हें दवा खिलाकर पागल करार दिया जाता है।

पुलिस ने शुरू कर दी जांच
पटना के SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि नागरिक संयोजक मंच की एक टीम रविवार को उनके पास आई थी। उनके जरिए ही यह मामला सामने आया। वहां से लड़की को महिला थाना भेजा गया। महिला थाना की टीम ने लड़की का बयान दर्ज कर लिया है। इसके आधार पर पुलिस ने केस की जांच शुरू कर दी है। पुलिस की जांच में लड़की के लगाए आरोप सही मिले तो इस मामले में FIR दर्ज की जाएगी।

(स्रोत : नवभारत टाइम्स)


Sunday, 30 January 2022

Australian Open 2022: राफेल नडाल बने किंग ऑफ ग्रैंडस्लैम, 21वां ग्रैंडस्लैम जीत बने इतिहास पुरुष

Australian Open Tenis Tournament 2022 : राफेल नडाल बने किंग ऑफ ग्रैंडस्लैम, 21वां ग्रैंडस्लैम जीत बने इतिहास पुरुष




किंग ऑफ क्ले के नाम से मशहूर राफेल नडाल (Rafael Nadal) ने अपने नाम एक ऐसी उपलब्धि जोड़ ली है, जिसके बाद उन्हें किंग ऑफ ग्रैंडस्लैम कहा जाएगा. राफेल नडाल ने 2022 का ऑस्ट्रेलियन ओपन (Australian Open 2022) जीत लिया है. इसके साथ ही उन्होंने अपने ग्रैंडस्लैम खिताबों (21th Grand slam) की संख्या 21 पहुंचा दी है. स्पेन के नडाल धरती के पहले पुरुष खिलाड़ी खिलाड़ी हैं, जिसने यह कारनामा किया है. रोजर फेडरर और नोवाक जोकोविच ने 20-20 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं. नडाल ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने से पहले फेडरर और जोकोविच की बराबरी पर थे.

ऑस्ट्रेलियन ओपन (Australian Open 2022) का फाइनल रविवार को मेलबर्न में खेला गया. राफेल नडाल ने खिताबी मुकाबले में रूस के दानिल मेदवेदेव (Daniil Medvedev) को हराया. साढ़े पांच घंटे तक चला यह मुकाबला कई मायनों में ऐतिहासिक रहा. नडाल इस मुकाबले के पहले दो सेट हार गए थे. दमदार वापसी के लिए मशहूर नडाल ने इसके बाद लगातार तीन सेट जीतकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली. राफा ने ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब दूसरी बार जीता है. उन्होंने अपने करियर में रिकॉर्ड 13 बार फ्रेंच ओपन, 4 बार अमेरिकी ओपन और दो बार विंबलडन की ट्रॉफी जीती है. नडाल ने इससे पहले 2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता था.

35 वर्षीय राफेल नडाल ने करीब साढ़े पांच घंटे तक चले मुकाबले में दानिल मेदवेदेव को 2-6, 6-7, 6-4, 6-4, 7-5 से हराया. नडाल इस मुकाबले से पहले ऑस्ट्रेलियन ओपन में पहले दो सेट हारने के बाद कभी मुकाबला नहीं जीते थे. लेकिन इस बार उन्होंने इतिहास के पन्नों को पलटकर ऐसा अध्याय जोड़ दिया, जो पहले ना किसी ने देखा था और ना सुना था.

(स्रोत : न्यूज़ 18)


शीत लहर के बाद अब शुरू होगा बारिश का दौर, कुछ राज्यों के लिए जारी हुआ अलर्ट

शीत लहर के बाद अब शुरू होगा बारिश का दौर, कुछ राज्यों के लिए जारी हुआ अलर्ट


नई दिल्ली. पिछले करीब दो हफ्ते से पूरा उत्तर भारत शीतलहर (Cold Wave) की चपेट में है. इसके अलावा मध्य और पश्चिम भारत में हवा के झोकों से ठिठुरन बढ़ गई है. लेकिन अब मौसम विभाग (IMD) ने अच्छी खबर दी है. आज यानी रविवार से लोगों को ठंड से राहत मिल सकती है. मौसम विभाग के मुताबिक खतरनाक शीतलहर का दौर आज से खत्म हो सकता है. लिहाज़ा उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के लोगों को सर्दी से राहत मिलेगी. लेकिन पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बिहार के लोगों को बेमौसम बारिश परेशान कर सकती है. IMD ने  2 से 4 फरवरी के दौरान देश के इन हिस्सों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है.

आईएमडी ने अपने ताजा बुलेटिन में कहा है कि उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में आने वाले दो दिनों में तापमान 3-4 डिग्री सेल्सियस बढ़ सकता है. जबकि पूर्वी भारत में फिलहाल तापमान में ज्यादा बदलाव नहीं आएंगे. पंजाब, पूर्वी राजस्थान और यहां के अलग-अलग इलाकों में शीत लहर की स्थिति बनी रहेगी. लेकिन संभावना है कि अगले 24 घंटों के बाद लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी. सौराष्ट्र और कच्छ में हालात सुधरेंगे.

इन इलाकों में होगी बारिश
स्काइमेट वेदर के मुताबिक पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा सहित देश के पूर्वी हिस्सों में एक बार फिर बेमौसम बारिश हो सकती है. इन इलाकों में 3 फरवरी से हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और 5 फरवरी तक जारी रह सकती है. इतना ही नहीं 4 फरवरी को गंगीय पश्चिम बंगाल, पूर्वी झारखंड के कुछ हिस्सों और उत्तरी ओडिशा में भारी बारिश हो सकती है. 9 और 11 जनवरी के दौरान और फिर 21 से 24 जनवरी के बीच बेमौसम बारिश हो चुकी है. पूर्वी भारत में बेमौसम बारिश का ये तीसरा दौर होगा.

