Thursday, 15 April 2021

Corona Effect : बेड, ऑक्सिजन या अंत्येष्टि कार्य, कोरोना के कहर से अस्पताल से श्मशान तक सभी जगह कोहराम

 Corona Effect : बेड, ऑक्सिजन या अंत्येष्टि कार्य, कोरोना के कहर से अस्पताल से श्मशान तक सभी जगह कोहराम

--पीo बीo शर्मा--


      कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Second Wave of Coronavirus) ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है। मरीजों को अस्पताल में क्या मरने के बाद शवों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशानों और कब्रिस्तानों में जगह पाने के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

      इस कोरोना काल मे लोगो को अपने परिजनों को अस्पताल पहुंचाने के एम्बुलेंस मिलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना के डर से, अन्य सवारी वाहन किसी बीमार व्यक्ति को अपने टेम्पो / टैक्सी में बैठाकर अस्पताल ले जाने को तैयार नहीं हो रहे हैं।
       अब ऐसे में यदि किसी तरह अपने बीमार परिजन को अस्पताल ले कर पहुँच भी गए तो वहाँ पर ऑक्सीजन मिलना बीमार व्यक्ति के सौभाग्य पर ही निर्भर करता है।
       कोरोना का कहर तो उस समय और भयावह हो जाता है, जब कोरोना पीड़ित व्यक्ति के मृत शरीर को अंत्येष्टि कर्म के लिए श्मशान घाट या कब्रिस्तान ले जाने के बाद पता चलता है कि उन्के अंत्येष्टि कर्म के लिए भी परिजनों को लाइन में लंबा प्रतीक्षा करना होगा।

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