Friday, 30 April 2021

Bihar revenue dept officers upset over land survey work under Covid cloud

Bihar Revenue Dept. Officers Upset over Land Survey Work Under Covid Cloud



      In a letter, issued by the land revenue department’s land records and survey directorate on Wednesday, all officers in districts have been asked to attend the review meeting, held online every fortnight, with information about progress of ongoing land survey related work.
        Even as the state government has issued guidelines, encouraging staff to work from home with only 25 % attendance in offices owing to the surge in Covid-19 cases, revenue and settlement officers posted in the districts are a bit miffed over the latest directive from their department that land survey-related work is carried out and completed as per targets.
       In a letter issued by the land revenue department’s land records and survey directorate on Wednesday, all officers in districts have been asked to attend the review meeting, held online every fortnight, with information about progress of ongoing land survey related work.

      The letter also asks district revenue and settlement officers to hold online review meetings with officials posted at the camps in villages for updates on survey work. The emphasis has also been that survey work should be carried as per targets.

        “ Though the department has asked us to attend online review meetings, the survey work is continuing and we have to make field visits for updates. Field officers are also working with great risk.Is it feasible to interact with people at village level for different aspects of survey work to complete pending works?,” asked a settlement officer, requesting anonymity.

      Reports said in Munger around 25% of the total officers engaged in survey work, including amins, have been infected. “Even villagers are refusing to cooperate in the survey work..many village heads have written to the department seeking suspension of the work. But what can we do?” said another survey officer, posted in the district.

      In Bihar, a survey to update land records is on in 90 circles covering 5,099 villages in 20 districts. The survey work is in different stages -- such as initial verification of boundaries, validation of tri-junction, kistawar (update of land maps based on aerial survey) and then update of land owners with maps of holdings.

       Commenting on the reported protests within the department, Jai Singh, director, land records and survey, said the letter issued to district settlement officers was in the context of holding online review meetings. “ Yes, the survey work is going on and has to be completed as per targets set. But we are not insisting on people to take up outdoor work right now. A lot work, such as uploading data and other documentation work, can be done in the office,” he said.

      “We are only stressing on working in virtual mode,” he clarified.

      Bihar is among the 11 states that account for 78.18% of the countries active cases along with Maharashtra, Karnataka, Uttar Pradesh, Kerala, Rajasthan, Gujarat, Chhattisgarh, Andhra Pradesh, Tamil Nadu, and West Bengal.

(Source: Hindustan Times)

पटना में कोरोना से मौत के बाद दलाली का घिनौना खेल, 70 कदम लाश ले जाने को 10 हजार की मांग

पटना में कोरोना से मौत के बाद दलाली का घिनौना खेल, 70 कदम लाश ले जाने को 10 हजार की मांग

अनिल कुमार, पटना सिटी: कोरोना से मरने वालों की बढ़ती संख्या के बाद गुलबी घाट पर शवदाह गृह की स्थिति खराब होती जा रही है। एक चिता ठंडी होने से पहले ही तीन शव कतार में रखे होते हैं। कोरोना संक्रमण के भय से मृतक के स्वजन शरीर को छूने से डर रहे हैं। अंतिम संस्कार के लिए गुलबी घाट पर एंबुलेंस से आए शव को विद्युत शवदाह गृह ले जाने के लिए दलाली का खेल जारी है। 

मजबूरन बड़ी रकम देनी पड़ रही

गुरुवार को तहकीकात में गुलबी घाट पर एंबुलेस से आए शवों को अंतिम संस्कार के लिए विद्युत शवदाह तथा लकड़ी से जलाने वाले घाट तक शव पहुंचाने का घिनौना खेल सामने आया। घाट पर खड़े दलालों का एक समूह एंबुलेंस के आते ही सक्रिय दिखा। समूह के सदस्य अंतिम संस्कार के लिए महज 50 से 70 कदम की दूरी तक पहुंचाने के लिए पांच से दस हजार रुपये की मांग करता दिखा। शव के साथ पहुंचे स्वजनों ने जब बड़ी रकम मांगने का कारण जानना चाहा तो बोले कि हम जान हथेली पर लेकर कोरोना संक्रमितों को अंतिम संस्कार के लिए पहुंचा रहे हैं। कोरोना संक्रमित शव होने से स्वजन भी बड़ी मांग को सुनकर ठगा महसूस कर रहे थे। इधर दलालों की दबंगई के आगे अंतिम संस्कार करने वालों को मजबूरन बड़ी रकम देनी पड़ रही थी। 


(स्रोत: दैनिक जागरण)



महिलाओं के बढ़ते कदम

महिलाओं के बढ़ते कदम: 

अमेरिका में पहली बार महिलाओं ने पूरी की मरीन ट्रेनिंग, तीन घंटे नींद, 35 किलो वजन लेकर 15 किमी चढ़ाई करती थीं


       अमेरिकी सेना के 100 साल के इतिहास में पहली बार महिला सैनिकों ने लिंगभेद की आखिरी बाधा पार कर ली है। लीमा कंपनी की महिला प्लाटून की 53 रंगरुटों ने मरीन कॉर्प्स का सबसे मुश्किल कोर्स पूरा कर लिया है। कैलिफोर्निया के कैंप पेंटलटन में सबसे मुश्किल माने जाने वाले करीब 11 हफ्ते के कड़े प्रशिक्षण के बाद अब वे आधिकारिक रूप से मरीन बन गई हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि महिलाओं ने इस कोर्स को पूरा किया है। इन्होंने 9 फरवरी 2021 को ट्रेनिंग शुरू की थी।

       20 साल की अबिगेल रैगलैंड इन्हीं में से एक हैं। वे बताती हैं- लाखों आंखें हम पर लगी थीं। हम किसी भी हाल में फेल नहीं होना चाहते थे। वहीं 19 साल की एनी कहती हैं- मैं जिंदगी में कभी भी आसान चुनौतियां नहीं चाहती थी। मुझे पहले ही दिन लग गया था कि मैं मरीन के लिए ही बनी हूं।’ इदाहो की 19 साल की मिया ओ’हारा कहती हैं- आखिरी चढ़ाई में प्लाटून का झंडा मेरे हाथों में था।

      

(स्रोत: दैनिक भास्कर)


TIME मैगजीन के कवर पर दिखा 'भारत में संकट', 'काबू से बाहर कोरोना की महामारी'

 TIME मैगजीन के कवर पर दिखा 'भारत में संकट', 'काबू से बाहर कोरोना की महामारी'