कश्मीर में फिलहाल राहत नहीं
कश्मीर घाटी में न्यूनतम तापमान में सुधार आने पर ठंड से थोड़ी राहत मिली है. वहीं, मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को कुछ स्थानों पर बारिश/बर्फबारी की संभावना जतायी है. जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में शून्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया जबकि पिछली रात को शून्य से 3.6 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया था. उत्तरी कश्मीर में मशहूर पर्यटक स्थल गुलमर्ग में पारा शून्य से 7.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.

(स्रोत : न्यूज़ 18)

SBI Recruitment 2022 : एसबीआई ने वापस लिया गर्भवती महिलाओं को अनफिट बताने वाला नियम

SBI Recruitment 2022 : एसबीआई ने वापस लिया गर्भवती महिलाओं को अनफिट बताने वाला नियम



भारतीय स्टेट बैंक ने गर्भवती उम्मीदवारों की भर्ती को लेकर नए नियम वापस ले लिए हैं. एसबीआई ने तीन महीने से अधिक की गर्भवती महिलाओं को अस्थाई रूप से अनफिट कहकर भर्ती का नियम बदल दिया था. इस नियम को लेकर जारी नोटिस के बाद तीखा विरोध शुरू हो गया और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने नोटिस जारी किया था. जिसके बाद एसबीआई ने अपना यह नियम वापस ले लिया. एसबीआई ने एक प्रेस रिलीज जारी करके कहा कि जनभावनाओं का ध्यान रखते हुए बदले हुए भर्ती नियमों पर रोक लगाई जा रही है. आगे होने वाली भर्तियां पुराने नियमों के आधार पर ही होंगी.

बता दें कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने एसबीआई को नोटिस जारी करके मांग की थी कि ऐसे दिशा निर्देशों के पीछे की प्रक्रिया के गठन और उन्हें मंजूरी देने वाले अधिकारियों के नाम शेयर किए जाएं.

एसबीआई की नई भर्ती गाइडलाइन में क्या था

एसबीआई ने 31 दिसंबर 2021 को नए लोगों की भर्ती या प्रमोशन पाने वालों के लिए नई मेडिकल फिटनेस गाइडलाइन जारी की थी. इसमें गर्भवती महिलाओं के लिए कहा गया था कि तीन महीने से अधिक की गर्भवती महिला उम्मीदवारों को अस्थाई रूप से अनफिट और अयोग्य माना जाएगा. बैंक ने अपनी गाइडलाइन में कहा था कि महिलाएं बच्चे के जन्म के चार महीने बाद काम पर आ सकती हैं.

क्या था पुराना नियम

पुराने नियमों के तहत 6 महीने की गर्भवती महिला उम्मीदवार को SBI में शामिल होने की अनुमति थी. लेकिन इसके लिए उन्हें गायनेकोलॉजिस्ट से एक सर्टिफिकेट लेना जरूरी होता था, जिसमें यह लिखा हो कि काम की वजह से प्रेग्नेंट महिला की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

( स्रोत : न्यूज 18)


U19 World Cup: भारत सेमीफाइनल में, डिफेंडिंग चैंपियन को रौंदा, 2 साल पहले फाइनल में मिली हार का लिया बदला

U19 World Cup: भारत सेमीफाइनल में, डिफेंडिंग चैंपियन को रौंदा, 2 साल पहले फाइनल में मिली हार का लिया बदला




एंटिगा. भारतीय अंडर-19 टीम वर्ल्ड कप (Under-19 World Cup) के सेमीफाइनल में पहुंच गई है. टीम ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश को (India vs Bangladesh) 5 विकेट से रौंद दिया. टीम अब सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया (Australia) से भिड़ेगी. टॉस हारकर पहले खेलने उतरी बांग्लादेश की टीम 37.1 ओवर में 111 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. टीम के 8 खिलाड़ी दहाई के आंकड़े को नहीं छू सके. 8वें नंबर पर उतरे एसएम महरोब ने 30 रन बनाकर स्कोर को 100 रन के पार पहुंचाया. तेज गेंदबाज रवि कुमार (Ravi Kuamar) ने 14 रन देकर 3 विकेट झटके. जवाब में भारत ने लक्ष्य को 30.5 ओवर में 5 विकेट पर हासिल कर लिया. इसके साथ टीम ने 2020 के अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में बांग्लादेश से मिली हार का बदला भी ले लिया. बांग्लादेश ने तब 7 विकेट पर 170 रन बनाकर भारत को 3 विकेट से मात दी थी.

लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत हालांकि अच्छी नहीं रही. ओपनर बल्लेबाज हरनूर सिंह (0) दूसरे ओवर में चलते बने. जब वे आउट हुए तब टीम का खाता भी नहीं खुला था. उन्हें तेज गेंदबाज तंजीम हसन साकिब ने आउट किया. इसके बाद दूसरे ओपनर अंगक्रिश रघुवंशी और उप-कप्तान शेख रशीद ने टीम को संभाला. दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 70 रन जोड़े. अंगक्रिश 65 गेंद पर 44 रन बनाकर आउट हुए. उन्होंने 7 चौके जड़े. रशीद ने 59 गेंद पर 26 रन बनाए.

जल्द गिरे 4 विकेट, पर मिली जीत
भारत का स्कोर एक समय एक विकेट पर 70 रन था. इसके बाद स्कोर 5 विकेट पर 97 रन हो गया. सिद्धार्थ यादव 6 और राज बावा शून्य पर आउट हुए. तेज गेंदबाज रिपन मोंडोल ने 4 विकेट लेकर मैच को रोमांचक बनाने की कोशिश की. लेकिन कप्तान यश धुल ने नाबाद 20 और कौशल तांबे ने नाबाद 11 रन बनाकर भारत की जीत पक्की कर दी. तांबे ने छक्का लगाकर जीत दिलाई.

