Thursday, 11 November 2021

निशा, एक होनहार पहलवान जिसकी छेड़छाड़ के विरोध पर कोच ने हत्या कर दी, भाई को भी दौड़ा-दौड़ा कर गोली मारी

 निशा, एक होनहार पहलवान जिसकी छेड़छाड़ के विरोध पर कोच ने हत्या कर दी, भाई को भी दौड़ा-दौड़ा कर गोली मारी



वह एक होनहार पहलवान थी। उसकी आंखों में भी ओलिंपिक खेलने के सपने थे। कुश्ती में मेडल लाकर देश का नाम रोशन करने के ख्वाब थे। लेकिन अब वह दुनिया में नहीं है। मेडल लाने के लिए जिन हाथों को उसे पहलवानी के अचूक दांव-पेच और हुनर सिखाने थे, उन हाथों ने ही उसकी जिंदगी छीन ली। कोच कातिल बन गया। छेड़खानी का विरोध करने पर महिला पहलवान को कोच ने ही गोली मार दी। उसके भाई को भी मार डाला। मां अभी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। आंखों में आंसू लिए पिता को अब भी यकीन नहीं हो रहा कि उसकी लाडली इस दुनिया में नहीं है। बेटी के ओलिंपिक मेडल लाने का उनका अरमान बिखर चुका है। हम बात कर रहे हैं निशा हत्याकांड की।

3 साल से एक रेसलिंग अकैडमी में ट्रेनिंग ले रही थी निशा

सोनीपत जिले का हलालपुर गांव। यहां के नाहरी रोड पर रोहतक के बालंद गांव का रहने वाला पवन कुमार नाम का एक शख्स पहलवान सुशील कुमार की रेसलिंग अकैडमी का फ्रेंचाइजी चलाता है। पवन की इसी गांव में ससुराल है। निशा उसी की अकैडमी में पिछले करीब 3 साल से हर दिन सुबह-शाम पहलवानी के गुर सीखने आया करती थी। बुधवार शाम को भी वह कोचिंग के लिए पहुंची थी। आरोपों के मुताबिक वहां कोच पवन कुमार ने उसके साथ छेड़खानी की कोशिश की, जिसका निशा ने विरोध किया। गुस्से में कोच पवन ने निशा के घर फोन कर बोला- इसे यहां से ले जाओ। शायद तबीयत खराब हो, यह सोचकर निशा का छोटा भाई स्कूटी से अपनी मां के साथ कोचिंग सेंटर पहुंचा, जहां उसकी मौत इंतजार कर रही थी।

कोच ने पहले निशा को मारी गोली, मां और भाई को भी नहीं बख्शा

दोनों के वहां पहुंचते ही पवन कुमार ने सबसे पहले निशा को गोली मारी। उसके बाद उसकी मां को। छोटा भाई सूरज जान बचाने के लिए भागा लेकिन पवन और उसके साथियों ने उसे करीब आधे किलोमीटर तक दौड़ाकर गोली मार दी। भाई-बहन दोनों की मौत हो गई। मां धनपती देवी की पीजीआई रोहतक में जिंदगी की जंग लड़ रही है।


निशा के घर था कोच का आना-जाना, कई महीने से कर रहा था परेशान

निशा की मां ने पुलिस को बताया कि पवन का उनके घर आना-जाना था। दो दिन पहले ही बेटी ने उन्हें बताया था कि पवन उस पर गंदी निगाह रखता है। निशा के पिता का भी कहना है कि पवन पिछले कई महीनों से उनकी बेटी को परेशान करता था।


सीआरपीएफ में हैं निशा के पिता

निशा के पिता दयानंद सीआरपीएफ में हैं और फिलहाल जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं। गांव वालों ने जब फोन कर उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी तो वह कुछ देर के लिए सुन्न रह गए।

गुस्साए गांव वालों ने रेसलिंग अकैडमी को फूंक डाला

गांव की होनहार बेटी के कत्ल से गुस्साएं गांव वालों ने कोचिंग अकैडमी को फूंक दिया। पुलिस ने कोच पवन, उसकी पत्नी और साले समेत 4 नामजद लोगों और कुछ अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है लेकिन अभी तक उसके हाथ खाली हैं। कोच पवन अपनी बीवी और बच्चों के साथ फरार है। उसकी पत्नी भी अकैडमी में कोचिंग देती थी। आरोपियों में पवन के साले सचिन का नाम भी शामिल है। पवन और सचिन पर सूरज को दौड़ाकर गोली मारने का आरोप है।

भाई ने बताए खौफ के वो पल...

निशा के भाई जगदेव दहिया ने रोंगटे खड़े कर देने वाली इस वारदात के बारे में बताया। उन्होंने बताया, 'वह सुबह-शाम दोनों टाइम प्रैक्टिस के लिए जाती थी। वह वहां गई तो कोच अकैडमी में पहले से ही था। वहां पर उसने भाई सूरज दहिया को फोन किया कि अपनी बहन को ले जाओ यहां से। उसे लगा कि बहन की तबीयत खराब होगी। वह अपनी मां को बाइक पर लेकर वहां पहुंच गया। वहां पहुंचने के बाद उसने निशा को गोली मार दी। उसके बाद उसकी मां पर भी हमला किया। निशा ने भाई से कहा कि भाग ये तुझे भी मार देंगे। वह गांव की तरफ भागा तो 400-500 मीटर के बाद उसके सिर के पीछे गोली मार दी। निशा को कोच ने गोली मारी, जबकि उसके दो साथियों ने भाई का पीछा कर हत्या की।'

(स्रोत : नवभारत टाइम्स)

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