      भारत में कोरोना वायरस की दूसरी वेव ने ऐसे हाहाकार मचाया कि सारी दुनिया सदमे में है। अभी तक कई देशों को मदद पहुंचा चुके भारत में अब लोग अपनों के लिए भटक रहे हैं। जाहिर है कि पूरी दुनिया की निगाहें हालात पर हैं। इसी कड़ी में अमेरिका की प्रतिष्ठित 'टाइम' मैगजीन ने अपने कवर पेज पर भारत की त्रासदी को दिखाया है। 'संकट में भारत' हेडिंग के साथ श्मशान घाट की तस्वीर इस दर्दनाक माहौल की कहानी सुना रही है।
      मैगजीन के लिए नैना बजेकल ने कवर स्टोरी में लिखा है, 'भारतीय स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने की कगार पर है। देश के अस्पतालों में ऑक्सिजन, वेंटिलेटर और बेड्स की कमी है। भारतीय रेडेसिविर के लिए भाग रहे हैं जिससे कीमतें बढ़ गई हैं जबकि लैब बढ़ते कोविड-19 टेस्ट निपटाने की कोशिश कर रही हैं।' यह मानवीय आपदा सिर्फ भारत के 1.4 अरब लोगों के लिए नहीं, पूरी दुनिया के लिए भयावह होगी।'
       स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटे में एक दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक तीन लाख 79 हजार 257 मामले आए और 3645 लोगों की मौत हुई। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले कुछ हफ्तों के दौरान भारत को अतिरिक्त पांच लाख आईसीयू बिस्तरों, दो लाख नर्सों और डेढ़ लाख डॉक्टरों की जरूरत पड़ेगी।


       डॉ. शेट्टी ने कहा, 'भारत में 75 से 90 हजार आईसीयू बेड हैं, जो महामारी की दूसरी लहर के चरम पर पहुंचने से पहले ही भर चुके हैं। रोज 3.5 लाख नए मामले आ रहे हैं। एक्सर्ट्स का कहना है कि यह संख्या पांच लाख तक जा सकती है।' डॉ. शेट्टी ने कहा, हर संक्रमित मरीज के साथ पांच से 10 लोग ऐसे हैं, जिनकी जांच नहीं हो रही है। भारत में अब रोज 15 से 20 लाख लोग संक्रमित हो सकते 7हैं।'

(स्रोत:नवभारत टाइम्स)

Thursday, 29 April 2021

फ्रांस में इस्लामी आतंकी घटना

 फ्रांस में इस्लामी आतंकी घटना:

महिला पुलिसकर्मी की हत्या के आरोप में तीन लोग गिरफ्तार, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों बोले- हम इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे

    पेरिस के कम्युटर टाउन स्थित एक पुलिस स्टेशन के बाहर आतंकियों द्वारा महिला पुलिसकर्मी की हत्या के बाद, अब फ्रांस की सरकार ने घटना को लेकर एंटी टेररिज्म इन्वेस्टिगेशन के आदेश दे दिए हैं। घटना पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर शपथ लेते हुए कहा कि हम अपनी इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई से पीछे नहीं हटेंगे। पूरा देश स्टेफनी के परिवार, सहकर्मियों और सुरक्षा बलों के साथ है।

     घटना शुक्रवार दोपहर 2 बजे के आसपास की है। यहां एक महिला पुलिस अफसर की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। इसके कुछ ही देर बाद एंटी टेररिस्ट यूनिट ने आतंकी को घेर कर मार गिराया था। साथ ही तीन लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं, फ्रांस के नेशनल एंटी टेररिज्म प्रोसेक्यूटर ने कहा है कि यह एक ओपन इंवेस्टिगेशन है। इसमें डोमेस्टिक इंटेलिजेंस सर्विस (DGSI) भी मदद कर रही है।

लंच ब्रेक से वापस लौट रही थी महिला पुलिसकर्मी
     जानकारी के मुताबिक, घटना दोपहर 2.20 बजे पुलिस स्टेशन के एंट्रेस गेट के पास हुई है। यह सबसे सुरक्षित इलाका माना जाता है। 49 साल की महिला पुलिसकर्मी का नाम स्टेफनी है। वह एक प्रशासनिक सहायक हैं। महिला के दो बच्चे भी हैं। वह लंच ब्रेक से लौट रही थी। तभी उसके गले पर एक आतंकी ने चाकू से दो बार वार कर हत्या कर दी।

पिछले दो साल में 5वीं बार ऐसी घटना
      पेरिस में बीते दो साल में 5 बार इस तरह के हमले हुए हैं। दूसरी बार किसी पुलिस अफसर को निशाना बनाया गया है। प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने इसे सीधे तौर पर आतंकी हमला करार दिया है। कास्टेक्स ने कहा- आप यह तय मानकर चलिए कि इस तरह की घटनाओं से हम हार मानने वाले नहीं हैं। हम बेहद सख्ती से इन लोगों से निपटने तैयार हैं।

अफसर को मारने से पहले लगाए थे नारे
     एंटी टेरर प्रोसिक्यूटर जीन फ्रेंकोइस ने कहा कि यह बहुत घृणित घटना है। हम उन लोगों के सबक सिखाएंगे, जो इस काम में शामिल हैं। हमलावर ने अफसर को मारने से पहले नारे भी लगाए थे।


(स्रोत: दैनिक भास्कर)

ऑक्सीजन सप्लाई में हेराफेरी: हाईकोर्ट ने केंद्र से पूछा- जब दिल्ली को ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत है तो MP और महाराष्ट्र को मांग से अधिक सप्लाई क्यों?

ऑक्सीजन सप्लाई में हेराफेरी: हाईकोर्ट ने केंद्र से पूछा- जब दिल्ली को ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत है तो MP और महाराष्ट्र को मांग से अधिक सप्लाई क्यों?



      दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को लेकर हाईकोर्ट के निशाने पर इस बार केंद्र सरकार रही। जस्टिस विपिन सांघी और रेखा पल्ली की बेंच ने गुरुवार को केंद्र सरकार से पूछा कि अगर दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो रही है तो मध्यप्रदेश को ज्यादा सप्लाई करने की क्या वजह है।
    बेंच ने कहा कि हम यह नहीं कह रहे हैं कि देश के अन्य हिस्सों में लोगों को मरना चाहिए। लेकिन अगर किसी विशेष राज्य की मांग कम है, तो आपने उसे ज्यादा सप्लाई क्यों कर रहे हैं? आप दिल्ली की डिमांड पूरी क्यों नहीं करते?

