ब्लैक सी में ब्रिटिश युद्धपोत पर रूसी नौसेना की फायरिंग, लड़ाकू विमान ने की बमबारी, ब्लैक सी में
रूसी युद्धपोतों ने दागी गोलियां
रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ब्रिटिश युद्धपोत एच० एम० एस० डिफेंडर पर आज स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजकर 52 मिनट पर काला सागर के उत्तर पश्चिमी हिस्से को पार करने का आरोप है। जिसके बाद इस युद्धपोत की घेराबंदी के लिए रूसी नौसेना की ब्लैक सी फ्लीट और रूसी एफएसबी बॉर्डर सर्विस के जहाज ऐक्शन में आए। उन्होंने ब्रिटिश युद्धपोत को पहले अपना रास्ता बदलने के लिए मौखिक चेतावनी दी। जिसके बाद रूसी युद्धपोतों ने चेतावनी के लिए दो राउंड गोलीबारी भी की।
लड़ाकू विमान ने भी ब्रिटिश युद्धपोत के सामने गिराए बम
ब्रिटिश युद्धपोत एसएमएस डिफेंडर ने रूसी नौसेना की इस चेतावनी को पहले नजरअंदाज कर दिया। जिसके बाद रूसी नौसेना मे शामिल Su-24M लड़ाकू विमान ने ब्रिटिश युद्धपोत के रास्ते में बड़े-बड़े बम गिराए। यह बम युद्धपोत के आगे के रास्ते में गिराए गए। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ब्रिटेन के विध्वंसक को चेतावनी देने के लिए लड़ाकू विमान ने चार उच्च विस्फोटक बम गिराए थे।
फायरिंग के बाद ब्रिटिश युद्धपोत ने बदला रास्ता
रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इस बमबारी के बाद ब्रिटिश युद्धपोत ने अपना रास्ता बदल लिया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ब्रिटिश युद्धपोत को पहले ही चेतावनी दी गई थी कि अगर वह रूसी राज्य सीमा का उल्लंघन करता है तो हथियारों से फायरिंग की जा सकती है। उस जहाज ने हमारी चेतावनी की अवहेलना की। जिसके बाद ब्लैक सी फ्लीट और रशियन फेडरल सिक्योरिटी सर्विस की संयुक्त कार्रवाई के बाद एचएमएस डिफेंडर ने दोपहर 12.23 बजे रूसी संघ के क्षेत्रीय समुद्र को छोड़ दिया।
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने फायरिंग की घटना से किया इनकार
इस घटना के बाद रूस ने विरोध दर्ज करवाने के लिए ब्रिटिश सैन्य अताशे को विरोध दर्ज करवाने के लिए तत्काल तलब किया है। हालांकि, ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने इन दावों का खंडन किया है कि एचएमएस डिफेंडर पर गोलियां चलाई गई थीं। एक बयान में कहा गया है कि एचएमएस डिफेंडर पर कोई चेतावनी शॉट नहीं चलाए गए हैं। रॉयल नेवी जहाज अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार यूक्रेनी क्षेत्रीय जल के माध्यम से निर्दोष मार्ग का संचालन कर रहा है।
(स्रोत : नवभारत टाइम्स)
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