(स्रोत : न्यूज 18)


After 44 Long years Australia's Own Daughter (Barty) wins Australian Open

After 44 Long years  Australia's Own Daughter (Barty) wins Australian Open

 |  | Melbourne

Ash Barty recovered from 5-1 down in the second set to win the Australian Open final 6-3, 7-6 (2) over Danielle Collins on Saturday, ending a 44-year drought for Australian women at their home Grand Slam tournament.

Barty was the first Australian woman into the singles final here since since Wendy Turnbull in 1980 and is now the first Australian champion since Chris O'Neil in 1978.

The top-ranked Barty now has major titles on three surfaces, adding the hard court at Melbourne Park to her win on grass at Wimbledon last year and on clay at the French Open in 2019.

“This is just a dream come true for me,” the 25-year-old Barty said. “I'm just so proud to be an Aussie.”        

Evonne Goolagong Cawley, a tennis icon with seven Grand Slam titles and a trailblazer for Indigenous athletes from Australia, was a surprise guest to present the champion's trophy to Barty, who is part of a new generation of Indigenous stars.

O'Neil was involved in the night, too, after carrying the trophy into the stadium for the pre-match ceremony.

“I'm an incredibly fortunate and lucky girl to have so much love in my corner," Barty said, thanking her coach and support team, her family, the organizers and the crowd.  Barty hadn't dropped a set and had only conceded one service game through six matches, against American Amanda Anisimova in the fourth round.

The 28-year-old Collins was the fourth American to take on Barty in four consecutive rounds. Barty had beaten Anisimova, Jessica Pegula and 2017 U.S. Open runner-up Madison Keys in straight sets.

Collins had spent more than four hours longer on court than Barty in her previous six matches, having to come back from a set and break down to beat Danish teenager Clara Tauson in the third round and rally from a set down to beat Elise Mertens in the fourth.

Barty took the first set after saving a break point in the fifth game and then breaking in the next. Not to be outdone, Collins hit back quickly with her high-intensity game, breaking Barty's serve in the second and sixth games to take a 5-1 lead.

Collins twice served for the set and twice was within two points of leveling the match and taking her first Grand Slam final to a deciding set. But Barty launched a comeback, picking up the energy from an almost full house in Rod Laver Arena, despite government restrictions on ticket sales in the COVID-19 pandemic. She won five of the next six games to force a tiebreaker and then took control by racing to a 4-0 lead.

“As an Aussie, the most important part of this tournament is being able to share it with so many people,” Barty said.

“This crowd is one of the most fun I've ever played in front of. You relaxed me, forced me to play my best tennis.”       

Barty congratulated Collins and told her she “absolutely” belonged in the Top 10, adding: "I know you'll be fighting for many of these in future." The run to the final was the best at a Grand Slam so far for Collins, who reached the semifinals in Australia in 2019 and the quarterfinals at Roland Garros.

(Source :  AP & The Pioneer)



Saturday, 29 January 2022

Welcome aboard this historic flight’ AI fliers greeted

 ‘Welcome aboard this Historic Flight’ AI fliers greeted after, Tata Takes Over

 |  | New Delh



A day after the Tata Group took over Air India from the Government, passengers on Air India flights on Friday were addressed with a special welcome audio announcement.

Pilots on all Air India flights greeted passengers with the line “Welcome to the future of Air India” on January 28.

In an order, the operations department told the airline’s pilots to make a specific announcement after door closure on every flight departing on Friday.

“Dear Guests, This is your Captain (Name) speaking...Welcome aboard this historic flight, which marks a special event. Today, Air India officially becomes a part of the Tata Group again, after seven decades. We look forward to serving you on this and every Air India flight with renewed commitment and passion. Welcome to the future of Air India! We hope you enjoy the journey,” is the special welcome announcement for passengers.

The employees have been told by the Tata Group that there will be a change in “image, attitude and perception” of Air India, they said.

Cabin crew members have been instructed to address all passengers as “guests” and the cabin crew supervisors will have to ensure safety and service standards provided to the guests, they noted.

The crew members will have to be smartly dressed and well-groomed, and there will be grooming executives who will be conducting checks at the airports, they mentioned.

Since on-time performance is extremely important, all endeavours will have to be made by the crew members to ensure that the doors are closed 10 minutes before the flight’s departure, they said. 

The Tata Group, which had placed the highest bid of Rs 18,000 crore in the Air India disinvestment, took over the airline from the Government on Thursday. Tata Sons Chairman N Chandrasekaran met Prime Minister Narendra Modi in the national Capital before attended the handing over ceremony at Airlines House.

For Tatas, Air India will be the third airline. It already operates Vistara in joint venture with Singapore Airlines and AirAsia India in partnership with AirAsia Group.

(Source : The Pioneer)



TV actor Shweta Tiwari booked for 'hurting religious sentiments' through her remark on God

 TV actor Shweta Tiwari booked for 'hurting religious sentiments' through her remark on God

 |  | Bhopal


Police here on Friday registered a case against television actor Shweta Tiwari for allegedly hurting religious sentiments through her remark on God, an official said.

The case was registered against Tiwari in the wake of Madhya Pradesh Home Minister Narottam Mishra's directions to the city police to investigate her remark and submit a report.

Tiwari had made the controversial statement in Bhopal on Wednesday during the promotion of her web series "Show Stopper". A video of Tiwari's statement has gone viral on social media, in which she purportedly referred to God while speaking about her innerwear. Her co-actors were also present when she made the remark during an interaction with media persons.