मांग से ज्यादा दी गई ऑक्सीजन
    दिल्ली सरकार की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील राहुल मेहरा ने बेंच को बताया कि सिर्फ दिल्ली को मांग के अनुरूप ऑक्सीजन नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बेंच को बताया कि कई राज्यों को केंद्र सरकार मांग से ज्यादा आक्सीजन दे रही है। 
       मध्य प्रदेश को 540 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित की गई थी, जबकि उसने 445 मीट्रिक टन की मांग की थी। महाराष्ट्र को 1661 मीट्रिक टन आवंटित किया गया था, जबकि मांग 1,500 मीट्रिक टन थी। केंद्र सरकार की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बेंच को बताया कि सरकार मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को मांग से अधिक ऑक्सीजन देने के लिए उचित व तार्किक कारण बताएगी। मेहता ने बेंच को बताया कि गुजरात सहित कई ऐसे राज्य हैं जिन्हें मांग से कम ऑक्सीजन दिया गया है।

दिल्ली ने की है 700 मीट्रिक टन की मांग
     दिल्ली सरकार ने कोरोना महामारी और बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन केंद्र से मांगी थी। केंद्र सरकार ने दिल्ली को सिर्फ 480 मीट्रिक टन ऑक्सीजन कोटा आवंटित किया। मेहरा ने बेंच को बताया कि दिल्ली को जितना आवंटन किया गया है, उसकी भी पूरी सप्लाई नहीं की गई।

लोगों से ऑक्सीजन सिलेंडर जब्त न करे सरकार
      बेंच ने एक अन्य आदेश में कहा कि सरकार कोरोना मरीज के परिजन से ऑक्सीजन सिलिंडर जब्त नहीं करे। दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के मद्देनजर हाई कोर्ट ने कहा कि मरीज के परिजन बड़ी मुश्किल से ऑक्सीजन सिलिंडर जुटाते हैं। ऐसे में उनसे सिलिंडर जब्त करना सही नहीं है। हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को साफ कहा कि वो उनसे ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं छीना करें।

जमाखोरों से जब्त रेमडेसिविर अस्पतालों को भेजें
     बेंच ने कोरोना के इलाज में उपयोगी दवा रेमडेसिविर को लेकर भी प्रशासन को निर्देश जारी किया है। हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से कहा कि जमाखोरों से जब्त की गई रेमडेसिविर को तुरंत मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध कराई जाए।

(स्रोत: दैनिक भास्कर)

कब्रिस्तान और श्मशान छोटे पड़ गए

कब्रिस्तान और श्मशान छोटे पड़ गए: गाजियाबाद में फुटपाथ पर जल रहीं चिताएं, कर्नाटक में घरों और खेतों में अंतिम संस्कार की इजाजत देनी पड़ी


श्मशान घाट में जगह नहीं बची है, दाह संस्कार के लिए आप कहीं और जाएं...
      अपनों की अर्थी को कंधों पर लादे कोई व्यक्ति ये लाइनें पढ़ेगा तो उस पर क्या गुजरेगी। लेकिन, आज का सच यही है। हर ओर चिताएं जल रही हैं और देश मातम में डूबा है। गाजियाबाद के श्मशान घाट पर जगह कम पड़ रही है, क्योंकि राजधानी से सटे इस शहर में हर पल किसी न किसी की जान जा रही है। अब स्थिति ये है कि फुटपाथ पर चिताएं जल रही हैं। वहीं, कर्नाटक में सरकार को घरों के आसपास की जगहों और खेतों में भी अंतिम संस्कार की इजाजत देनी पड़ी है।

गाजियाबाद की ये तस्वीरें, जो आपको हिला देंगी

       करीब 3 दिन पहले की बात है, गाजियाबाद स्थित हिंडन नदी के किनारे घाट में लाइन से शवों का दाह संस्कार किया गया। बताया जा रहा है कि 35 से ज्यादा शवों को श्मशान घाट के दूसरी तरफ फुटपाथ पर जलाया गया। ये घटना देर रात की है। ये सभी कोरोना की जंग हारने वाले लोग थे।

कुत्तों की कब्रगाह में लोगों का दाह संस्कार
        नई दिल्ली में भी कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है। ऐसे में साउथ दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने लोगों के दाह संस्कार के लिए कुत्तों के कब्रगाह यानी डॉग क्रेमेटोरियम का इस्तेमाल करने का मन बनाया है। जब तक स्थिति सामान्य नहीं होगी तब तक इसे लोगों की चिताएं जलाने के लिए लिया जा रहा है।
    दिल्ली में रोजना कोरोना से करीब 700 लोगों की मौत हो रही है। ऐसे में प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए इस जगह को चुना है। डॉग क्रेमेटोरियम अभी शुरू नहीं हुआ है, ऐसे में प्रशासन इसका इस्तेमाल लोगों के लिए कर रहा है। ये द्वारका के सेक्टर 29 में 3.5 एकड़ में फैला है।
कर्नाटक में घरों में दाह संस्कार की इजाजत
      कर्नाटक सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है। इसमें लोगों से अपने खेतों में और घरों के पीछे दाह संस्कार करने को कहा गया है। श्मशानों और कब्रिस्तानों में भारी भीड़ की वजह से राज्य सरकार ऐसा फैसला लेने पर मजबूर हुई है। सरकार का कहना है कि इससे लोग सम्मान के साथ अपनों की अंतिम क्रिया कर सकेंगे।

(स्रोत: दैनिक भास्कर)

बिहार में बढते कोरोना के चलते कुछ अतिरिक्त प्रतिबंध लागू

बिहार में बढते कोरोना के चलते कुछ अतिरिक्त प्रतिबंध लागू 

       पटना, 28 अप्रैल (भाषा) बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि देखते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश में रात्रि कर्फ्यू का समय बढ़ा कर शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक करने की घोषणा की है । प्रदेश में अब तक यह रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक लागू था । इसके अलावा कुछ प्रतिबंध भी लगाये गये हैं ।

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को संपन्न आपदा प्रबंधन समूह की बैठक के बाद गृह विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से देश के अनेक राज्य बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं और बिहार में भी पिछले कुछ दिनों से कोरोना पोजिटिव मामलों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। 

      आदेश में कहा गया है प्रदेश में 29 अप्रैल से सभी दुकानें शाम छह बजे की बजाय दोपहर बाद चार बजे बन्द होंगी। इसमें कहा गया है कि रात्रि कर्फ्यू शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक रहेगा। इसके अनुसार विवाह समारोह के लिए 50 व्यक्तियों की एवं अंतिम संस्कार के लिए 20 व्यक्तियों की अधिकतम सीमा रहेगी।

