Tuesday, 16 December 2025

Supreme Court issues directions to streamline criminal trials

Supreme Court issues directions to streamline criminal trials


In a bid to streamline criminal trials, the Supreme Court issued a slew of directions to trial courts on Monday to enhance the legibility of verdicts in criminal matters. A bench of Justices Vikram Nath and Sandeep Mehta said all trial courts dealing with criminal matters shall, at the conclusion of the judgment, incorporate tabulated charts summarising the details of the witnesses examined, documents exhibited and material objects produced and exhibited.


The court said these charts shall form an appendix or the concluding segment of the judgment and shall be prepared in a clear, structured and easily comprehensible format.

“We are of the considered view that a more structured and uniform practice must be adopted to enhance the legibility of criminal judgments. Accordingly, to ensure a systematic presentation of evidence that enables efficient appreciation of the record, we issue the following directions to all trial courts across the country.


“These directions aim to institutionalise a standardised format for cataloguing witnesses, documentary evidence and material objects. This will serve to facilitate better comprehension and immediate reference for all stakeholders, including the appellate courts,” the bench said.


The apex court said each criminal judgment shall contain a witness chart with serial numbers, names of the witnesses, a brief description of the informant, eyewitnesses, the doctor, etc.


“The description should be succinct but sufficient to indicate the evidentiary character of the witness. This structured presentation will allow quick reference to the nature of testimony, assist in locating the witness in the record and minimise ambiguity,” the court said.


It added that a separate chart shall be prepared for all documents exhibited during the trial and it shall include the exhibit numbers, a description of the documents and the witnesses who proved or attested the documents.


“In complex cases, such as conspiracies, economic offences or trials involving voluminous oral or documentary evidence, the list of witnesses and exhibits may be substantially long.


“Where the number of witnesses or documents is unusually large, the trial court may prepare charts only for the material, relevant and relied-upon witnesses and documents, clearly indicating that the chart is confined to such items. This ensures that the charts remain functional reference tools rather than unwieldy compilations,” the bench said. The directions came while setting aside the conviction of a man for sexually assaulting a four-year-old girl.


The court said the FIR, despite the informant’s professed complete knowledge of the incident, is bereft of even the most rudimentary details, such as the names of the accused and the purported witnesses.


(Source: The Pioneer)


महिला रोजगार योजना में बड़ा 'लोचा', जीविका दीदी के बदले कई पुरुषों के खाते में आए 10-10 हजार रुपये

महिला रोजगार योजना में बड़ा 'लोचा', जीविका दीदी के बदले कई पुरुषों के खाते में आए 10-10 हजार रुपये


बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत महिलाओं को स्वरोजगार के लिए दी गई 10,000 की प्रोत्साहन राशि को लेकर बड़ा खुलासा सामने आया है। दरअसल, यह राशि बड़ी संख्या में पुरुषों के बैंक खातों में चली गई थी, जिसे अब विभाग वापस मांग रहा है। दरभंगा जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र के अहियारी गांव में ऐसे कई पुरुष लाभार्थियों को जीविका (BPIU) द्वारा पैसा लौटाने का पत्र जारी किया गया है, जिससे हड़कंप मच गया।

यह मामला तब सामने आया जब जाले प्रखंड के जीविका के BPIU (प्रखंड परियोजना प्रबंधक) ने कई खाताधारकों को पत्र जारी कर गलती से भेजी गई ₹10,000 की राशि लौटाने का आदेश दिया। यह राशि केवल जीविका से जुड़ी महिलाओं के लिए थी, लेकिन यह कई पुरुषों के खातों में चली गई।

अहियारी गांव में तीन विकलांग पुरुषों सहित कई लोगों को यह पत्र मिला है;