"A case was registered against Shweta Tiwari early on Friday under IPC section 295 (A) (deliberate and malicious acts, intended to outrage religious feelings or any class by insulting its religion or religious beliefs)," the official of Shyamla Hills police station said.

The case was filed based on the complaint lodged by Sonu Prajapati, a local citizen, who alleged that the actor has hurt his religious sentiments through her comment.

"We will summon Tiwari to the police station either by sending her a notice by post or by sending a police team to her place to serve notice," he said.

The offence is non-bailable, but as it attracts imprisonment of less than seven years, no arrest can be made as per the Supreme Court's directive issued earlier, he added.

When contacted, Assistant Commissioner of Police (Kotwali) Bittu Sharma told PTI that the actor would be formally arrested, but she can get bail from the police station itself after which she has to get it rectified by a competent court.


टेलिकॉम रिचार्ज : अब 28 दिन नहीं पूरे 30 दिनों की मिलेगी वैधता! TRAI ने जारी किया आदेश

टेलिकॉम रिचार्ज : अब 28 दिन नहीं पूरे 30 दिनों की मिलेगी वैधता! TRAI ने जारी किया आदेश




नई दिल्ली

66वाँ टेलिकॉम टैरिफ संशोधन आदेश 2022 : टेलीकॉम रेग्यूलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने आज एक ऐसा फैसला सुनाया है जो टेलिकॉम यूजर्स के लिए किसी बड़ी खबर से कम नहीं है। TRAI ने हाल ही में टेलिकॉम टैरिफ को लेकर कहा है कि टेलिकॉम कंपनियों को अब ऐसे रिचार्ज प्लान पेश करने होंगे जिनकी वैधता 30 दिन की हो न कि 28 दिनों की। साथ ही इस आदेश में कहा गया है कि 30 दिनों की वैधता वाले प्लान के लिए नोटिफिकेशन जारी करनी होगी और वो भी 60 दिनों के भीतर।

TRAI का कहना है कि कंपनियों को कम से कम एक ऐसा प्लान जरूर अपने पोर्टफोलियो में रखना चाहिए जिसमें 28 की जगह 30 दिन की वैधता हो। फिर चाहते वो कोई स्पेशल टैरिफ वाउचर हो या फिर कॉम्बो वाउचर। साथ ही ऐसा प्रावधान होना चाहिए जिससे वो इन प्लान्स का अगर यूजर दोबारा रिचार्ज कराना चाहें तो मौजूदा प्लान की ही तारीख से करा पाए।

टेलिकॉम यूजर्स के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं: 

अगर ऐसा होता है तो यह यूजर्स के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले काफी समय से यूजर्स इस बात को लेकर शिकायत दर्ज कर रहे थए कि टेलिकॉम कंपिनयां उन्हें 30 नहीं बल्कि 28 दिन की वैधता देती हैं। ग्राहकों की मानें तो हर माह 2 दिन की कटौती कर टेलिकॉम कंपनियां एक साल में तकरीबन 28 से 29 दिन की बचत करती हैं। ऐसे में टेलिकॉम कंपनियों को हर साल 12 की जगह 13 रिचार्ज कराने होते हैं। वहीं, अगर कोई तीन महीनों का रिचार्ज कराता है तो उसे 90 दिनों की वैधता मिलने की बजाय मभ 84 दिन की ही वैधता मिलती है। वहीं, दो महीनों का रिचार्ज कराने वालों को 60 दिन की जगह 54 या 56 दिनों की वैधता मिलती है।

(स्रोत : नवभारत टाइम्स)

Friday, 28 January 2022

दुनिया की जासूसी के लिए 13000 सैटेलाइटों के जरिए मेगाकॉन्स्टेलेशन बना रहा चीन

दुनिया की जासूसी के लिए 13000 सैटेलाइटों के जरिए मेगाकॉन्स्टेलेशन बना रहा चीन



बीजिंग. चीन (China) ने दुनियाभर में जासूसी का डर पैदा कर दिया है. चीन पृथ्वी की निचली कक्षा में 13,000 सैटेलाइटों के जरिए ‘मेगाकॉन्स्टेलेशन’ (China Megaconstellation)बना रहा है. ये नेटवर्क चीनी चीनी 5जी मोबाइल इंटरनेट का विस्तार कनरे का हिस्सा कहा जा रहा है. 5जी लिए कुछ कंपनियों को चोंगकिंग शहर में विकास कार्य शुरू करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है.

वहीं, इस नेटवर्क के जरिए क्या कवर किया जाएगा, इसे लेकर अस्पष्टता है. इसके अलावा, ये कैसे काम करेगा, इस बारे में भी जानकारी नहीं है. लेकिन इसका लक्ष्य कम्युनिकेशन और ग्रामीण इलाकों की जरूरत पूरा करना रखा गया है. फिलहाल चीन के इस प्लान की वजह से दुनियाभर में चिंता का माहौल है.

चीन द्वारा स्पेस में उठाया गया कोई भी कदम सुरक्षा एक्सपर्ट्स के बीच चिंता पैदा करता है. एक इंटरनेट वाली सैटेलाइटों के समूह का होना चीनी सरकार के लिए एक शीर्ष स्तर की परियोजना माना जाता है. इससे न केवल चीन में बल्कि दुनियाभर में संचार सेवाएं प्रदान की जा सकती हैं. इसके जरिए चीन पश्चिमी मुल्कों के ऑपरेटरों को पछाड़ देगा.