        इसमें कहा गया है कि विवाह समारोह के लिए रात्रि कर्फ्यू 10 बजे से प्रभावी होगा और इन समारोहों में डीजे का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा।

      आदेश में यह भी कहा गया है कि इस अवधि के दौरान सभी सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालय 25 प्रतिशत उपस्थिति के साथ कार्य करेंगे और सभी सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालय दोपहर बाद चार बजे बन्द कर दिये जायेंगे ।

        इसमें कहा गया है कि दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के बारे में पूर्व में दिए गए निदेश का सख्ती से अनुपालन जिला पदाधिकारी करवायेंगे ।

       यह प्रतिबंध जिन सेवाओं/गतिविधियों पर लागू नहीं होगा उनमें सार्वजनिक परिवहन (क्षमता के 50 प्रतिशत), औद्योगिक प्रतिष्ठान, निर्माण कार्य, ई-कामर्स से जुड़ी सारी गतिविधियां, स्वास्थ्य प्रक्षेत्र से जुड़े प्रतिष्ठान एवं गतिविधियाँ, ठेला पर फल/सब्जी की घूम-घूम कर बिक्री, कृषि एवं इससे जुडे़ कार्य, रेस्टोरेंट एवं खाने की दुकान पर रात्रि नौ बजे तक टेक होम सेवा शामिल हैं ।


(स्रोत: नवभारत टाइम्स)

Biden pledges NATO-like military presence in Indo-Pacific

Biden Pledges NATO-Like Military Presence in Indo-Pacific



       In a 65-minute speech to a chamber sparsely populated in view of the Covid-19 pandemic, Biden recalled major accomplishments of his first 100 days in office such as a rescue plan and laid out his agenda for the remainder of his term that many experts described as the most progressive for a Democratic president in decades.

       “America is on the move again,” he said as he started his speech that was focused mostly on domestic issues, such as the handling of the pandemic, economic recovery, healthcare expansion, gun rights reforms, immigration policy, eradication of child poverty, raising the minimum wage to $15, equal pay for women, among others.

       Biden also spoke on key foreign policy issues such as America’s relations with China, the main competitor, and the pull-out of troops from Afghanistan that he has pledged to wrap up by September 11 - the 10the anniversary of the 2001 terror attacks in the US.

      “We will maintain a strong military presence in the Indo-Pacific just as we do with NATO in Europe – not to start conflict – but to prevent conflict,” the US president said he told China’s President Xi Jinping when the latter had called to congratulate him. Biden never fails to bring up that conversation, and he mentioned it again, saying it had lasted two hours.

      No details were available immediately of plans to boost US military presence in the region, as the area of responsibility of the Indo-Pacific Command, with a look-in from the Africa Command and the Central Command in the Biden administration’s expanded vision of the region as the Western Indian Ocean Region (WIOR).

        Former US president Donald Trump had also spoken of a stronger military presence in the Indo-Pacific, but at the expense of American presence in Europe, by moving troops from Germany.

(Hindustan Times)

     

कोरोना पर बिहार सरकार को अदालत की फटकार, अगर ऑक्सिजन है तो लोगों की मौत कैसे हो रही- पटना हाईकोर्ट

कोरोना पर बिहार सरकार को अदालत की फटकार, अगर ऑक्सिजन है तो लोगों की मौत कैसे हो रही- पटना हाईकोर्ट


      कोरोना से बेहाल बिहार को लेकर पटना हाईकोर्ट ने कड़ी नाराजगी जताई है। कोर्ट ने इस दौरान बिहार सरकार को फटकार के साथ नसीहत भी दी है। दरअसल पटना हाईकोर्ट की बनाई समिति ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि पीएमसीएच, आईजीआईएमएस और मेदांता अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए करीब एक हजार से ज्यादा बेड खाली पड़े हुए हैं। बुधवार को हाइकोर्ट में पेश रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑक्सिजन की अनियमित आपूर्ति के कारण अस्पताल प्रशासन मरीजों को भर्ती नहीं कर पा रहा है। डॉक्टर उमेश भदानी, डॉक्टर रवि कृति और डॉक्टर रवि शंकर सिंह की कमेटी ने अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश की। 

पटना में बेड खाली लेकिन भटक रहे कोरोना पीड़ित

      पीएमसीएच में 1750 बेड की सुविधा है किंतु उसमें केवल 770 बेड ही कोविड मरीजों को मिले हैं। आईजीआईएमएस में 1070 बेड की क्षमता के उलट सिर्फ 250 बेड ही कोविड मरीजों के लिए है। दूसरी तरफ 500 बेड वाला मेदांता अब तक शुरू नहीं हो पाया है।
    समिति की रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए हाइकोर्ट ने नाराजगी जताई। साथ ही कहा कि इन सभी अस्पतालों को 24 घंटे निर्बाध ऑक्सिजन आपूर्ति करने की कार्ययोजना पेश करें। न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह एवं न्यायमूर्ति मोहित कुमार शाह की खण्डपीठ ने शिवानी कौशिक और गौरव कुमार सिंह की ओर से दायर जनहित याचिकाओं की सुनवाई की।


ऑक्सिजन की कमी नहीं तो कैसे हो रही मौत
   बुधवार को सुनवाई ऑक्सिजन की आपूर्ति पर केंद्रित रही। सुनवाई के दौरान पटना हाईकोर्ट ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि बड़े दुख की बात है कि केंद्र सरकार की ओर से तय 194 मीट्रिक टन ऑक्सिजन में से राज्य सरकार केवल 90 मीट्रिक टन ऑक्सिजन का ही उठाव कर पा रही है। फिर भी सरकार कह रही है कि अस्पतालों में ऑक्सिजन की कमी नहीं है। अगर ऑक्सिजन है तो फिर ऑक्सिजन की कमी से मरीजों की मौत कैसे हो रही है? कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से तय 194 मीट्रिक टन ऑक्सिजन का उठाव हर हाल में राज्य सरकार करे। 
अदालत ने होम आइसोलेट मरीजों को भी ऑक्सिजन देने को कहा

      कोर्ट ने राज्य सरकार की कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आप अस्पतालों में बेडों की संख्या घटा दीजिए। यह समस्या का समाधान नहीं ही। कोर्ट ने कहा कि होम आइसोलशन में रह रहे लोगों को ऑक्सिजन कैसे सप्लाई की जाए, इस बारे में कोई कार्ययोजना नहीं है। होम आइसोलशन में रह रहे लोगों को भी ऑक्सिजन सुनिश्चित किया जाय।