  • एक व्यक्ति ऐसा है जिसके परिवार की कोई महिला जीविका से नहीं जुड़ी है, फिर भी उसके खाते में पैसा आया।
  • एक परिवार में पति और पत्नी दोनों के खाते में ₹10-10 हजार की राशि आ गई।
  • एक व्यक्ति के खाते में पैसा आने के बाद उसकी पत्नी जीविका से जुड़ी, लेकिन पत्नी के खाते में कोई पैसा नहीं आया।

पैसे खर्च कर चुके पुरुषों ने लगाई माफी की गुहार

पत्र मिलने के बाद पुरुष लाभार्थियों में परेशानी बढ़ गई है। उनका कहना है कि यह राशि चुनाव के समय आई थी, जिसे उन्होंने योजना का लाभ या सरकार का 'गिफ्ट' समझकर खर्च कर दिया है। ज्यादातर पुरुष लाभार्थियों का कहना है, "हमलोगों ने ना ही फॉर्म भरा था और ना ही पैसा मांगा था, पैसा आया तो हमलोग खर्चा कर लिया, अब कहा से दें? हमारी माली स्थिति अब पैसे लौटाने लायक नहीं है। सरकार को इस राशि को माफ करना चाहिए।"

कुछ पुरुषों ने लिंग भेद पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, "सरकार को महिला और पुरुषों के बीच फर्क नहीं करना चाहिए, दोनों को सामान तरीके से देखना चाहिए।"

"विकलांगों के साथ अन्याय"

इस मामले में पंचायत समिति के सदस्य ललन पासवान ने कड़ा गुस्सा व्यक्त किया है। उन्होंने खासकर विकलांग लोगों के खातों में राशि भेजने और फिर वापस मांगने को अन्याय बताया है। ललन पासवान ने कहा, "ये विकलांग लोगों के साथ अन्याय हैं। इस पैसे को सरकार को माफ करना होगा, नहीं तो हमलोग विरोध करेंगे।"

(स्रोत: India Tv.in)



1 करोड़ का बीमा, जिंदा जलता इंसान... इधर गर्लफ्रेंड से चैट, लातूर में बेरहमी की हदें पार

1 करोड़ का बीमा, जिंदा जलता इंसान... इधर गर्लफ्रेंड से चैट, लातूर में बेरहमी की हदें पार


"महाराष्ट्र के लातूर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने अपना कर्ज उतारने के लिए खुद की मौत की झूठी कहानी रच दी। इतना ही नहीं, घटना असली लगे इसलिए किसी और की हत्या कर दी। हालांकि, गर्लफ्रेंड से बात करने की कोशिश के कारण आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि वारदात को रविवार को अंजाम दिया गया था।"

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लातूर के औसा तालुका में पुलिस को एक जली हुई कार में पूरी तरह से झुलसा शव होने की खबर मिली। जब पुलिस ने पड़ताल शुरू की और कार के मालिक का पता लगाया। तब पुलिस को पता चला कि मालिक ने अपने रिश्तेदार को कार दी हुई है। उस रिश्तेदार की पहचान गणेश चव्हाण के रूप में हुई। चव्हाण पेशे से बैंक रिकवरी एजेंट था।

पुलिस ने जब चव्हाण की खोज की, तो बताया गया कि वह घर नहीं आया है और फोन भी बंद है। पुलिस का कहना है कि शुरुआती रूप से लगा कि मरने वाला शख्स चव्हाण ही था, लेकिन जांच में और तथ्य सामने आए। सोमवार को पुलिस को लगने लगा था कि सारी बातें सही नहीं लग रही हैं और ऐसे में उन्होंने चव्हाण के बारे में जानकारी जुटाना शुरू की। तब पुलिस को उसके किसी महिला के साथ रिश्ते में होने की बात पता लगी।

