हादसा या साजिश:ईरान नेवी का सबसे बड़ा वॉरशिप आग लगने के बाद ओमान की खाड़ी में डूबा; इजराइल और ईरान में चल रहा है गहरा तनाव
ईरान का अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका और इजराइल से लंबे वक्त से विवाद चल रहा है। उसके कई सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक हालिया साल में उनके ही देश में मारे गए हैं। अमेरिका ने उसके पूर्व आर्मी चीफ को इराक में मार गिराया था।
बुधवार तड़के लगी आग
रिपोर्ट में ईरानी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि खार्ग वॉरशिप में आग बुधवार तड़के लगी। वॉरशिप पर फायर फाइटर्स की टीम भी मौजूद थी, लेकिन वो आग पर काबू पाने में नाकाम रही। घटना तेहरान से करीब 1270 किलोमीटर दूर गल्फ ऑफ ओमान में हुई। यहां से फारस की खाड़ी के लिए रास्ता जाता है।
अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि इस घटना में सिर्फ वॉरशिप डूबा या उस पर मौजूद कुछ लोगों या सैनिकों की जान भी गई। ईरन के सोशल मीडिया पर कुछ कमेंट्स में दावा किया जा रहा है कि वॉरशिप का स्टाफ लाइफ जैकेट्स के जरिए सुरक्षित निकल आया।
सैटेलाइट इमेज में सिर्फ धुआं दिखा
अमेरिकी सैटेलाइट इमेज से पता लगता है कि जहाज के बीचों-बीच आग लगी और कुछ ही देर में यह तेजी से फैल गई। दूर से इसका धुआं ही नजर आ रहा था। ईरान के लिए यह शिप बेहद अहम था। इसके जरिए वो अपने दूसरे और छोटे जहाजों को रसद पहुंचाता था। ईरान की नेवी इस बतौर ट्रेनी वॉरशिप भी इस्तेमाल करती आई थी। इस जहाज पर कुछ फाइटर जेट्स और हेलिकॉप्टर भी मौजूद थे।
ईरान सरकार चुप
ब्रिटेन में बने इस वॉरशिप को 1984 में ईरान ने खरीदा था। इसी के जरिए ओमाम की खाड़ी में तमाम ऑपरेशन किए जाते थे। खास बात यह है कि ईरान की नेवी या सरकार ने अब तक इस मामले पर कुछ नहीं कहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2019 के बाद ईरान के कई जहाजों में इसी तरह के हादसे होते रहे हैं। अमेरिका ने कुछ ही महीनों पहले आरोप लगाया था कि ईरानी नेवी समुद्र में बारूदी सुरंगे बिछा रही है।
अप्रैल में भी ईरान के एक छोटे वॉरशिप में आग लग गई थी और बाद में यह डूब गया था। तब ईरान सरकार ने इस घटना के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था। 2020 में भी ईरान का एक शिप ड्रिल के दौरान डूब गया था। इसमें 19 सैनिक मारे गए थे। 2018 में भी इसी तरह का हादसा हुआ था।
(दैनिक भास्कर)
No comments:
Post a Comment