(स्रोत: नवभारत टाइम्स)

Wednesday, 28 April 2021

भारत में कोरोना का कहर देख UN का दिल पसीजा, बोला- इस देश ने सबकी मदद की, अब दुनिया की बारी

भारत में कोरोना का कहर देख UN का दिल पसीजा, बोला- इस देश ने सबकी मदद की, अब दुनिया की बारी

          भारत में लगातार गंभीर होते कोरोना वायरस से निपटने लिए पूरी दुनिया से मदद के लिए हाथ आगे बढ़ रहे हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने भी भारत में बढ़ते संक्रमण के मामलों को लेकर गंभीर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र की 75वीं आम सभा के प्रेसिडेंट वोल्कान बोजकिर ने तो यहां तक कहा है कि इस देश ने मुश्किल समय में पूरी दुनिया को वैक्सीन दी है। 
         अब दुनिया की बारी है कि वे भारत की सहायता करें। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने अपने एकीकृत आपूर्ति श्रृंखला के जरिये भारत को यथा संभव मदद की पेशकश की है।

DRDO to Set up 500 Oxygen Plants Under PM-CARES Fund in 3 Months

DRDO to Set up 500 Oxygen Plants Under PM-CARES Fund in 3 Months

    The Defence Research and Development Organisation (DRDO) will set up 500 medical oxygen generating plants across the country within three months under the PM-CARES fund to ramp up oxygen production to fight the coronavirus disease (Covid-19) crisis ripping through the country, the defence ministry announced on Wednesday.
 
       In addition, the DRDO has also started work to set up oxygen generating plants in four government hospitals in Delhi -- AIIMS, RML, Lady Hardinge, and Safdarjung -- by May 10 to help tackle the oxygen crisis amid the second Covid wave, officials familiar with the developments said on Wednesday. Another oxygen generating plant will be set up at AIIMS, Jhajjar.

   The DRDO has transferred oxygen generation technology to the industry, which has now stepped in to provide oxygen plants to state governments and hospitals. The technology transferred to the industry is based on the onboard oxygen generation technology developed for Tejas light combat aircraft. The oxygen generation plants can produce 1,000 litres of oxygen per minute.

       The DRDO has transferred technology to Tata Advanced Systems Limited, Bengaluru, and Trident Pneumatics Pvt Ltd, Coimbatore, which will be producing 380 of the 500 plants for installation across various hospitals in the country, the defence ministry said in a statement. The remaining 120 plants will be produced by the industry in collaboration with the Indian Institute of Petroleum, Dehradun, it added.

(Source: Hindustan Times)

Maharashtra Cabinet Clears Free Covid-19 Vaccines for All Citizens Between 18 and 44 Years

Maharashtra Cabinet Clears Free Covid-19 Vaccines for All Citizens Between 18 and 44 Years



    The Maharashtra government announced on Wednesday it will administer vaccine doses against the coronavirus disease (Covid-19) for free to all its citizens between the ages of 18 and 44 in the third phase of the vaccination drive from May 1. The decision was taken in the state's cabinet.
          "Today, the Cabinet under the leadership of CM Uddhav Balasaheb Thackeray has decided to provide free Covid-19 vaccination to all the citizens of Maharashtra aged between 18-44 years," chief minister Uddhav Thackeray's office (CMO) tweeted.

Detailed vaccination program will be announced by the state's health department and doses will only be administered through the CoWin app, the CMO said adding people should not rush to the vaccination centres.

(Source: Hindustan Times)


पानी के बोतल से कम दाम पर देंगे कोवैक्सीन, फिर 1200 रुपए कैसे हो गया दाम

पानी के बोतल से कम दाम पर देंगे कोवैक्सीन कहा था, फिर 1200 रुपए कैसे हो गया दाम

       देश में कोरोना वैक्सीन की कीमतों को लेकर चर्चा तेज हो गई है। केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन की शुरुआत में लोगों को मुफ्त वैक्सीनेशन लगाने की बात कही थी। इसके बाद राज्यों को अपने स्तर पर वैक्सीन खरीदने और लगवाने की बात कही। इसके बाद कोरोना वैक्सीन बनाने वाली देसी कंपनी भारत बायोटेक ने वैक्सीन के रेट जारी कर दिए हैं। नए रेट के अनुसार कंपनी ने राज्यों के लिए 600 रुपये प्रति डोज देने की बात कही है। वहीं, प्राइवेट अस्पतालों को यह 1200 रुपये प्रति डोज के हिसाब से दी जाएगी। इससे पहले भारत बायोटेक ने सरकार को 150 रुपये प्रति डोज पर वैक्सीन देने की बात कही थी।

पानी से कम कीमत पर देंगे वैक्सीन

        कोवैक्सिन की शुरुआत में कंपनी के चेयरमैन डॉ. कृष्णा ऐल्ला ने कहा था कि हम पानी के बोतल से भी कम कीमत पर वैक्सीन देंगे। अब सवाल उठ रहा है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि यह पानी से कम कीमत में मिलने का दावा करने की जगह एक डोज की कीमत 1200 रुपये पहुंच गई। हालांकि, कंपनी का कहना है कि वह वैक्सीन की मिलने वाली कीमत का प्रयोग रिसर्च एंड इनोवेशन पर करेगी। कंपनी का कहना है कि वह अपने क्लिनिकल ट्रायल लागत व अन्य खर्च निकालने पर जोर दे रही है। इसके बार रिसर्च एंड डेवलपमेंट का खर्च आता है। कंपनी का कहना है कि इसके लिए हमें कैश की जरूरत है।

(स्रोत: नवभारत टाइम्स)

Tuesday, 27 April 2021

Modi's Aunt Dies During Covid-19 Treatment

Modi's Aunt Dies During Covid-19 Treatment

        Prime Minister Narendra Modi's aunt Narmadaben Modi who was undergoing treatment for coronavirus infection died at the civil hospital here on Tuesday, the family said.    Narmadaben (80) lived in the New Ranip area of the city with her children.

        "Our aunt Narmadaben was admitted to the civil hospital some ten days ago after her condition deteriorated following coronavirus infection," said Prahlad Modi, the prime minister's younger brother." She breathed her last at the hospital today," he told PTI.  

     Her husband Jagjivandas, brother of the prime minister's father Damodardas, had died many years ago, said Prahlad Modi.