चैट ने खोली पोल

एनडीटीवी के अनुसार, लातूर पुलिस अधीक्षक अमोल ताम्बे ने कहा, 'जब महिला से पूछताछ की गई, तो हमने पता चला कि घटना के बाद गणेश चव्हाण उससे मैसेज पर बात कर रहा था और किसी अन्य नंबर से चैट कर रहा था।' ऐसे में पुलिस पता लगाने में जुट गई कि जिसे वो मरा हुआ मान रहे थे, वह तो जिंदा निकला। तो फिर शव किसका है। पुलिस ने दूसरे नंबर का पता किया और ट्रेस कर कोल्हापुर और विजयदुर्ग पहुंची। यहां से चव्हाण को हिरासत में ले लिया गया।

तो फिर कार में कौन था

शनिवार को चव्हाण ने तुलजापुर टी जंक्शन से गोविंद यादव नाम के शख्स को लिफ्ट दी। कहा जा रहा है कि उस समय यादव नशे में था और चव्हाण को इस बात का फायदा मिला। पुलिस के मुताबिक, चव्हाण ने नशे में धुत गोविंद यादव को लिफ्ट दी, खाना खिलाने के बाद कार में सुला दिया और फिर उसे ड्राइवर सीट पर बैठाकर कार में आग लगा दी। इसके बाद वह फरार हो गया।

पुलिस को गुमराह करने के लिए चव्हाण ने अपना ब्रेसलेट यादव के पास छोड़ दिया था।

क्यों कर दी हत्या

रिपोर्ट के अनुसार, चव्हाण से पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि उसने 1 करोड़ रुपये का बीमा कराया था और वह होम लोन खत्म करना चाहता था। ऐसे में उसने बीमा की रकम हासिल करने के लिए किसी व्यक्ति की हत्या की साजिश रची। पुलिस पता लगा रही है कि इस वारदात में चव्हाण अकेला ही था या उसके कोई साथी भी हैं।

(स्रोत: हिन्दूस्तान)

Monday, 15 December 2025

शादीशुदा महिला भी अपने पसंद के शख्स के साथ रह सकती है… MP हाई कोर्ट का अहम फैसला

शादीशुदा महिला भी अपने पसंद के शख्स के साथ रह सकती है… MP हाई कोर्ट का अहम फैसला


मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की खंड पीठ ने एक महत्वपूर्ण टिप्पणी करते हुए कहा है कि यदि कोई महिला वयस्क है, तो वह चाहे विवाहित ही क्यों न हो, अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी व्यक्ति के साथ रहने के लिए स्वतंत्र है. अदालत ने स्पष्ट किया कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता और जीवन के चुनाव का अधिकार संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकार है जिसे पारिवारिक दबाव के आधार पर छीना नहीं जा सकता.

शुक्रवार को हुई सुनवाई के दौरान पुलिस सुरक्षा के बीच महिला को हाई कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया. अदालत के सामने दिए गए बयान में महिला ने साफ शब्दों में कहा कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से याचिकाकर्ता धीरज नायक के साथ रहना चाहती है. महिला ने यह भी आरोप लगाया कि उसके माता-पिता उसकी इच्छा के विरुद्ध उसे अपने घर में रोके हुए हैं और उस पर दबाव बना रहे हैं.

महिला के माता-पिता की दलील

वहीं महिला के माता-पिता की ओर से दलील दी गई कि उसकी पहले से शादी हो चुकी है और ऐसे में उसे अपने पति के साथ ही रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि परिवार और समाज की मर्यादाओं को ध्यान में रखते हुए महिला का निर्णय उचित नहीं है. अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कहा कि कानून की नजर में सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि महिला वयस्क है और अपने निर्णय लेने में सक्षम है.

व्यक्तिगत स्वतंत्रता का दिया हवाला

कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि विवाह का होना किसी महिला की व्यक्तिगत स्वतंत्रता को समाप्त नहीं करता. यदि वह अपनी इच्छा से किसी अन्य व्यक्ति के साथ रहना चाहती है, तो उसे रोका नहीं जा सकता. गौरतलब है कि इससे पहले 2 दिसंबर को हुई सुनवाई में हाई कोर्ट ने महिला का बयान दर्ज कराने के निर्देश दिए थे. इसके अनुपालन में न्यायिक दंडाधिकारी द्वारा भी महिला के बयान लिए गए थे, जिसमें उसने लगातार यही कहा था कि उसे उसके माता-पिता ने जबरन अपने नियंत्रण में रखा है.