एक मेगाकॉन्स्टेलेशन सैकड़ों से लेकर हजारों सैटेलाइटों से बना होता है, जो पृथ्वी के सभी क्षेत्रों को कवर करने के लिए एक साथ काम करते हैं. ये सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं को मुहैया कराने के लिए ग्रह की सतह से कुछ सौ मील ऊपर ऑपरेशनल होते हैं.

वर्तमान में चीन और पश्चिमी मुल्कों के रिश्ते काफी ठंड़े पड़े हुए हैं. इसके पीछे की मुख्य वजह कोविड-19 महामारी रही है. ऐसे में व्यापक स्तर पर सैटेलाइटों का लॉन्च किया जाना डर पैदा करता है, क्योंकि इनका इस्तेमाल अमेरिका और इसके सहयोगियों के खिलाफ जासूसी करने के लिए किया जा सकता है.

(स्रोत : न्यूज़ 18)


PUBG खेलने से रोकता था परिवार, शख्स ने मां और भाई-बहनों की कर दी हत्या

PUBG खेलने से रोकता था परिवार, शख्स ने मां और भाई-बहनों की कर दी हत्या



लाहौर. अगर यह कहा जाए कि पबजी गेम (PUBG Game) नहीं एक नशा है, तो शायद गलत नहीं होगा. क्योंकि हालात कुछ ऐसे ही हैं. कभी रिपोर्ट सामने आ रही है कि पबजी गेम के लिए मोबाइल खरीदने के लिए किसी बच्चे ने पिता के अकाउंट से पैसे चोरी कर लिए, तो किसी पैसे नहीं मिलने पर सुसाइड (Suicide) कर ली. अब एक रिपोर्ट ऐसी आ रही है जो वाकई हैरान करने वाली है. पाकिस्तान (Pakistan) में पबजी की सनक में एक शख्स हत्यारा बन बैठा. शख्स ने अपनी मां और तीन भाई-बहनों की हत्या कर दी.

डेली स्टार की खबर के मुताबिक, लाहौर की पुलिस ने गुरुवार को दावा किया कि उसने एक महिला डॉक्टर और उसके तीन बच्चों की हत्या के मामले को सुलझा लिया है. इन चारों की लाश लाहौर के गज्जुमता में उनके घर से मिली. उन्हें गोली मारी गई थी. पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान महिला का बेटा जैन इस हत्याकांड का दोषी निकला.

एक पुलिस अधिकारी ने कहा जैन इंटरनेट पर गेम खलने का आदी थी. उसे प्लेयर अननोन बैटलग्राउंड (PUBG) खेलने की सनक थी. वह सारा दिन बस पबजी खेलने में लगा रहता था. परिवार उसे इतना ऑनलाइन गेम खेलने के लिए रोकता-टोकता था. इसे लेकर घर में आए दिन झगड़े होते रहते थे.

बीते साल अप्रैल में जैन ने अपने परिवार को रास्ते से हटाने की साजिश रची. उसने अपनी मां, बहन और भाभी की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस को घर से डॉक्टर नाहीद मुबारिक (40), महनूर (16), जन्नत फातिमा (8) और तैमूर (21) की लाशें मिली.

पुलिस के अनुसार, लाहौर के नवा कोट इलाके में पबजी गेम को लेकर अपने परिवार के सदस्यों के साथ हुए विवाद के बाद जैन ने चारों को गोली मार दी थी. पुलिस आरोपी से अभी पूछताछ कर रही है.

(स्रोत : न्यूज 18)


Brahmos Missile Deal: रक्षा क्षेत्र में भारत की बड़ी उपलब्धि, ब्रह्मोस मिसाइल के लिए पहली विदेशी डील पर साइन

Brahmos Missile Deal: रक्षा क्षेत्र में भारत की बड़ी उपलब्धि, ब्रह्मोस मिसाइल के लिए पहली विदेशी डील पर साइन




नई दिल्ली: फिलीपींस और ब्रह्मोस एयरोस्पेस के बीच ब्रह्मोस का एंटी शिप वेरियंट सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (Brahmos Missile) के लिए सौदे पर साइन हो गए हैं। यह मिसाइल का पहला एक्स्पोर्ट ऑर्डर है जो भारत और रूस का जॉइंट प्रोडक्ट है। यह डील शुक्रवार को मनीला में साइन हुई।

भारत की बड़ी उपलब्धि

यह रक्षा क्षेत्र में भारत की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। ब्रह्मोस मिसाइल लेने के लिए फिलीपींस ने 375 मिलियन डॉलर यानी करीब 28 अरब रुपये की डील की है। कॉन्ट्रैक्ट में तीन बैटरी की डिलीवरी के साथ ही ऑपरेटर्स और मेंटेनर्स की ट्रेनिंग भी शामिल है। साथ ही इसमें इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक सपोर्ट पैकेज भी शामिल है। ब्रह्मोस मिसाइल लेने के लिए कुछ और देशों ने इंटरेस्ट दिखाया है। इंडोनेशिया और थाइलैंड से बातचीत चल रही है और अडवांस स्टेज में है।

चीन के खतरे से निपटने को फिलीपींस की तैयारी

फिलीपींस और चीन के बीच साउथ चाइना सी (दक्षिणी चीन सागर) में लंबे समय से टकराव चल रहा है। इसको ध्यान में रखकर फिलीपींस अपनी नेवी को मजबूत कर रहा है। फिलीपींस  ब्रह्मोस मिसाइल की तैनाती सबसे पहले अपनी नेवी के कोस्टल डिफेंस रेजिमेंट में करेगा। जानकारों का कहना है कि चीन के पास ब्रह्मोस जैसी क्षमता वाली मिसाइल नहीं है।