(Hindustan Times)

Biometric PDS System Spreading Covid, Bihar PDS Dealers Threaten Strike

Biometric PDS System Spreading Covid,  Bihar PDS Dealers Threaten Strike


        Bihar fair price dealers association has sought immediate discontinuation of the Aadhaar-based biometric authentication (ABBA) system at state’s approximately 55,000 fair price shops, run under the public distribution systems (PDS), alleging its use was spreading coronavirus. They are threatening to go on an indefinite strike from May 5 and return the biometric machines in protest if the system is not discontinued by April 30. The government has however rejected their demand.
         ABBA was introduced to check leakages in the PDS, which is also the channel for delivery of additional subsidised foodgrains to the poor under the national food security act.

     "There are a total of 87.1mn PDS beneficiaries and around 55,000 PDS dealers. On an average, a PDS shop is visited by around 500 beneficiaries daily. There are no safety measures like sanitisers, soaps, PPEs kits for the dealers. The point of sales (POS) machines are also risky in these times of Covid,” association’s president Barun Kumar Singh said. The dealers refer to the ABBA system as POS machines.

      Singh claimed that at least 11 dealers across the state died due to Covid-19 infection in the last two weeks and a large number with their families were infected. The association has also demanded an insurance cover of 50 lakh for PDS dealers.

(Hindustan Times)

   

1 मई से कैश विदड्राॅअल पर एक्सिस बैंक बढ़ाने जा रहा फीस

 1 मई से कैश विदड्राॅअल पर एक्सिस बैंक बढ़ाने जा रहा फीस

         निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक (Axis Bank) के ग्राहकों के लिए जरूरी खबर है। एक्सिस बैंक ने 1 मई से बचत खाताधारकों के लिए विभिन्न सेवाओं पर फीस में बदलाव करने का फैसला किया है। इनमें फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट पूरी होने के बाद एटीएम से कैश निकालने के मामले में चार्ज बढ़ाया जाना शामिल है।          इसके अलावा बैंक ने विभिन्न प्रकार के सेविंग्स अकाउंट्स के लिए खाते में मिनिमम बैलेंस रिक्वायरमेंट लिमिट बढ़ाने का भी फैसला किया है, हालांकि मिनिमम बैलेंस बरकरार न रख पाने पर न्यूनतम फीस को घटा दिया है। इसके अलावा बैंक कुछ और बदलाव भी लागू कर रहा है। 


(स्रोत : नवभारत टाइम्स)

आपका सिस्टम फेल है... ऑक्सिजन पर दिल्ली सरकार को हाई कोर्ट ने दिया कड़वा डोज़

 आपका सिस्टम फेल है... ऑक्सिजन पर दिल्ली सरकार को हाई कोर्ट ने दिया कड़वा डोज़


        देश की राजधानी में ऑक्सिजन संकट और कोरोना के कारण पैदा हालात पर दिल्ली हाई कोर्ट का मूड मंगलवार को भी उखड़ा रहा। कोर्ट ने दिल्ली सरकार को एक बार फिर सख्त लहजे में फटकार लगाई। कोर्ट ने ऑक्सिजन की कालाबाजारी की खबरों पर कहा कि उसका सिस्टम किसी काम का नहीं है। यह पूरी तरह से फेल नजर आता है। रेमडेसिवियर की कमी पर कोर्ट ने केंद्र सरकार से भी सवाल किए। कोर्ट का गुस्सा सुनवाई में आए एक सप्लायर पर भी फूटा और बेहद सख्त लफ्जों में नसीहत देते हुए कहा कि यह वक्त 'गिद्ध' बनने का नहीं है।

'आपका सिस्टम पूरी तरह से फेल है'
        देश की राजधानी में ऑक्सिजन की कमी और मरीजों को हो रही दिक्कत पर दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए कोर्ट ने कहा, 'आप का सिस्टम किसी काम नहीं है। आपका सिस्टम पूरी तरह से फेल है। कालाबाजारी पर लगाम तक नहीं लगा पा रहे हैं आप।' हाई कोर्ट ने सवाल किया कि कैसे लोग इस वक्त पर भी जरूरी दवाइयों की जमाखोरी कर पा रहे हैं। दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा कि वे उन प्लांट को टेकओवर कर ले जो हमारे आदेशों के बावजूद सुनवाई में शामिल नहीं हुए। हाई कोर्ट ने इनके खिलाफ अवमानना कार्रवाई को नोटिस भेजे जाने की चेतावनी दी। हाई कोर्ट ने सरकार से कहा कि वह इन्हीं प्लांट के स्टाफ से उन प्लांट को चलाए और ऑक्सजिन का आवंटन करे।

'यह वक्त गिद्ध बन जाने का नहीं है'
    कोर्ट में मुल्तान नाम का एक सप्लायर भी पेश हुआ। अदालत ने उससे कहा कि दिल्ली सरकार के आदेशों के मुताबिक वह अस्पतालों को ऑक्सिजन की सप्लाई कर रहे हैं क्या? कोर्ट ने इसके बाद सप्लायर को नसीहत देते हुआ कहा कि यह वक्त गिद्ध बन जाने का नहीं है।
'बेड-ऑक्सिजन मिल नहीं रहा, रेमडेसिवियर का क्या करेंगे '
      दिल्ली हाई कोर्ट ने मंगलवार को केंद्र और आप सरकार से पूछा कि जब कोविड-19 रोगियों को व्यापक रूप से रेमडेसिविर दवा लेने की सलाह दी जा रही है, तो फिर राष्ट्रीय राजधानी में इसकी किल्लत क्यों है। केंद्र सरकार ने जब बताया कि रेमडेसिविर का सेवन केवल अस्पतालों में किया जा सकता है, तो अदालत ने कहा कि जब अस्पतालों में कोविड-19 रोगियों के लिए ऑक्सिजन और बिस्तर ही उपलब्ध नहीं है तो वे कैसे इस दवा का सेवन करेंगे।

जस्टिस प्रतिभा एम सिंह ने स्वास्थ्य मंत्रालय और भारत के औषधि महानियंत्रक को इस मामले में पक्षकार बनाते हुए उनके वकीलों को दिल्ली में दवा की किल्लत के बारे में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया। दिल्ली सरकार की ओर से अतिरिक्त स्थायी वकील अनुज अग्रवाल को भी ऐसा ही निर्देश दिया गया।
   
(स्रोत: नवभारत टाइम्स)