हाई कोर्ट ने महिला को दी परमिशन

शुक्रवार की सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने महिला को याचिकाकर्ता धीरज नायक के साथ रहने की अनुमति दे दी और उसकी सुपुर्दगी भी धीरज को सौंप दी. साथ ही अदालत ने पुलिस को निर्देश दिए कि वह दोनों को सुरक्षित रूप से सवाई माधोपुर तक पहुंचाए, ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न हो. इस फैसले को महिलाओं की स्वतंत्रता और व्यक्तिगत अधिकारों की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है, जो यह संदेश देता है कि वयस्क महिला की सहमति सर्वोपरि है, चाहे सामाजिक या पारिवारिक दबाव कुछ भी क्यों न हो.

(स्रोत: tv 9)



क्रिकेट: घातक गेंदबाजी के बाद तूफानी बैटिंग ने भारत ने धर्मशाला में साउथ अफ्रीका को 7 विकेट से हराया

क्रिकेट: घातक गेंदबाजी के बाद तूफानी बैटिंग ने भारत ने धर्मशाला में साउथ अफ्रीका को 7 विकेट से हराया


भारतीय क्रिकेट टीम ने साउथ अफ्रीका को तीसरे टी20 मुकाबले में 7 विकेट से हरा दिया। इस मैच में सिर्फ 118 रन के टारगेट का पीछा करते हुए भारत ने 15.5 ओवर में ही टारगेट को चेज कर लिया। 

इससे भारतीय टीम ने सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली है। इस जीत में कई हीरो रहे। लेकिन इस मुकाबले में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया।

साउथ अफ्रिका की ओर से उसके कप्तान ऐडम मार्करम ने अर्धशतक बनाया।

(स्रोत: न्युज18 & नवभारत टाइम्स)

Saturday, 13 December 2025

Odisha CM gives away citizenship certificates to 35 Tortured Hindu persons from Bangladesh

Odisha CM gives away citizenship certificates to 35 Tortured Hindu persons from Bangladesh


Chief Minister Mohan Charan Majhi on Thursday (December 11, 2025) gave away citizenship certificates to 35 persons, who have migrated from Bangladesh to India under Citizenship (Amendment) Act 2019.

Now, total 51 persons have been granted citizenship under CAA in Odisha while 1100 applications are under process.

According to Directorate of Census, all 35 persons who received citizenship certificate belonged to Hindu religion. Most of them had fled from Bangladesh when they were subjected to torture at the hand of Muslim majority there.

“I have no idea under which circumstances we were forced to leave Bangladesh. What my parents, who are dead now, said Muslims resorted to genocide in retaliation to Babri Masjid demolition in 1992. All in Hindu majority neighbourhood were forced to change their religion. If anyone protested, they were persecuted and women were subjected to sexual assault,” said Paritosh Sarkar, 37, who along with younger brother and elder sister, received certificate from Mr. Majhi.

After fleeing to Umarkote in southern Odisha district of Nabrangpur via Kolkata, these siblings were settled down and married into Hindu Bengali emigrants who were settled in Odisha and erstwhile Madhya Pradesh after independence.

Similarly, Kiran Mandal, 27, is lucky as he has been granted citizenship while his brother and mother could not satisfy the district and State level committees with their documents. Their applications are being studied further.  

Southern Odisha districts of Malkangiri and Nabarangpur are ready address for the Bangladeshi emigrants.  