भारत और रूस का जॉइंट वेंचर है ब्रह्मोस

ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारत और रूस का जॉइंट वेंचर है और यह सुपर सोनिक क्रूज मिसाइल बनाता है। मिसाइल का नाम ब्रह्मपुत्र और मॉस्वा नदी को मिलाकर ब्रह्मोस रखा गया है। मिसाइल को जमीन से, समुद्र से, किनारे से और हवा से सतह पर किसी चीज को निशाना बनाने के लिए लॉन्च कर सकते हैं साथ ही समुद्र में भी यह टारगेट पर सटीक निशाना लगा सकती है। इंडियन आर्म्ड फोर्सेस में ब्रह्मोस मिसाइल काफी पहले ही शामिल कर ली गई थी।

आवाज की गति से 3 गुना ज्यादा

ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल की स्पीड ध्वनि की स्पीड से तीन गुना ज्यादा है। फिलीपींस जो ब्रह्मोस मिसाइल ले रहा है इसकी रेंज 290 किलोमीटर तक है यानी यह 290 किलोमीटर तक मार कर सकता है। यह मिसाइल 300 किलोग्राम वजन की युद्ध सामग्री ले जा सकती है। ब्रह्मोस मिसाइल को दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक मिसाइलों में गिना जाता है।


अभी भारत दुनिया में हथियारों का सबसे बड़े आयातकों में से एक है। लेकिन भारत ने रक्षा क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ाया है साथ भारत की कोशिश है कि भारत सिर्फ अपनी रक्षा जरूरतें ही पूरी ना करे बल्कि रक्षा उपकरणों के मामले में निर्यातक देश बने। भारत ने कई रक्षा उत्पादों के आयात पर रोक भी लगाई है ताकि स्वदेशी रक्षा इंडस्ट्री को बढ़ावा मिल सके।

(स्रोत : नवभारत टाइम्स)

NeoCov: कोरोना के बाद एक और खतरनाक वायरस ने दी दस्तक, इंसानों में भी फैलने का खतरा!

NeoCov: कोरोना के बाद एक और खतरनाक वायरस ने दी दस्तक, इंसानों में भी फैलने का खतरा!




नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Covid-19) के अलग-अलग वेरिएंट को लेकर पूरी दुनिया परेशान है. इस बीच अब एक और नए वायरस ने दस्तक दी है. कहा जा रहा है कि ये कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक है. खास बात ये है कि इस वायरस को लेकर चेतावनी चीन के वुहान लैब के वैज्ञानिकों ने दी है. बता दें कि नवंबर 2019 में वुहान से ही कोरोना का सबसे पहला मामला सामने आया था. ये नया वायरस साउथ अफ्रीका में मिला है. कहा जा रहा है कि इससे संक्रमित होने वाले हर 3 में से एक की मौत हो रही है. साथ ही ये काफी तेज़ी से फैलता भी है. इस नए वायरस को फिलहाल NeoCov नाम दिया गया है.

रूस की न्यूज़ एजेंसी स्पूतनिक के मुताबिक NeoCov कोई नया वायरस नहीं है. ये MERS-CoV वायरस से जुड़ा है. जिसकी सबसे पहले खोज साल 2012 और 2015 में मध्य पूर्वी देशों में हुई थी. ये SARS-CoV-2 की तरह है, जिससे इंसानों में कोरोना वायरस फैलता है.

कहां और कैसे फैल रहा है ये वायरस?
रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल इस वायरस के अंश दक्षिण अफ्रीका में चमगादड़ों में पाए गए हैं. फिलहाल ये सिर्फ इन जानवरों के बीच फैल रहा है. लेकिन वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इंसानों में भी ये फैल सकता है. बायोरेक्सिव वेबसाइट पर प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चला है कि NeoCoV और इसके करीबी PDF-2180-CoV मनुष्यों को संक्रमित कर सकते हैं.

इंसानों को संक्रमण का कितना खतरा?

वुहान यूनिवर्सिटी और चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज इंस्टीट्यूट ऑफ बायोफिजिक्स के शोधकर्ताओं के अनुसार, मानव कोशिकाओं में घुसपैठ करने के लिए वायरस के लिए केवल एक म्यूटेशन की आवश्यकता होती है. शोध के निष्कर्षों में कहा गया है कि नोवेल कोरोना वायरस एक जोखिम पैदा करता है क्योंकि ये ACE2 रिसेप्टर को कोरोना वायरस रोगज़नक़ से अलग तरीके से बांधता है. लिहाजा न तो एंटीबॉडी और न ही रेसीपेटरी रोग वाले लोग NeoCoV से बच सकेंगे.

बेहद खतरनाक
चीन के रिसर्चर के मुताबिक ये बेहद खतरनाक है. NeoCoV से संक्रमित हर 3 में से एक की मौत हो रही है. साथ ही कहा है कि ये कोरोना के मुकाबले ज्यादा तेज़ी से फैलता है.रिपोर्ट में कहा गया है कि NeoCoV पर चीन की एक ब्रीफिंग के बाद, रूसी स्टेट वायरोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर के विशेषज्ञों ने गुरुवार को एक बयान जारी किया. बयान में कहा गया है कि इस वायरस पर नजर रखी जा रही है. साथ ही इसके बारे में और भी स्टडी की जरूरत है.