दुल्हन को बाइक से अकेले लेने आया दूल्हा, पुलिस वाले परेशान, कहा- कम से कम पांच लोग तो लाते

 दुल्हन को बाइक से अकेले लेने आया दूल्हा, पुलिस वाले परेशान, कहा- कम से कम पांच लोग तो लाते

 

    बलरामपुर, (छत्तीसगढ़): कोविड-19 संक्रमण के कारण पूरे छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में शादियों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या सीमित कर दी गई है। लॉकडाउन में बलरामपुर जिले का एक वीडियो वायरल है। वायरल वीडियो में अपनी दुल्हन को लेने बाइक से दूल्हा अकेले आया है। दूल्हा झारखंड का रहने वाला है। बाइक पर दूल्हे को अकेले देखकर बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मी भी परेशान हो गए।

      दरअसल, दूल्हे की शादी बलरामपुर रामानुजगंज जिले के सनावल में होने वाली थी। सब कुछ तय था लेकिन लॉकडाउन कारण बारातियों का आना संभव नहीं था। ऐसे में दूल्हा पोशाक पहना और सेहरे की जगह हेलमेट लगाकर बाइक से दुल्हन को लेने चल दिया। रामानुजगंज के सरहद पर पुलिस की टीम ने अकेले दूल्हे को देखा तो पुलिस टीम भी हैरान रह गई।

दूल्हे को रुकवाकर पूछा
        इसके बाद पुलिसकर्मियों दूल्हे को रुकवा कर पूछा तो उसने बताया कि वह शादी करने जा रहा है। हिंदू रीति रिवाज के अनुसार कम से कम 5 लोग तो होने चाहिए थे लेकिन यहां दूल्हा सिर्फ अकेला था। पुलिस वाले ने उसे शादी करने की जिद को देखकर बोले कि कम से कम 5 लोग को बुला लो हम जाने की परमिशन अपने उच्च अधिकारी से दिलवा देंगे। दूल्हा नहीं माना और उसको लगा कि 5 लोगों के चक्कर में उसकी शादी कहीं टूट ना जाए। वह पुलिस वालों को मना कर अकेले ही शादी के लिए चल दिया।

(स्रोत: नवभारत टाइम्स)




Monday, 26 April 2021

चीन ने भारत को मेडिकल सप्लाई पहुंचा रही फ्लाइट्स रोकी

 चीन ने भारत को मेडिकल सप्लाई पहुंचा रही फ्लाइट्स रोकी



      चीन ने कोरोना संकट से जूझ रहे भारत को मदद का ऑफर देकर एक बार फिर धोखा दिया है। चीन की सरकारी विमानन कंपनी सिचुआन एयरलाइंस ने भारत के लिए अपनी सभी कार्गों फ्लाइट्स को अगले 15 दिनों के लिए रोक दिया है। इन विमानों के जरिए भारत को अतिआवश्यक ऑक्सीजन कांसंट्रेटर और अन्य चिकित्सीय उपकरणों की आपूर्ति की जा रही थी। अब चीन के निजी कारोबारियों से भारत को मेडिकल इक्यूपमेंट्स मिलने में परेशानी खड़ी हो गई है।


आपदा में अवसर तलाश रहा चीन

       यह भी शिकायत आ रही है कि चीनी मैनूफैक्चर्स ने ऑक्सीजन संबधी इक्यूपमेंट्स की कीमतों को 35 से 40 फीसदी तक बढ़ा दिया है। इतना ही नहीं, चीन से भारत को सामान पहुंचाने में लगने वाली फीस में भी 29 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गई है। शंघाई में माल भेजने की कंपनी साइनो ग्लोबल लॉजिस्टिक के सिद्धार्थ सिन्हा ने पीटीआई को बताया कि सिचुआन एयरलाइंस के फैसले से दोनों देशों के कारेाबारियों द्वारा तेजी से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने और भारत को भेजने में बाधा उत्पन्न होगी।
        

कोरोना संदिग्ध मां को बेटा सड़क पर छोड़कर भागा... मां ने तोड़ा दम

 कोरोना संदिग्ध मां को बेटा सड़क पर छोड़कर भागा... मां ने तोड़ा दम


         कोरोना कानपुर शहर को अपनी चपेट ले चुका है। इस दौर में कोरोना संक्रमण ने खून के रिश्तों की पहचान भी कराने का काम किया है। कानपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। कोरोना संदिग्ध वृ़द्ध मां को कलयुगी बेटा मरने के लिए बहन की ससुराल से कुछ ही दूरी पर सड़क पर लिटाकर फरार हो गया। वृद्धा का सड़क पर लेटे हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग टीम को बुलाकर वृद्धा उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया।

        चकेरी थाना थाना क्षेत्र स्थित मैकुपुरवा में रहने वाली 58 वर्षीय बुजुर्ग महिला के पति लेफ्टिनेंट कर्नल थे। पति की मौत के बाद वृद्धा बेटे के साथ रहती थी। वृद्धा की अचानक तबीयत बिगड़ी और खांसी आने से उसका दम फूलने लगा। बुजुर्ग महिला के बेटे ने मां कोरोना संदिग्ध मानते हुए ताड़बगिया में रहने वाली बहन के ससुराल के पास सड़क पर लिटाकर भाग गया।
वीडियो वायरल होने के बाद पहुंची पुलिस
        स्थानीय लोगों ने भी वृद्धा को कोरोना संदिग्ध मानते हुए उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वायरल वीडियो के जरिए पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर बुलाकर वृद्धा को उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां वृद्धा की उपचार के दौरान मौत हो गई।

बेटे के खिलाफ होगी कार्रवाई
      डीसीपी अनूप सिंह के मुताबिक, एक महिला का वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें एक महिला घर के सामने पड़ी हुई थी। चकेरी पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि महिला गंभीर रूप से बीमार थी। पुलिस ने उसे उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। मृत महिला के बेटे के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

(स्रोत: नवभारत टाइम्स)

Friday, 23 April 2021

HC Raps Bihar Govt, Orders to Make Public, The Available Covid Beds at NMCH

HC Raps Bihar Govt, Orders to Make Public, The Available Covid Beds at NMCH

       The Patna High Court has directed the state government to make it public that all the 500 beds at the state’s first dedicated Covid hospital, Nalanda Medical College Hospital (NMCH) in Patna, are open for Covid-19 patients.

           Just two days ago, the court was told that he NMCH had 160 beds and that the hospital found it tough even to manage that number due to shortage of oxygen supply. Its acting superintendent even threatened to resign on the issue.