A large number of Hindu Bengali emigrants had entered India in 1950s from East Pakistan when they faced high degree of discrimination, persecution and harassment. They landed in West Bengal. However, the West Bengal government then could not handle large influx of Bengali emigrants. The Centre had then selected sparsely populated Dandakaranya region of Madhya Pradesh (now Chhattisgarh) and Odisha for their resettlement. Total 280 villages were set up in Malkangiri and Nabarangpur districts. 

Since then whenever there was any problem in Bangladesh, Hindu Bangladeshi emigrants knocked the door of their relatives settled in Malkangiri and Nabarangpur.

As per the rules of Citizenship Amendment Act, 2019 notified March 11, 2024, individuals belonging to minority communities from Bangladesh, Pakistan, and Afghanistan who entered India on or before December 31, 2014 have been deemed eligible for Indian citizenship.

Welcoming the new citizens at a special programme jointly organised by the Directorate of Census Operations, Odisha, and the Ministry of Home Affairs, Mr. Majhi said, “you are now part of our future. Your safety, dignity, and development are our responsibility and duty. I welcome you as citizens of India.” The CAA-2019 is sacred law which is hope and assurance for persecuted minorities, he said.

“In our country, minorities have the strength and space to raise their voices. But when minorities in neighbouring countries face persecution, those same voices remain silent. Today, however, this mindset is changing. The practice of selectively favouring only one religion in the name of secularism has come to an end. Discrimination on the basis of religion no longer exists in the country. In the eyes of the law, everyone is equal. The Citizenship Amendment Act is a successful implementation of this principle,” said Mr. Majhi.

(Source: The Hindu)


Monday, 1 December 2025

क्रिकेट: टेस्ट सीरिज गँवाने के बाद टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को चखाया हार का स्वाद

क्रिकेट: टेस्ट सीरिज गँवाने के बाद टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को चखाया हार का स्वाद




नई दिल्ली. टेस्ट सीरीज हारने के बाद टीम इंडिया पर वनडे में बड़ा दबाव था. पहले वनडे में भारत ने उस दबाव को अपने उपर हावी नहीं होने दिया तथा साउथ अफ्रिका को 17 रनों से पराजित कर दिया. 

रांची में खेले गए पहले वनडे में भारतीय टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर के मैच में 349 रन बनाकर मेहमान साउथ अफ्रीका पर दबाव डालने की कोशिश की. 

लेकिन तारीफ करनी होगी एडेन मार्करम की अगुआई वाली टीम की, जिसने आखिरी ओवर तक हार नहीं मानी. भारत की पहले वनडे में जीत में तीन खिलाड़ी हीरो बनकर उभरे. विराट कोहली ने जहां बल्लेबाजी में शानदार पारी खेली वहीं गेंदबाजी में हर्षित राणा ने शुरुआती ओवर में विकेट लेकर मेहमानों की शुरुआत बिगाड़ दी. इसके बाद कुलदीप की फिरकी का जादू देखने को मिला, जिन्होंने चार शिकार किए.

(स्रोत: News 18 हिन्दी)

मोकामा में रिसेप्शन का भोज खाकर 500 लोग बीमार, रसगुल्ला और पनीर के नमूने लैब भेजे गए

मोकामा में रिसेप्शन का भोज खाकर 500 बीमार, रसगुल्ला और पनीर के नमूने लैब भेजे गए

Nishant Nandan for Hindustan


पटना से सटे मोकामा प्रखंड के औंटा गांव में बहूभोज में विषाक्त भोजन खाने से बीमार लोगों की संख्या बढ़कर 500 के पार पहुंच गई। स्थिति की भयावहता और मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए इलाके के सरकारी व निजी अस्पतालों द्वारा कैंप लगाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। आसपास के सभी अस्पतालों में काफी संख्या में मरीज भर्ती हैं। सरकारी डॉक्टरों के अलावा निजी क्षेत्र में कार्यरत अस्पताल द्वारा भी कैंप लगाया गया।


