बंगाल की खाड़ी (Bay of bangal) से उठे चक्रवाती तूफान 'यास' (Cyclonic Storm Yaas) का असर गुरुवार को गहराता दिख रहा है। तूफान के कारण गुरुवार से राजधानी पटना, गया, भागलपुर, पूर्णिया, बेगूसराय, खगडि़या, मधुबनी समेत कई अन्य जिलों में मध्यम से लेकर भारी बारिश हो रही है। फिलहाल जान-माल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि बिहार में तूफान का असर अब धीरे-धीरे कम होता रहा है, लेकिन बारिश एवं तेज हवाओं का चलना जारी रहेगा। अगले दो-तीन दिनों में तबाही की भी आशंका है। राज्य सरकार ने भी सभी जिलों के अफसरों को अलर्ट रहने को कहा है। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा सभी जिलों पर नजर रखी जा रही है।
पटना सहित कई जिलों में हो सकती है भारी आंधी-बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार चक्रवाती हवा 24-26 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही है। अगले 24 घंटे के दौरान पटना, गया, औरंगाबाद, बक्सर, भोजपुर, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, पूर्णिया, किशनगंज आदि कई स्थानों पर भारी बारिश के साथ मेघ गर्जन व वज्रपात का पूर्वानुमान है। चक्रवाती तूफान को देखते हुए कई जिलों के लिए दो से तीन दिन का येलो अलर्ट जारी किया गया है। पटना एवं इसके आसपास के इलाकों में पटना में हल्की एवं मध्यम दर्जे की बारिश रिकॉर्ड की गई है। आगे तेज बारिश व मेघ गर्जन की संभावना है। 28 से 30 मई तक शहर एवं इसके आसपास के इलाकों में बारिश और बादल छाए रहेंगे। 27, 28 और 29 मई तक दक्षिण बिहार के जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
तूफान के कारण राज्य के डेढ़ दर्जन जिलों में हो रही बारिश
तूफान के कारण डेढ़ दर्जन जिलों में बारिश हो रही है। बीते दिन की बात करें तो बेगूसराय जिले में सर्वाधिक 54.4 मिलीमीटर और पटना जिले में सबसे कम 1.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। इसके अलावा भागलपुर जिले में 9.9 मिलीमीटर, पूर्णिया में 3.5 मिलीमीटर, खगडिय़ा और मधुबनी जिले में 6.8 मिलीमीटर वर्षा हुई है।
तूफान के कारण विभिन्न इलाकों में कैसा रहेगा मौसम, जानिए
उत्तर-पश्चिम बिहार : 27-28 मई को पश्चिम चंपारण, सिवान, सारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज आदि जिलों में अधिकांश जगहों पर बारिश होगी व 29-30 मई को अनेक स्थानों पर गरज के साथ वर्षा की संभावना है।
उत्तर-मध्य बिहार : सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर के कुछ जगहों पर 27-28 मई को वर्षा के साथ मेघ-गर्जन, बिजली चमकने की संभावना है।
उत्तर-पूर्व बिहार : सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया में अगले 24 घंटे के दौरान बारिश और मेघ-गर्जन की संभावना है।
दक्षिण-मध्य बिहार : पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय में अगले 24 घंटे के दौरान अधिकांश स्थानों पर भारी वर्षा के साथ मेघ गर्जन व बिजली चमकने की संभावना है।
दक्षिण-पूर्व बिहार : कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगडिय़ा के कुछ भागों में अगले 24 घंटे के दौरान गरज के साथ बारिश तथा 28-29 मई को भारी बारिश होने के साथ बिजली चमकने का पूर्वानुमान बताया जा रहा है।
राजधानी सहित कई इलाकों में पांच डिग्री तक गिरा तापमान
चक्रवाती तूफान के कारण राजधानी समेत अन्य जगहों पर अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। पटना में सुबह से ही मौसम ठंडा है। बीते दिन राजधानी का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहा। अगले तीन दिनों के दौरान तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस गिरावट की संभावना है। राज्य के डेहरी का अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
अस्पतालों को निर्बाध बिजली आपूर्ति का दिया निर्देश
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक यास के असर को देखते हुए अस्पतालों को निर्बाध बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश जिलों को दिया गया है। सभी ऑक्सीजन प्लांट को भी निरंतर बिजली आपूर्ति बनाए रखने को कहा गया है। इसके लिए बिजली विभाग का नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्य कर रहा है। बिजली विभाग भी सभी जिलों से निरंतर रिपोर्ट ले रहा है। जिलों को बिजली आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के बारे में निर्देश दे रखा है।
धान व सब्जी की खेती को राहत, आम-लीची को नुकसान
तूफान में हो रही बारिश कृषि के लिए मददगार माना जा रहा है । मई के अंतिम सप्ताह में राज्य में धान का बिचड़ा डालने का काम शुरू हो जाता है। बारिश से किसानों को काफी लाभ होगा और वे काफी सुगमता से धान का बिचड़ा डालने का काम Z कर देंगे। इसके लिए वातावरण भी उनका सा6थ दे रहा है। हवा में नमी होने के कारण भी बिचड़े को काफी लाभ मिलेगा। इसके अलावा अन्य कृषि कार्य तेज हो जाएंगे। सब्जी की फसल को भी बारिश से बड़ी राहत मिली है। हां, इस बारिश से आम एवं लीची की फसलों को काफी नुकसान हुआ है।
(स्रोत : दैनिक जागरण)