पूर्वी लद्दाख सीमा पर फिर तनाव ;रिपाेर्ट में खुलासा- भारत सीमा पर हथियार तैनात कर सैन्य शक्ति बढ़ा रहा चीन, सेनाध्यक्ष बोले - हमारे सैनिक डटे रहेंगे
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन ने एक बार फिर सैन्य गतिविधियां तेज कर दी हैं। गलवान घाटी में हिंसक झड़प के करीब एक साल बाद चीन की सैन्य गतिविधियाें से टकराव की आशंका बढ़ गई है। रिपाेर्टाें में कहा गया है कि शांति की कोशिशों के बीच चीन ने भारत से लगी सीमा पर नई हथियार प्रणालियां जुटानी शुरू कर दी हैं।
ग्लोबल टाइम्स की रिपाेर्ट के अनुसार, ‘चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) नए सेल्फ-प्रोपेल्ड रैपिड-फायर मोर्टार की तैनाती कर रही है। इससे पूर्व 122 मिलीमीटर की सेल्फ-प्रोपेल्ड होवित्जर, हथियारबंद असॉल्ट व्हीकल, लंबी दूरी के मल्टिपल रॉकेट लॉन्चर लाए जा चुके हैं।’
गाैरतलब है कि पिछले साल मई में चीनी सेना एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) से करीब आठ किलोमीटर अंदर तक आ गई थी। इसके बाद जून के मध्य में दाेनाें सेनाओं के बीच हिंसक झड़प में सैनिक शहीद हाे गए थे।
भारतीय सेनाध्यक्ष बोले- हमारे सैनिक डटे रहेंगे
भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख सीमा पर सभी माेर्चाें पर तनाव खत्म होना जरूरी है। उससे पहले भारतीय सेना पीछे नहीं हटेगी। सेना हर हालात से निपटने काे तैयार है। जनरल नरवणे ने कहा, ‘हम पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ दृढ़ता से और बिना तनाव बढ़ाए व्यवहार कर रहे हैं। भारतीय सेना इसे लेकर स्पष्ट है कि सीमा पर एकतरफा बदलाव नहीं करने दिया जाएगा। महत्वपूर्ण क्षेत्राें में हमारे सैनिकाें का नियंत्रण है। किसी भी आपात हालात से निपटने के लिए हमारे पास रिजर्व के रूप में पर्याप्त सेना है।’
(स्रोत : दैनिक भास्कर)
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