वहीं पटना से पहुंची खाद्य विभाग की टीम ने कई नमूनों को जब्त किया है तथा इन्हें जांच के लिए लैब में भेजा गया है। सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार ने बताया कि गंभीर लक्षण वाले मरीजों को पीएचसी में भर्ती किया गया है। सभी स्वास्थ्यकर्मियों को मोकामा व घोसवरी प्रखंडों में लगातार कैंप कर सभी मरीजों का इलाज सुनिश्चित करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं।

पटना के खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अजय कुमार और महामारी विशेषज्ञ प्रशांत कुमार की टीम ने औंटा का दौरा किया। भोजन के सैंपल भी जमा किए गए। अधिकारियों ने रसगुल्ला,काला जामुन,पनीर, का नमूना जांच के लिए लैब भेजा गया है। लैब से रिपोर्ट आने के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जाएगा।

(स्रोत: हिन्दूस्तान )


Sunday, 30 November 2025

टेस्ट क्रिकेट की हार से मचे हाहाकार के बाद भारत 7 बदलाव के साथ वनडे मैचों में उतरेगा

टेस्ट क्रिकेट की हार से मचे हाहाकार के बाद भारत 7 बदलाव के साथ वनडे मैचों में उतरेगा


नई दिल्ली. साउथ अफ्रीका के खिलाफ घर में दो मैचों की टेस्ट सीरीज में शर्मनाक हार के बाद टीम इंडिया अब तीन मैचों की वनडे सीरीज में प्रोटियाज का सामना करेगी. सीरीज की शुरुआत रविवार (30 नवंबर) को रांची में होगी. अगले दो 50 ओवर के मैच 3 दिसंबर को रायपुर और 6 दिसंबर को विशाखापट्टनम में खेले जाएंगे. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 23 नवंबर को घरेलू मैदान पर होने वाली तीन वनडे मैचों के लिए भारत की 15 सदस्यीय टीम का ऐलान किया और टेस्ट सीरीज में खेलने वाले आठ खिलाड़ियों को टीम में बरकरार रखा है.

वनडे टीम में शामिल किए गये खिलाड़ियों की लिस्ट:

रोहित शर्मा, विराट कोहली, तिलक वर्मा, हर्षित राणा, रुतुराज गायकवाड़, प्रसिद्ध कृष्णा और अर्शदीप सिंह 30 नवंबर से शुरू हो रही तीन वनडे मैचों के लिए टीम में लौटे हैं. रोहित और कोहली अब सिर्फ वनडे खेलते हैं, हर्षित और कृष्णा को टेस्ट टीम में नहीं चुना गया था. गायकवाड़, अर्शदीप और तिलक ने अभी तक टेस्ट डेब्यू नहीं किया है.

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की वनडे टीम: 

केएल राहुल (कप्तान और विकेटकीपर), रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, तिलक वर्मा, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), वाशिंगटन सुंदर, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, नितीश कुमार रेड्डी, हर्षित राणा, रुतुराज गायकवाड़, प्रसिद्ध कृष्णा, अर्शदीप सिंह, ध्रुव जुरेल.

(स्रोत News 18 हिन्दी)


Monday, 17 November 2025

बिहार : लालू परिवार में कलह

बिहार : लालू परिवार में कलह


बिहार चुनाव परिणाम के बाद जितनी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की हार की चर्चा नहीं हो रही है, उससे अधिक लालू परिवार में कलह की चर्चा सुर्खियों में हैं. राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को अपनी एक किडनी देकर यश बंटोरनी वाली उनकी बेटी रोहिणी आचार्य  चुनाव परिणाम के दूसरे दिन से ही एक के बाद एक आरोप लगा रही हैं.

सोशल मीडिया पर पोस्ट कर गंदी गालियां देने और मारने के लिए चप्पल उठाने जैसे आरोप लगा रही हैं और राजनीति के साथ-साथ लालू परिवार से भी नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया है. कुल मिलाकर कर चुनावी हार से पहले ही लालू परिवार सदमे में था. इस समय सार्वजनिक रूप से पारिवारिक कलह जले में नमक का काम कर रहा है.