( स्रोत : न्यूज़ 18 )


Thursday, 27 January 2022

तिहाड़ जेल के कैदियों ने बनाया फाइटर जेट और प्लेन, लोगों ने जमकर की तारीफ

तिहाड़ जेल के कैदियों ने बनाया फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर, लोगों ने जमकर की तारीफ



नई दिल्ली
रिपब्लिक डे परेड के मौके पर पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ कार्यक्रम किए गए। जेल में बंद कैदियों ने भी तिरंगे को सलामी दी और राष्ट्रगान गाया। दिल्ली की तिहाड़ जेल के कैदियों ने हेलिकॉप्टर और फाइटर प्लेन बनाया। गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कैदियों ने बैंड भी बजाया। कैदियों ने जो हेलिकॉप्टर और फाइटर प्लेन बनाया उसकी तारीफ हर जगह हो रही है। जेल में बंद कैदियों को कुछ न कुछ काम दिया जाता है। कैदी जेल के अंदर काम भी करते हैं जिसके लिए उनको पैसे भी दिए जाते हैं।

दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैदियों ने क्राफ्टिंग के जरिेए फाइटर जेल और प्लेन बनाया है। ये दोनों काफी खूबसूरती से तैयार किया गया है। कैदियों अंदर भी गजब के हुनरमंद लोग होते हैं मगर किसी न किसी गुनाह के चलते वो अपनी जिंदगी सलाखों के पीछे गुजारते हैं। कई कैदी जेल के अंदर लिखते पढ़ते हैं तो कई संगीत के शौकीन भी होते हैं। दिल्ली पुलिस सोर्स से ये तस्वीरें मिली हैं। जिसमें देख सकते हैं कि कैदियों ने कितनी अच्छी तरह से ये दोनों प्लेन बनाए हैं।

(स्रोत : नवभारत टाइम्स)


बिहार : तीन बच्चों की मां से की शादी तो भाई ने मारी गोली, जानिए अपने जिले की खबर

बिहार : तीन बच्चों की मां से की शादी तो भाई ने मारी गोली, जानिए अपने जिले की खबर


गोपालगंज : आपराधिक घटनाओं में कमी आने की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही। गोपालगंज में बड़े भाई ने छोटे भाई को शादी के विवाद में गोली मार दी। 


गोपालगंज में दूसरी शादी से नाराज भाई ने अपने ही सगे भाई को गोली मार दी। मामला मांझागढ़ थाना क्षेत्र के भैंसही गांव का है। यहां पर छोटे भाई ने 3 बच्चों की मां के साथ दूसरी शादी कर ली थी। जिससे नाराज बड़े भाई ने उसे गोली मार दी। गोली लगने से गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां से उसकी नाजुक हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया। घायल व्यक्ति का नाम नागेंद्र यादव है। वो माझागढ़ के भैसही गांव का रहने वाला है।

(स्रोत : नवभारत टाइम्स)

बेतिया : मंत्री के बेटे सहित 6 समर्थकों पर FIR, पुलिस ने गाड़ी और हथियार किया जब्‍त

बेतिया : मंत्री के बेटे सहित 6 समर्थकों पर FIR, पुलिस ने गाड़ी और हथियार किया जब्‍त


पटना:
बिहार के पश्चिम चंपारण जिले की पुलिस ने बिहार के पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद के बेटे नीरज कुमार उर्फ बबलू और उनके छह समर्थकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। रविवार को बबलू और उसके समर्थकों ने बगीचे में क्रिकेट खेल रहे बच्चों के एक समूह को डराने के लिए कथित गोलीबारी के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज की। नारायण प्रसाद नौतन से बीजेपी के विधायक हैं। पश्चिम चंपारण के एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने सोमवार को बताया कि मंत्री के भाई हरेंद्र प्रसाद और उनके भतीजे विजय साह को भी नमजद किया गया है। घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हरदिया कोईरी टोला गांव की है


एसपी ने कहा कि शिकायतकर्ता का आरोप है कि बबलू और उनके समर्थक गांव के एक बागीच में पहुंचे और जहां कुछ बच्‍चे क्रिकेट खेल रहे थे। बबलू और उसके समर्थकों ने इस जगह को खाली करने को कहा। इसके बाद बच्चों ने इसका विरोध किया। शिकायत कर्ता का आरोप है कि बबलू ने उनमें से कुछ बच्‍चों की पिटाई कर दी। यह भी आरोप लगाया कि बबलू ने बच्चों को डराने के लिए हवा में गोलियां भी चलाईं।

पुलिस ने बताया कि मंत्री के बेटे द्वारा इस्तेमाल किए गए वाहन को जब्त कर लिया है। बबलू की लाइसेंसी राइफल और पिस्तौल जिसे वह बाग में ले गया था, उसे भी आगे की जांच के लिए जब्त कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि मुफस्सिल पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 323, 307 और आर्म्स एक्ट 27 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

(स्रोत : नवभारत टाइम्स)

रेलवे ग्रुप डी : राज्‍यव्‍यापी हुआ छात्र आंदोलन जहानाबाद में छात्रों ने पटना गया रेलखंड किया बाधित

रेलवे ग्रुप डी : राज्‍यव्‍यापी हुआ छात्र आंदोलन  जहानाबाद में छात्रों ने पटना गया रेलखंड किया बाधित



जहानाबाद :
RRB (Railway Recruitment Board) ग्रुप डी के परीक्षाओं के नियम में बदलाव को लेकर उपजा विरोध आज तीसरे दिन भी तेज होता नजर आ रहा है। दो दिन पहले शुरू हुआ विरोध के कारण कई जिलों में रेल सेवाएं घंटों प्रभावित रहीं। आज बुधवार को गणतंत्र दिवस पर भी छात्रों ने पटना गया रेलखंड ठप कर दिया।

पहले छात्र पटरियों पर ट्रेनके सामने बैठकर अपना विरोध जता रहे थे। आंदोलित छात्रों ने गया से पटना जा रही सवारी गाडी को जहानाबाद स्टेशन पर रोक दिया और ट्रेन के सामने उतरकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। अभ्यर्थियों ने आरआरबी के फैसले को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका आरोप था कि रेलवे के ग्रुप डी में दो परीक्षाएं ली जा रहीं हैं। जो छात्रों के भविष्य के साथ खेलवाड़ करने जैसा है। उनका कहना है कि अचानक नियमों में बदलाव छात्रों की मेहनत को छलने जैसा है। छात्रों ने कहा इस बदलाव का हम लोग विरोध करते रहेंगे।