    However, the Bihar State Human Rights Commission (BSHRC), which was directed by the HC to get an inspection of the NMCH done, told the court Wednesday evening that there were 500 beds, including 400 with oxygen facility and 70 ventilators, available at the hospital, as all the non-Covid patients had left, while 175 were occupied with Covid patients.

     Surprised, the bench of Justice Chakradhari Sharan Singh and Justice Mohit Kumar Shah asked as to why there was bed shortage when the NMCH alone had 500 beds available.

     “Telling the court that 325 beds for Covid patients are vacant at NMCH is farce, absolute farce. If 325 beds are vacant, make it public It will be a big help. People don’t know if it is really so,” the court said and the state government’s counsel Ranjit Kumar to ensure information about vacant beds at the NMCH was made public and the status of oxygen supply was provided.

   The court was also informed by another counsel that on April 17, NMCH had shown a total capacity of 160 beds for Covid-19 patients, 146 general 146 and 14 ICU beds.

    The next hearing in the case is again scheduled for Friday.

      During the course of previous hearing, the court was also informed that two hospitals, namely Medanta and Rajendra Nagar Eye Hospital in Patna, are going to be utilised for admitting and treating Covid patients. ESIC Hospital at Bihta will also be fully equipped to deal with Covid rush.

(Source: Hindustan Times)

Canada Stops Passenger Flights from India Amid Rising Covid-19 cases

Canada Stops Passenger Flights from India Amid Rising Covid-19 cases



      Amid a record surge in daily Covid-19 infections in India, Canada has prohibited all commercial and private passenger flights from the country for 30 days starting Thursday night.

       The move was precipitated by increasing pressure on the government to act after several cases of the B1617 double mutant originating in  India were reported in Canada. There were demands from provincial governments to ban these flights at the earliest.

       Canada informed New Delhi of the decision prior to making the announcement.

        Flights from Pakistan have also been banned.Transport Canada issued a notice to airmen to “suspend all commercial and private passenger flights from India and Pakistan for 30 days, effective 23:30 EDT April 22, 2021.”

        Passengers from India, who arrive through a third country, will have to provide a pre-departure negative coronavirus test result from the last port before continuing their journey.

       “These measures will help manage the elevated risk of imported cases of COVID-19 and variants of concern into Canada during a time of increasing pressure on our health care system,” said a statement released by Transport Canada, the ministry responsible for aviation.

(Source: Hindustan Times)     

Thursday, 22 April 2021

Oxygen crisis: कोरोना संकट में ऑक्सिजन निर्यात पर उठ रहे सवाल, सरकार ने दी सफाई

 Oxygen crisis: कोरोना संकट में ऑक्सिजन निर्यात पर उठ रहे सवाल, सरकार ने दी सफाई


      ऑक्सिजन संकट (oxygen crisis) के समय देश से दोगुना ऑक्सिजन निर्यात पर सवाल उठ रहे हैं। देश में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती तादाद के बीच राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में ऑक्सिजन की भारी कमी हो गई है। कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में ऑक्सिजन की अहम भूमिका है। लेकिन इस संकट के बावजूद भारत ने वित्त वर्ष 2020-21 के पहले 10 महीनों में पूरे वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में दोगुना ऑक्सिजन का निर्यात किया। डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स के आंकड़ों में यह खुलासा हुआ है।


     इस अवधि के दौरान भारत कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा 3 प्रभावित देशों में शामिल था। अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 के दौऱान भारत ने 9301 मीट्रिक टन ऑक्सिजन का निर्यात किया जिससे उसे 8.9 करोड़ रुपये की कमाई ।

(स्रोत : नवभारत टाइम्स)

कोरोना से जल्दी पीछा छूटने वाला नहीं, एक्सपर्ट्स बोले- कम से कम 2-3 सालों के लिए भारत को करनी होगी तैयारी

कोरोना से जल्दी पीछा छूटने वाला नहीं, एक्सपर्ट्स बोले- कम से कम 2-3 सालों के लिए भारत को करनी होगी तैयारी

       भारत कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है और देश के लिए जीवन रक्षक ऑक्सिजन गैस और प्रमुख दवाओं को उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इस बीच शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को कम से कम अगले दो से तीन वर्षों तक के लिए खुद को तैयार करने की जरूरत है।

       विशेषज्ञों ने गुरुवार को कहा कि जब तक हमारे पास ऐसी ओरल दवा उपलब्ध नहीं हो जाती, जो वायरस का खात्मा कर सके, तब तक देश को एक लंबी दौड़, यानी कम से कम अगले 2-3 वर्षों के लिए खुद को तैयार करने की आवश्यकता है।
          एक्सपर्ट्स ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों को मौजूदा डरावनी स्थिति के विपरीत अगले कुछ वर्षों के लिए एक अच्छी तरह से चाक-चौबंद योजना बनाने की जरूरत है, क्योंकि महामारी के एक मौसमी फ्लू जैसी बीमारी के तौर पर रहने की संभावना है।

मेदांता-द मेडिसिटी में संक्रामक रोग विशेषज्ञ नेता गुप्ता ने आईएएनएस से कहा, 'भविष्य एक रहस्य बना हुआ है। अगर स्ट्रेन संक्रामक बने रहते हैं तो कोविड लंबे समय तक जारी रह सकता है और यह आने वाले वर्षों में हम पर जोरदार प्रहार कर सकता है।'

(नवभारत टाइम्स)

1,500 Delhi Police Personnel Test Positive in Covid-19 Second Wave

1,500 Delhi Police Personnel Test Positive in Covid-19 Second Wave

     The Delhi Police on Thursday said that around 1,500 of its personnel have tested positive in the fresh wave of the coronavirus disease (Covid-19) that is wreaking havoc in the national capital, news agency ANI reported. The police force has been involved in frontline duty during the pandemic, which increases the risk of contracting the virus.
         The number has grown five times since last week, when ANI reported that 300 police personnel tested positive for Covid-19.

          The Delhi Police has intensified patrolling across the city due to the stringent curbs announced by the Aam Aadmi Party (AAP) government in view of spiralling Covid-19 cases. The national capital recorded 24,638 new Covid-19 cases and 249 related deaths on Wednesday.

        The police have also been handling a multitude of requests from people across the city. Since the surge in cases, police have arranged oxygen for hospitals facing critical shortage, sent the antiviral drug Remdesivir to patients in other states, turned a public park into a hospital for an ailing woman and rushed an elderly patient to hospital in the absence of any relative, among others.

(Source: Hindustan Times)