वहीं लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव बहन के अपमान का बदला लेने की बात कर रहे हैं और एनडीए को समर्थन देने का ऐलान किया है. कुल मिलाकर बिहार में सियासी पराजय के बाद लालू परिवार पारिवारिक कलह से जार-जार है.

(स्रोत: tv9 भारतवर्ष)

Sunday, 16 November 2025

Bihar cabinet meeting on Monday, to pave way for formation of new govt

Bihar cabinet meeting on Monday, to pave way for formation of new govt

PATNA: (Nov 16) Decks were being cleared on Sunday for the formation of a new government in Bihar with the scheduling of the last meeting of the outgoing cabinet, which would, understandably, authorise Chief Minister Nitish Kumar to take necessary action.

According to a notification of the cabinet secretariat department, the council of ministers will meet on Monday, when, according to a senior JD(U) leader, a resolution will be passed to "authorise" Kumar to meet the governor with the proposal to dissolve the outgoing assembly.

The development came on a day Chief Electoral Officer Vinod Singh Gunjiyal met Governor Arif Mohammed Khan with a list of the members elected in the recently held assembly polls, results of which were announced on Friday.

The NDA won a brute majority, bagging more than 200 seats of the 243-strong assembly, with BJP winning the maximum of 89 seats, followed by the JD(U)'s tally of 85, while Union minister Chirag Paswan’s LJP(RV) bagged 19, and another nine were won by smaller partners HAM and RLM.

Meanwhile, JD(U) working president Sanjay Kumar Jha, who was back from Delhi after holding parleys with the top BJP leadership over the formation of a new government in the state, called on the CM here.

Talking to reporters later, he said, "In a few days, the new government will be formed. You will get to know the details in due course. We are committed to fulfilling all the promises that we had made in the NDA's manifesto."

According to a JD(U) leader who did not wish to be identified, "It is almost certain that Prime Minister Narendra Modi will fly down for the swearing-in ceremony. It will be a grand function, most likely at the historical Gandhi Maidan, which can accommodate a large number of people."

Notably, Modi had addressed over a dozen rallies during the assembly poll campaign and at his last election meeting, he had promised to "be back for the swearing in of a new NDA government".

(Source :PTI)


Saturday, 8 November 2025

तेज प्रताप को मिली Y+ कैटेगरी की सुरक्षा, बिहार चुनाव के बीच केंद्र सरकार का बड़ा फैसला

तेज प्रताप को मिली Y+ कैटेगरी की सुरक्षा, बिहार चुनाव के बीच केंद्र सरकार का बड़ा फैसला


लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जन शक्ति जनता दल के प्रमुख तेज प्रताप यादव को केंद्र सरकार ने वाई प्लस (Y+) कैटेगरी की सुरक्षा दी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के बाद अब सीआरपीएफ तेज प्रताप यादव को सुरक्षा देगी. बता दें कि सुरक्षा एजेंसियों ने हाल में ही गृह मंत्रालय को तेज प्रताप यादव की सुरक्षा को लेकर रिपोर्ट सौंपी थी. जिसके बाद गृह मंत्रालय ने तेज प्रताप यादव को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया.

दरअसल बिहार में अपराध और चुनाव के बीच बढ़ते सियासी तनाव के बीच तेज प्रताप यादव ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी. उन्होंने पीएम मोदी और केंद्र सरकार से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की अपील की थी.