वही जाम की सूचना पाकर जिले के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर छात्रों को समझाने बुझाने में जुटे हुए हैं ताकि रेल परिचालन को शुरू कराया जा सके लेकिन छात्र अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं वही ट्रैक जाम होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है सुबह से ही छात्र ने ट्रेक पर उतरकर रेल सेवा को प्रभावित कर दिया है।

(स्रोत : नवभारत टाइम्स)

बिहार में शराब पीते पकड़े जाने पर पेनल्टी देकर होगी छुट्टी! जानें शराबबंदी कानून में क्या छूट दे सकती है नीतीश सरकार

बिहार में शराब पीते पकड़े जाने पर पेनल्टी देकर होगी छुट्टी! जानें शराबबंदी कानून में क्या छूट दे सकती है नीतीश सरकार


पटना: बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून के ठीक से लागू नहीं होने के आरोपों और हाल में हुई जहरीली शराब से मौत की संबंधी घटनाओं के बाद नीतीश सरकार इस कानून को कम सख्त बनाने के लिए इसमें संशोधन करने की योजना बना रही है। बिहार के उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय ने सोमवार को कहा, 'शराबबंदी कानून में संशोधन लंबे समय से विचाराधीन थे। पहली बार शराब पीते पकड़े जाने पर पेनल्टी लेकर छोड़ने वाली बात का संशोधन अधिनियम में 2018 में ही हो गया था। परन्तु अब जो बदलाव ला रहे हैं वह यह है कि पहले 50 हजार रुपये पेनल्टी लेकर छोड़ने का अधिकार न्यायपालिका के पास था और अब हम प्रस्तावित कर रहे हैं कि यह अधिकार कार्यपालक दंडाधिकारी को दे दिया जाए। फिलहाल यह प्रस्ताव चर्चा स्तर पर है। यह अंतिम राय नहीं है, अलग-अलग स्तर पर हम लोग इसपर फीडबैक लेंगे।'

एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पहली बार शराब के नशे में पकड़े जाने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, बल्कि जुर्माना अदा करने के बाद उसे मौके पर ही छोड़ दिया जाएगा। इस संबंध में फरवरी में विधानसभा के अगले सत्र में संशोधन विधेयक पेश किए जाने की संभावना है।

इस संबंध में फरवरी में विधानसभा के अगले सत्र में संशोधन विधेयक पेश किए जाने की संभावना है। अधिकारी ने कहा, ‘सरकार बिहार मद्य निषेध और उत्पाद शुल्क अधिनियम 2016 में कुछ बदलाव ला सकती है। वह नियमों में ढील देने के लिए वित्तीय दंड का प्रावधान शुरू करने पर विचार कर रही है।’

उन्होंने कहा, ‘जो लोग शराब के नशे में पकड़े जाएंगे, उन्हें मौके पर जुर्माना देकर छोड़ा जा सकता है। हालांकि ऐसा दोहराने वाले लोगों पर यह लागू नहीं होगा। जुर्माना का भुगतान करने में विफल रहने पर एक महीने के साधारण कारावास का प्रावधान होगा, लेकिन बार-बार अपराध करने पर अतिरिक्त जुर्माना या कारावास अथवा दोनों का प्रावधान किया जा सकता है। शराबबंदी कानून के मानदंडों का बार-बार उल्लंघन करने वाले व्यक्ति को जेल की सजा का सामना करना पड़ सकता है।’

अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार शराब उल्लंघन में शामिल पाए जाने वाले वाहन चालक को जुर्माना अदा कर छोडने के प्रस्ताव पर भी विचार कर रही है। शराबबंदी से जुड़े लंबित मामलों के निपटारे के लिए जिलों में अदालतों की संख्या बढ़ाने का भी प्रस्ताव है। अपर मुख्य सचिव (गृह) चैतन्य प्रसाद ने बताया कि अंतर विभागीय परामर्श के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की गई।

अधिकारियों ने राज्य में शराब के उत्पादन, व्यापार, भंडारण, परिवहन, बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगाने के लिए 2016 में बनाए गए कानून में संशोधन के कारणों के बारे में विस्तार से नहीं बताया। राज्य में पिछले छह महीनों में 60 से अधिक लोगों की जान लेने वाली जहरीली शराब संबंधी त्रासदियों के बाद मुख्यमंत्री गठबंधन साझेदार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल दोनों के निशाने पर आ गए हैं। नालंदा जिले में इस महीने की शुरुआत में जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत हो गई थी।

बीजेपी प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा था कि बिहार में शराबबंदी विफल रही, जिसका कारण अधिकारियों द्वारा सख्ती से इसका पालन नहीं करना और धन उगाही के लिए इसका इस्तेमाल करना रहा है। उच्चतम न्यायालय ने हाल में टिप्पणी की थी कि शराब कानून बिहार में न्यायपालिका के कामकाज को प्रभावित कर रहा है। पटना उच्च न्यायालय के 14-15 न्यायाधीश केवल बिहार निषेध और उत्पाद शुल्क अधिनियम के तहत की गई गिरफ्तारियों से संबंधित जमानत याचिकाओं पर सुनवाई कर रह रहे हैं। बार-बार प्रयास करने के बावजूद मद्य निषेध और आबकारी मंत्री सुनील कुमार टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हुए ।

(स्रोत : नवभारत टाइम्स)