कोरोना संक्रमण की पहचान का नया तरीका;सिंगापुर में कोविड-19 के लिए ‘सांसों का टेस्ट’ होगा, सरकार ने अनुमति दी, तुरंत रिपोर्ट भी मिल जाएगी
कोविड-19 संक्रमण की पहचान के लिए सिंगापुर में अब ‘ब्रीथ’ यानी सांसों का टेस्ट किया जाएगा। सरकार ने इसके इस्तेमाल की अनुमति दे दी है। इसे सिंगापुर नेशनल यूनिवर्सिटी ने डिजाइन किया है। मलेशिया से जो यात्री सिंगापुर के पश्चिमी हिस्से में स्थित तुआस चेकपोस्ट से प्रवेश करते हैं, सरकार परीक्षण के तौर पर यहां ब्रीथ टेस्ट अनिवार्य करने जा रही है। अगर इस टेस्ट में कोई व्यक्ति पॉजिटिव आता है, तो इसकी पुष्टि के लिए पीसीआर स्वैब टेस्ट किया जाएगा।
सिंगापुर सरकार फिलहाल सभी यात्रियों का एंटीजन रैपिड टेस्ट कर रही है। हालांकि ब्रीथ टेस्ट के साथ यह भी जारी रहेंगे। दूसरी ओर, विशेषज्ञों का मानना है कि टेस्टिंग की गति बढ़ाना महामारी में लगभग बर्बाद हो चुके पर्यटन उद्योग के लिए फायदेमंद साबित होगा। अमेरिका और यूरोप को उदाहरण मानकर सिंगापुर भी अब इसी राह पर है। उनके मुताबिक, सिंगापुर के अलावा एशिया के दूसरे देश भी जल्द से जल्द अपनी सीमाएं खोलना चाहते हैं।
नेशनल यूनिवर्सिटी ने डिजाइन किया है ब्रीथोनिक्स
ब्रीथोनिक्स या ब्रीथ टेस्ट उसी ब्रीथेलाइजर की तरह है, जो अक्सर पुलिस शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की पहचान के लिए प्रयोग करती है। व्यक्ति को माउथपीस के वॉल्व में सांस फूंकता है। मशीन का सॉफ्टवेयर इस सांस को संक्रमित व्यक्ति (पॉजिटिव) की सांस से मिलाता है और तुलनात्मक अध्ययन कर कुछ ही मिनटों में रिपोर्ट दे देता है।
(स्रोत : दैनिक भास्कर)
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