अपनी सुरक्षा को लेकर जताई चिंता

हाल ही में मोकामा में दुलार चंद यादव हत्या के बाद तेज प्रताप यादव ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी. उन्होंने इस घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाएं जनता के साथ-साथ निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए भी खतरा हैं. उन्होंने कहा था कि सियासी प्रतिद्वंद्विता के चलते उन्हें भी निशाना बनाया जा सकता है. तेज प्रताप ने कहा था कि केंद्र और राज्य प्रशासन को उनकी सुरक्षा बढ़ानी चाहिए ताकि वो बिना डरे चुनाव प्रचार कर सकें.

उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा था कि बिहार के मौजूदा हालात आप देख ही सकते हैं. एक के बाद एक हत्याएं हो रही हैं. कोई नहीं जानता कि कब और कहां कोई दुश्मन सामने आ जाए.

महुआ सीट से किस्मत आजमा रहे तेज प्रताप

बता दें कि बिहार की महुआ सीट से तेज प्रताप यादव अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. यहां पहले चरण में मतदान पूरा हो चुका है. वहीं, तेज प्रताप ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी सियासी रणनीति को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जेजेडी उसका समर्थन करेगी जो सरकार रोजगार देगी, पलायन रोकेगी और बिहार में बदलाव लाने का काम करेगी.

(tv9 भारतवर्ष)



Friday, 7 November 2025

PoK में फिर शहबाज सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरा Gen-Z, युवाओं के आक्रोश से घबराया पाकिस्तान

PoK में फिर शहबाज सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरा Gen-Z, युवाओं के आक्रोश से घबराया पाकिस्तान


मुजफ्फराबाद: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद और आसपास के शहरों की सड़कें एक बार फिर आंदोलन की आग में झुलस रही हैं। PoK का जेन-जेड इस बार आर-पार के मूड में दिखाई दे रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की गठबंधन सरकार के खिलाफ युवाओं में भारी गुस्सा भड़क उठा है। विश्वविद्यालयों की बढ़ती फीस और परीक्षा मूल्यांकन प्रक्रिया के खिलाफ छात्रों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन अब आजादी, आर्थिक राहत और पाकिस्तानी राज्य की कथित शोषण नीतियों के व्यापक विरोध में बदल गया है।

शहबाज सरकार के खिलाफ भारी गुस्सा

शरीफ प्रशासन पहले से ही राष्ट्रीय आर्थिक संकट और गठबंधन कलह से जूझ रहा है। गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने 4 नवंबर को "फीस माफी समिति" की घोषणा की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने इसे चाल बताया। इस बीच 200 से अधिक गिरफ्तारियां हुईं, जिनमें छात्र नेता शामिल हैं। छात्रों ने आंदोलन को दमन का आरोप लगाया। शरीफ की प्रमुख सहयोगी  पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने आंदोलनकारियों से संवाद की अपील की, लेकिन छात्रों ने कहा कि पीएमएल-एन के कट्टरपंथी "भारतीय एजेंट" का ताना मारते हैं। इसलिए वह वार्ता को तैयार नहीं हुए। 

मुजफ्फराबाद की सड़कों पर भारी आक्रोश

जेन-जेड का इस बार का आंदोलन लगातार विराट होता जा रहा है। इस पर भारत के साथ ही साथ अंतरराष्ट्रीय नजरें टिकी हैं। भारत  पीओके को अपना क्षेत्र मानता है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "दमन से स्व-निर्धारण की गूंज तेज होती है।" पांचवें दिन की रात होते ही मुजफ्फराबाद की मुख्य सड़कों पर बैरिकेड्स खड़े हैं और विश्वविद्यालय बंद हैं। जेन जेड की डिजिटल चतुराई-लाइव स्ट्रीमिंग और एन्क्रिप्टेड ऐप्स से समन्वय सरकार की पुरानी रणनीति से आगे निकल गई है। क्या यह "उबाल" रियायतों से शांत होगा, या पीओके का अगला स्वायत्तता आंदोलन बन जाएगा? फिलहाल, आंसू गैस के धुएं में युवाओं की आवाजें गूंज रही हैं। 

(स्रोत: India TV.in)