Tuesday, 2 November 2021

Noida News: पेपर आउट कराने वाले सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश, 3 रिटायर्ड आर्मी जवान समेत 10 गिरफ्तार

पेपर आउट कराने वाले सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश, 3 रिटायर्ड आर्मी जवान समेत 10 गिरफ्तार


नोएडा: सेक्टर-58 कोतवाली पुलिस ने सॉल्‍वर गैंग का खुलासा किया है। यह गैंग असली की जगह नकली एग्जाम दिलाने वालों को बैठाते थे। इस गैंग से आर्मी से रिटायर्ड तीन जवान समेत दस शातिर 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। इनके कब्जे से 9 लाख 15 हजार की नकदी, दो-दो लाख के दो चेक, दो चार पहिया वाहन और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के 28 प्रवेश पत्र बरामद हुए हैं। यह गिरोह यूपी सहित पांच राज्यों में ढाई साल से सक्रिय था।
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने त्रिफला पार्क के पास से आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान हरियाणा निवासी विकास शर्मा, सुनील कुमार व सतनाम और राजस्थान निवासी वीरेंद्र यादव, लायक, जितेंद्र यादव, महिपाल यादव व गोरखपुर निवासी लाखन सिंह और बिहार निवासी उमेश कुमार तातवार के रूप में हुई है। एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि गिरफ्त में आया साल्वर गिरोह पिछले ढाई सालों से सक्रिय था। ये लोग यूपी सहित पांच राज्यों में प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर आउट करवाते हैं। आरोपित सुनील, सतनाम और लाखन आर्मी से रिटायर्ड हैं। कई अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।
एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि साल्वर गैंग के सदस्य हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन की ओर से कांस्टेबल की भर्ती की परीक्षा से संबंधित परीक्षा का पेपर लीक कराने के मकसद से नोएडा में एकत्र हुए थे। एडीसीपी ने बताया कि गिरोह के सदस्य परीक्षा पास कराने के लिए 50 हजार तक की रकम वसूलते थे। मल्टीटास्किग नान टेक्निकल स्टाफ परीक्षा के लिए 35, राजस्थान राज्य विद्युत प्रशासन निगम की परीक्षा के लिए 30, नेशनल इलिजिबीलिटी कम प्रवेश परीक्षा के लिए 30, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड सीधी परीक्षा के लिए 35, हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन के लिए 40 और राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन के लिए 50 लाख रुपये वसूलते थे।

एडीसीपी ने बताया कि साल्वर गैंग के सदस्य महज हाईस्कूल और इंटरमीडिएट पास हैं। स्नातक और परास्नातक पास अभ्यर्थी इनके जाल में फंस जाते थे। रविवार को नोएडा में होने वाली परीक्षा में अभ्यर्थी दीपक के स्थान पर एक अन्य अभ्यर्थी को बैठाने की तैयारी थी। सतनाम, सुनील, विकास शर्मा, महिपाल और जितेंद्र ने बताया कि सोमवार को ही पेपर आउट कराने की तैयारी थी। पेपर आउट की कापी उमेश, अभिनव,वीरेंद्र, लायक और लाखन से लेनी थी। शुरुआत में चार लाख अभ्यर्थी को देने थे। बाकि का पैसा काम होने के बाद देना होता था। पेपर प्राप्त करने के पहले ही आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

(स्रोत : नवभारत टाइम्स) 


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